Devil Ceo Ki Mohabbat - 59 in Hindi Love Stories by Saloni Agarwal books and stories PDF | डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 59

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डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 59

अब आगे,

अर्जुन ने आराध्या को गिरने से तो बचा लिया था मगर अब उस की कमर पर अर्जुन ने फिर से अपनी पकड़ मजबूत कर ली थी जिस से अराध्या दुबारा गिर न सके..!

और अब इस ही कारण से आराध्या फिर से अर्जुन की पकड़ से अपने आप को छुड़वाने के लिए झटपटाने की कोशिश करने लगी..! 

वही जब आराध्या, अर्जुन के हाथो से अपने आप को छुड़वाने की कोशिश कर ही रही थी तो एक बार फिर से अर्जुन से अराध्या के बालो में अपनी पकड़ बना ली..!

और उस को अपने करीब करते हुए उस से कहा, "तुम चाहे कितना भी झटपटाने की कोशिश कर लो मगर मुझ से कभी भी दूर नही जा पाओगी..!" 

अर्जुन के इतने करीब होने की वजह से ही आराध्या को घबराहट हो रही थी वही जब उस ने अर्जुन की बात सुनी तो एक दम से शांत हो गई थी..!

क्योंकि अभी वो सिर्फ अर्जुन की व्हाइट शर्ट में थी और ऐसे में वो अभी कही जा भी नही सकती थी और उस का झटपटाने का कोई फायदा नही था और बस इसी वजह से अब आराध्या ने झटपटाना बंद कर दिया..! 

वही जब अर्जुन ने अराध्या को शांत देखा तो वो अब उस से थोड़ा दूर हो गया और उस ने कहा, "क्या तुम्हे भूख लगी है तो झट से मेरी एक छोटी सी शर्त मान लो, नही तो मै तुम्हारा ये व्हाइट सॉस पास्ता अपने सर्वेंट्स से वापस ले जाने के लिए बोल दूंगा..!" 

अर्जुन की बात मे धमकी सुन कर, अब आराध्या ने झट से अर्जुन से कहा, "नही ऐसा मत करना क्यूंकि मुझे बहुत भूख लगी है, और बताओ तो सही कि आप की वो छोटी सी शर्त क्या है..!" 

अराध्या की बात सुन कर कि उस को बहुत भूख गई हैं तो अब अर्जुन ने आराध्या को ज्यादा परेशान न करते हुए उस से कहा, "चलो अपने अरु बेबी को ज्यादा परेशान न करते हुए बता ही देते हैं कि मेरी छोटी सी शर्त क्या है..!" 

अर्जुन की नौटंकी देखते हुए, अराध्या ने अपने मन में गुस्से से कहने लगी, "अगर ये "डेविल" अभी मेरे इलाके में (गर्ल्स हॉस्टल में) होता न तो अब तक इस की सारी हेकड़ी निकलवा चुकी होती पर अभी ये अपने इलाके में (शेखावत विला में) मौजूद है ना इसलिए ज्यादा उड़ रहे हैं...!" 

अब हमारी बेचारी आराध्या को कौन समझाए कि वो सच में किसी "डेविल" की चंगुल में फंस चुकी हैं और हमारी आराध्या को तो ये नही पता है कि वो जिस की गोद मे बैठी हुई है वो पूरी दिल्ली को अपनी मुट्ठी में लेकर घूमता है और उस के आगे तो पुलिस से लेकर सीएम तक हाथ जोड़ते नज़र आ जाते है..! 

अपनी बात कह कर अर्जुन, अराध्या की आंखो में देख रहा था जैसे वो उस के दिमाग को पढ़ने की कोशिश कर रहा हो, वही अब अर्जुन से आराध्या से पूछा, "कही तुम मेरे बारे में ही तो नही सोच रही हो ना..?" 

अर्जुन की बात सुन कर, अराध्या अपने होश में वापस आ गई और उस ने हकलाते हुए अर्जुन से कहा, "ना..नही तो ऐसा तो कुछ भी नही है जैसा आप सोच रहे हैं..!" 

अराध्या ने अर्जुन से बोल तो दिया था मगर अब उस ने अपने मन में कहा, "क्या इस "डेविल" को दिमाग भी पढ़ना आता है और अगर हां तो अब तो लगता है कि मुझे अपने मन में भी सोच समझ कर बोलना पड़ेगा क्योंकि कभी इस "डेविल" ने मेरा दिमाग पढ़ लिया ना तो मेरी तो शामत ही आ जायेगी..! " 

वही आराध्या की बात सुन कर, अब अर्जुन से अराध्या से कहा, "लगता तो नही है क्योंकि तुम्हारी आंखे तुम्हारे शब्दो का साथ नही दे पा रही हैं..!" 

To be Continued......❤️✍️

हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।