My Wife is Student ? - 5 in Hindi Love Stories by zarna parmar books and stories PDF | My Wife is Student ? - 5

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My Wife is Student ? - 5

जब वो लड़का कहता है! मुझे सॉन्ग तो सुनाओ.. तब स्वाति  उसकी और घूमती हैं और कहती हैं: क्या सुन ना है ???? बताओ?? अच्छा एक काम करो तुम ही कुछ सुनादो... पता नही कहा कहा से आ जाते है! वो इतना कह कर मुंह घुमा कर खड़ी हो जाति है! उसे इस तरह करते हुए देख वो लड़का खुले मुंह सिर्फ उसको ही देखते रहता हा! तभी स्वाति की बस आ जाती है! और वो बस में चढ़ कर चली जाति हैं...... 


स्वाति के घर....

स्वाति की मम्मी स्वाति का बेशब्री से इंतजार कर रहे थे ..तभी उनके घर की डोर बेल बजती हैं...वो अपने आप  ही बात करते हुए कहती है: लगता है.. स्वाति आ गई... वो इतना कह कर दरवाज़ा ओपन करने के लिए चली जाति हैं.. लेकिन जब .. दरवाजा ओपन करते है; तो एक 30 साल का आदमी अंडर आते हुए कहता है: प्रणाम भाभी जी केसे हैं???  वो दरहसल स्वाति के चाचा हैं.... 


स्वाति की मम्मी जब स्वाति के चाचा .. सूरज जी को देखती है! तो उन्हे कुछ खास खुशी नही होती .. लेकिन वो अपने फेस से स्माइल नही हटाती...... 


तभी सूरज जी कहते हैं,।।। : भाभी जी आपने देवर को बैठने के लिए नही कहेंगे???? 


तभी स्वाति की मम्मी कहती हैं: आप को केसे मना कर सकती हू।। उन्होने गुस्से में दांत पीसते हुए कहते हैं....


सूरज जी बैठ जाते है ... तभी वो अपने पास रखे हुए बैग में से डॉक्यूमेंट निकलते हुए कहते हैं.. भाभी जी अब आप अपनी जिद खतम कर दे .. और हमे कहे की आज से ये घर हमारा हुआ.. को क्या है ! मेरी बेटी के लिए भी लड़का ढूंढना हैं.. और फिर मेरे पास इतने पैसे कहा??? 


तभी पीछे से स्वाति की आवाज आती हैं: दुकान भी आप के नाम कर दी हैं.. लेकिन आप की भिक मांगने की आदत अभी भी गई नही???( दरहसल स्वाति के चाचा एक नंबर के लालचु किस्म के आदमी हैं.. उनको पैसे के अलावा कुछ नही दिखता.. इसे पहले भी स्वाति के पापा की दुकान अपने कर के रखी हैं. अब उनको ये घर भी चाहिए .. लेकिन स्वाति और स्वाति के मम्मी उनको बार बार मना करते हुए ठक गए .. लेकिन हर महीने मुंह उठते हुए चले आते हैं..) 


स्वाति को देख कर उसके  चाचा स्वाति की मम्मी के सामने देखते हुए तंश कसते हुए कहते हैं: लगता हैं.. आप की मम्मी ने आप को अपने चाचा के साथ केसे बात करना हैं.. वो अभी भी नही सिखाया?? 


तभी स्वाति अंडर आते हुए कहती हैं: नही नही चाचा बात ऐसी हैं.. मम्मी ने मुझे ये सिखाया हैं.. अगर कोई तुम्हे लालचु इंसान दिख जाए .. तो उन्हे कहने चाहीए.. अपनी लालच अपने पास रखिए .। वरना कई बार इसी लालच की वजह से इंसान को कई बार पछताना पड़ता हैं.... 


सूरज जी .. स्वाति के सामने घूरते हुए देखने लगते हैं..लेकिन कुछ नही बोलते .ये देखते हुए स्वाति उसके मम्मी को कहती है: मम्मी भूखे इंसान को खाना खिला दो .. और यह से रवाना करो .. वो इतना कह कर अपने चाचा के सामने लागतार देखने लगती है! और कहती है! क्यों सही कहना.??? 


सूरज जी को अब तेज गुस्सा आने लगता है! और वो अपने साथ ले हुए कागज को बैग में वापस रखते हुए वहा से पहली फुरसत से चले जाते है! 


उनके जाते ही स्वाति की मम्मी रोने लगती है! उनके आंखो में आसू देखते हुए स्वाति बैचेन हो जाति है! और वो कहती है: मां आप फिकर मत करिए .. में हु तब तक आप को कोई जुड़ा नही कर सकता इस घर से ... तभी उनकी मां कहती है; लेकिन बेटा हमने हमारी दुकान उनके नाम कर दी है! लेकिन अब बाकी क्या रह गया है?? 


स्वाति: मां दुनिया में इसे कई लोग होते है! जिनको सिर्फ पैसे से ही मतलब होता है! 


वो दोनो आपस में बात करने लगते है! दूसरी ओर बाहर निकल ने के बाद .... स्वाति के चाचा सूरज जी .. दांत पीसते हुए कहते है.. स्वाति तुझे तो में मजा चखाऊंगा.... देखना,। ये मकान में ही लेकर रहुगा वैसे भी तुम दोनो को इस शहर में मुझसे बचाने के लिए है ही कौन?? वो इतना कह कर जोर जोर हसने लगता है,।।।।। 


 ओब्रोय मैंशन में .. आदित्य के घर ... 

आदित्य अभी कॉल पर बात करते हुए अंडर आ रहा होता है! ...तभी उसकी मम्मी प्रिया उसके सामने देखते हुए कहती है: बेटा ये देखो ये लड़की कैसी हैं?? अरे ये तो पक्का तुम्हे पसंद आयेगी.. एक बार तो देखो..


आदित्य जो अभी कॉल पर बात कर रहा था.। वो एक बार अपनी मम्मी के सामने बिना एक्सप्रेशन उनके सामने देख कर वापस से कॉल पर बात करने लगता हैं... 


प्रिया: अरे बेटा एक मिनट .. 


आदित्य: i call you later... , क्या हैं मां?? मेने कई  बार कहा हैं.. मुझे शादी नही करनी हैं.. वो अपनी गहरी आवाज से कहता है.... 


आदित्य की बात सुनते हुए प्रिया जी कहती हैं: लेकिन बेटा.. 


आदित्य: नही मां इसके बारे में कोई बात नही सुन नि मुझे ...... 

तभी उन दोनो के कानो में एक गहरी आवाज आती है; अगर आदित्य को शादी नही करनी तो में ही कर दू क्या??  ये आवाज आदित्य के पापा की थी ..... देव.... ओब्रोय जो अपने जमाने में नंबर वन बिजनेस मैन थे ..

उनकी बात सुनकर प्रिया जी आंख दिखाते हुए कहती है: यह पर आप का बेटा शादी नही कर रहा है! और आप को दूसरी शादी करनी हैं?? 

देव: नही बाबा .. मेरे अंडर इतनी हिम्मत कैसे?? 

प्रिया जी हसने लगती है ... 


लेकिन अभी हुई आदित्य के फेस  पर कोई भाव नहीं था... वो उन दोनो के सामने अपने हाथ बांधते हुए देखने लगता है! 


प्रिया जी : कहिए न इसे कुछ .. ये मेरी बात नही सुन रहा है! ये 103 वि तस्वीर हैं..पता नही इसे कैसी लड़की चाहिए ... 


आदित्य: मुझे कोई भी नही चाहिए में अपनी जिन्दगी बड़े ही आराम से जी रहा हु..( दरहसल .. आदित्य मानता हैं  शादी वादी एक फुसुल की चीज़ हैं.. उसे हमेशा से ही जिन्दगी बर्बाद होती है.. और प्यार .. वो प्यार नाम से कई दूर ही रहता हैं उसका मान न हैं अगर जीवन में कामयाब चाहिए तो लड़की से हमेशा दूरी बना कर रखनी चाहिए .. उसका यही सोचना ही.. उसे अभी तक बैचलर बना कर रखी हैं.. उसने अपने करीब किसी भी लड़की को आज तक नही आने दिया .... )

 

अगर आप को कुछ काम न हो तो .. में क्या जा सकता हु??? वो इतना कह कर वहा से निकल कर अपने कमरे में आ जाता है... 


तभी उसके फोन पर एक कॉल आता है.. आदित्य us कॉल को उठा लेता हैं.. और वो कहता है.. तो क्या कर दिया उन सभी बच्चों का एडमिशन स्कूल में ?? लेकिन याद रहे मेने पहले भी कहा हैं.. ये बात याद रखना... मेरा नाम कही पर भी नही आना चाहिए .। और कही पर भी मेरे नाम का जिक्र भी नही होना चाहिए ..... 


To be continued 💫 🦋 💙