Saat fere Hum tere - Secound - 23 in Hindi Love Stories by RACHNA ROY books and stories PDF | सात फेरे हम तेरे - सेकेंड सीजन - भाग - २३

Featured Books
  • तुझी माझी रेशीमगाठ..... भाग 2

    रुद्र अणि श्रेयाचच लग्न झालं होत.... लग्नाला आलेल्या सर्व पा...

  • नियती - भाग 34

    भाग 34बाबाराव....."हे आईचं मंगळसूत्र आहे... तिची फार पूर्वीप...

  • एक अनोखी भेट

     नात्यात भेट होण गरजेच आहे हे मला त्या वेळी समजल.भेटुन बोलता...

  • बांडगूळ

    बांडगूळ                गडमठ पंचक्रोशी शिक्षण प्रसारण मंडळाची...

  • जर ती असती - 2

    स्वरा समारला खूप संजवण्याचं प्रयत्न करत होती, पण समर ला काही...

Categories
Share

सात फेरे हम तेरे - सेकेंड सीजन - भाग - २३

साहिल भी अपने घर आ गया कालेज के पास ही बंगलों था जहां साहिल उसकी बुआ और डैडी रहते थे। साहिल को रश्मि बुआ ने ही पाल पोस कर बड़ा किया था।
रश्मि बुआ ने शादी की  थी पर नहीं चल सका  इसलिए रविन्द्र साहिल के डैडी ने अपने पास ही रख लिया था।

साहिल बंगले में पहुंच कर बुआ बुआ कह कर बुलाते हुए कहा।
रश्मि ने कहा अरे बाबा अब क्या हुआ।
साहिल ने कहा अरे वाह आप कैसे समझ जाती हो कि कुछ हुआ ही है।
रश्मि हंसने लगी और फिर बोली अरे तुम तभी तो आते हो बुआ के पास।
साहिल ने आकर गले से लगाया और फिर बोला बुआ आप भी।
रश्मि ने कहा अच्छा अब बताओ क्या बात है?
फिर साहिल ने सारी बात बताई और उसने नैना की तारीफ ही कर दी मगर कैसे साहिल तो कभी किसी की तारीफ नहीं करता है।
रश्मि समझ गई और फिर बोली अरे तुम इतनी जल्दी परेशान क्यों हो रहें हो मैं तुम्हें इतना बता देती हुं कि एक बार माफी मांग लो।
साहिल ने कहा अरे बाबा बुआ तुम भी ना जाने क्या क्या बोलती हो।
रश्मि ने कहा देखो फिर तो नैना नौकरी नहीं करेंगी मुझे पता है ये कैसी लड़की है।
साहिल ने कहा हां ठीक है मैं माफी मांग लूंगा पर कल आएंगी तब तो।
रश्मि ने कहा नहीं आएगी तुमको उसके घर जाना होगा।
साहिल ने कहा मैं उसके घर जाऊंगा आज तक किसी के मरने पर नहीं गया और फिर वो‌ क्या चीज़ है।

रश्मि ने कहा हां ठीक है देख लो।भैया तो नाराज़ हैं।
साहिल ने कहा हां और क्या सब ये सब करो।
फिर साहिल कमरे में चला गया।
साहिल के बंगले में किसी बात की कमी नहीं थी नौकर चाकर सब हर जगह उपस्थित रहते थे।
साहिल शाम को तैयार हो कर क्लब में चला गया वो हमेशा जाता था।
फिर काफी देर तक क्ल्ब में समय बितने के बाद वो क्या समझती है खुद को हुर की पर् समझ रही थी वापस आ गए।
उधर नैना ने भी ठान ली कि अब नहीं जाएगी वो कालेज।
दूसरे दिन सुबह नैना देर तक सोती बस भी आकर चला गया।
अपर्णा तो समझ गई थी तो उसने कुछ नहीं कहा।
ठीक नौ बजे नैना का मोबाइल बजा पर नैना ने देखा भी नहीं।
फिर युनिवर्सिटी में फिर पहले जैसा सब कुछ लगने लगा क्लास में टीचर के न होने पर जो होता है।
साहिल ने सारी टीचर्स को समझा दिया और फिर खुद बाहर निकल आया।
किसी तरह आज मैनेज हो गया शर्मा सर ने कहा पर कल क्या होगा नैना तो आई नहीं।
साहिल अपनी गाड़ी में बैठ गए और फिर निकल गया।
हांग कांग की सड़कें भी साहिल की तरह सौम्य स्वभाव का था।
कुछ देर बाद ही साहिल नैना के सोसायटी में पहुंच गए।
साहिल ने बेल बजाया और अभय ने दरवाजा खोला दोनों एक-दूसरे को पहले से ही जानते थे और फिर साहिल ने कहा ये तुम्हारा घर है नैना कौन है तुम्हारी।
अभय ने कहा अरे बाबा दरवाजे पर से ही पुछोगे नैना मेरी बहन है।।
साहिल अन्दर पहुंच गए और फिर बैठ गया और फिर बोला नैना को बुला दो।
अपर्णा ने कहा अरे साहिल तुम कैसे हो।
साहिल ने कहा हां ठीक हुं
और फिर नैना आ गई और फिर बोली अरे सर आप यहां।
साहिल ने कहा मिस नैना आप आज युनिवर्सिटी में नहीं आई।
नैना ने कहा हां सर मैं रिजाइन देने आने वाली हुं।
साहिल ने कहा ऐसा कैसे हो सकता है आपको नहीं पता कि यहां युनिवर्सिटी में ऐसा रूल नहीं है।
नैना ने कहा हां सच ऐसा क्यों कोई जबरदस्ती नहीं है।
साहिल ने कहा लगता है कोई जबरदस्ती करेगा एक छोटी सी बात के लिए आप युनिवर्सिटी छोड़ देंगी मैं आपसे माफ़ी मांगने आया था।
नैना ने बड़ी बड़ी आंखें कर दिया और फिर बोली अरे सर आप और माफी।।
साहिल ने कहा देखो नैना युनिवर्सिटी से कोई दुश्मनी नहीं है और फिर तुम एक अच्छी टीचर हो।
अपर्णा ने चाय और नाश्ता लगा दिया और फिर बोली अरे साहिल आओ नाश्ता कर लो।
साहिल ने कहा आज जल्दी में हुं पर एक दिन जरूर आऊंगा।
नैना ने कहा क्या सर आप जरा सा दिल रखने के लिए भी नहीं कर सकते हैं आइए प्लीज़।
साहिल हंसने लगे और फिर सब एक चाय नाश्ता करने लगे।
साहिल उसके बाद चला गया।
नैना ने कहा देखा मासी कितना ऐरोगेन्ट है।
अभय ने कहा हां पर अभी तो थोड़ा कम सा था।
नैना ने कहा माफी मांगने आया था वो भी सर के कहने  पर पहली बार।


फिर सब हसने लगे अभय ने कहा हां इनके खानदान में सब ऐसे ही है। प्यार को पैसों से तोलते है और फिर भीख मांगने आ जाते हैं। वैसे ही वर्षों पहले ये आया था अपनी बहन के लिए।
नैना तू इससे दूर ही रहना बहन।
नैना ने कहा ऐसा क्या हुआ था भाई।
अभय ने कहा हां एक दिन फुर्सत से बताता हूं।
नैना ने कहा हां ठीक है
दूसरे दिन नैना तैयार हो कर बस का इंतजार करने लगी कुछ देर बाद ही बस आ गया और फिर नैना भी बैठ गई।

कुछ देर बाद ही युनिवर्सिटी पहुंच गई।
सबसे पहले प्रिंसिपल सर के पास नैना जाकर बोली सर अब कोई शिकवा नहीं है।
सर हंसने लगे और फिर बोलें कि नैना तुम ही सब ठीक कर दोगी।
समय कम है तो जल्दी तैयारी करनी होगी मुझे भरोसा है कि तुम और साहिल मिल कर सब अच्छा करोगे। नैना ने कहा हां ठीक है मैं अब क्लास रूम में सारे स्टुडेंट ने एक साथ पुछा कि कल क्यों नहीं आए।
नैना ने कहा कि तबीयत ठीक नहीं थी।।


फिर नैना ने लेसन पढ़ाया और फिर नोट्स लिखने को कहा।
फिर वहां से दूसरे क्लास में गई और इस तरह से एक दिन पुरा हो गया।
अब क्या करना है सारी टीचर्स को जो नोट बुक मिला था वो लेकर आएं।
साहिल ने कहा इस इवेंट को मिस नैना मैनेज करेंगी और मिस नैना आप ही सबको बता दिजिए कौन क्या करेगा।
नैना ने कहा ओके सर।
फिर नैना ने जल्दी जल्दी सबको सबका काम समझा दिया और फिर नैना ने सारी टीचर्स के साथ एक मिटिग सेट कर लिया।
मिटिग में नैना ने कहा कि एक थीम का अनुसार आयोजन किया जाएगा।
मैं सबको सबका केरेक्टर्स समझा दिया है तो कल से जब जिसका फ्री पीरियड होगा वो अपना प्रैक्टिस करने चला जाएगा।
सब बहुत ही आकर्षित हुए नैना के एक नया अनुभव से।
सब अपने अपने क्लास चले गए।
जाते समय नैना साहिल से मिलने पहुंच गई।

और फिर नैना ने कहा कि सर कुछ बातें करनी थी।
साहिल ने कहा मिस नैना ये सब।
नैना ने कहा ये लिस्ट है ।
साहिल ने कहा हां ठीक है समय कम है और अच्छा होना चाहिए।
नैना ने कहा यस सर।
साहिल ने कहा सबको बता दिजिए की छुट्टी नहीं मिलेगी।
नैना ने हंसते हुए कहा अरे वाह क्या बात है ठीक है।
साहिल आश्चर्य हो कर नैना को देखने लगा। नैना वहां से जा चुकी थी ।

फिर नैना भी घर आ गई और फिर सारी बात बताई अपनी मासी को।
मासी ने कहा अरे वाह क्या बात है अब नैना को सारी जिम्मेदारी मिल गई।
नैना ने कहा हां समय कम है तैयारी ज्यादा है ।

फिर जल्दी से खाना खाने के बाद सो गई।


दूसरे दिन सुबह जल्दी उठकर तैयार हो गई और फिर नाश्ता करने के बाद बस का इंतजार करने लगी।
कुछ देर बाद बस आ गया  और फिर नैना बैठ गई और फिर आपस में बात करते हुए पहुंच गए।
नीमा ने कहा कि वहां पर तो एक हिटलर है इसलिए हम लोग यहां पर अपनी हंसी मज़ाक कर के वहां युनिवर्सिटी में गुस्सैल स्वभाव के बन जाते हैं।
नैना ने कहा सारे नियम तोड़ दो नियम में चलना छोड़ दो।
फिर सब हंसने लगे और फिर अपने अपने क्लास में चले गए।



फिर सब अपने अपने फ्री पीरियड में जाकर रिहर्सल करने लगे।
सबका काम बहुत ही जोड़ तोड़ से हो रहा था।
लंच के बाद सबकी मिटिग के लिए बुलाया गया।
साहिल ने कहा सबको अपना अपना काम समझा दिया गया है कैसी तैयारी चल रही हैं।
आशा मैम ने कहा हां सर सब बहुत बढ़िया चल रहा है।
नैना ने कहा सर जो लिस्ट दिया था उसमें कुछ एड करना है पर ।।
साहिल ने कहा इस तरह के अधुरे काम से सख्त नफरत है मुझे।
नैना ने कहा ओह रियली बट ये तो होता है एक लिस्ट में सिस्टम से रहेगा वरन् सब ग़लत हो जाएगा।
साहिल ने कहा मिस नैना आप मुझे सिखाएगी।
नैना ने कहा ओह नो सर।
फिर मिटिग हो गया और फिर सब को चाय नाश्ता मिल गया।
कुछ देर बाद साहिल ने नैना को बुलाया और कहा कि ये लो लिस्ट में एड कर लो।
नैना हंसने लगी और फिर लिखने लगीं।
साहिल ने कहा मिस नैना आप को बहुत हंसी आती है।
नैना ने कहा हां सर शायद आप ठीक कह रहे हो पर क्या है ना हंसने से सारे ग़म भुला दिया जा सकता है और कभी कभी जख्म इतने गहरे होते हैं जो हंस लेने से शायद गम छुप जाते हैं।


क्या साहिल और नैना की नोक झोंक रंग लाएगी।
नैना विक्की को भुला देगी।
ये सब जानने के लिए अगला अध्याय जरूर पढ़ें।

क्रमशः