Momal :Diary ki gahrai - 5 in Hindi Horror Stories by Aisha Diwan books and stories PDF | मोमल : डायरी की गहराई - 5

Featured Books
  • My Wife is Student ? - 25

    वो दोनो जैसे ही अंडर जाते हैं.. वैसे ही हैरान हो जाते है ......

  • एग्जाम ड्यूटी - 3

    दूसरे दिन की परीक्षा: जिम्मेदारी और लापरवाही का द्वंद्वपरीक्...

  • आई कैन सी यू - 52

    अब तक कहानी में हम ने देखा के लूसी को बड़ी मुश्किल से बचाया...

  • All We Imagine As Light - Film Review

                           फिल्म रिव्यु  All We Imagine As Light...

  • दर्द दिलों के - 12

    तो हमने अभी तक देखा धनंजय और शेर सिंह अपने रुतबे को बचाने के...

Categories
Share

मोमल : डायरी की गहराई - 5

सुबह के नौ बज चुके थे। अब्राहम कभी इतनी देर नही सोता लेकिन नींद की गोली लेने की वजह से उसकी आंख देर से खुली, आज देर तक आराम से सो कर उसे अच्छा महसूस हो रहा था। खिली खिली सी धूप उसके बरामदे तक आ रहे थे। धीरे धीरे उठ कर उसने खिड़की से परदे हटाए , चहरे पर सूरज की किरण पड़ते ही उसकी आंखे छोटी हो गई, वो धीरे धीरे चल कर वाश की तरफ जाने लगा तो उसकी नज़र टेबल पर रखे डायरी पर पड़ी और दिल में खयाल आया के " क्या मोमल अपनी डायरी की तलाश कर रही होगी?
फिर वो वाशरूम चला गया। फ्रेश होने के बाद किचन की ओर जा ही रहा था के अंकल हैरी आवाज़ लगाते हुए आए " अब्राहम सर, अब्राहम बेटा।"

अब्राहम ने धीमी कदमों से जा कर दरवाज़ा खोला। उनके हाथ में कुछ खाने पीने की चीज़े थीं। 
अंदर आते हुए उन्होंने कहा :" चलिए जल्दी से नाश्ता कर लीजिए! 
अब्राहम कुर्सी पर बैठते हुए बोला :" अंकल आपको ये सब करने की जरूरत नहीं है! मैं ठीक हूं, अपना खयाल रख सकता हूं।"
अंकल हैरी ने लंबी सांस लेते हुए कहा :" हां मुझे पता है! अभी आपको पूरी तरह से रेस्ट की जरूरत है और मैं भी अकेला ही हूं! खाना लाऊंगा दोनो साथ में खा लेंगे ! क्यों "
ये कह कर उन्होंने हंसते हुए नाश्ता प्लेट में परोस कर अब्राहम के आगे बढ़ाया। खाते हुए उन्होंने कहा :" अभी अभी दो लड़कियां भी आने वाली है यहां !"
अब्राहम एक दम चौंक कर बोला :" क्या ? कौन लड़कियां?
अंकल हैरी मुस्कुराए और बोले :" आप तो ऐसे चौंक रहे हैं जैसे वो यहां घर बसाने आ रही हो! अरे वो नई लेब्रेरियन है ना , क्या नाम है उनका !....
अब्राहम :" मोमल मैरी!... क्या यहां मोमल आ रही है?

अंकल हैरी : हां मोमल ! वो कल आपके बारे में पूछ रही थी के आप कॉलेज क्यों नही आए , मैने जज़्बात में बह कर आपकी हालत बता दी, अभी मैं वहां से गुजर रहा था तो गेट पर मिली, बोली के आज रविवार है तो हम सर के लिए प्रे करने चर्च जा रहें हैं और लौटते समय उनसे मिल भी लेंगे।"

अब्राहम ने मन ही मन कहा :" उसे शायद पता चल गया होगा के डायरी मेरे पास है इस लिए उसे लेने आ रही है वरना मुझसे उसे हमदर्दी तो नही हो रही होगी, उसे तो लड़को से नफरत है ना!"

अंकल हैरी ने उसे टोका :" क्या हुआ ! कहां खो गए आप ? 

अब्राहम :" न नही कहीं नहीं! सोच रहा हूं डैड को इंडिया बुला लूं! पर मुझे नही लगता वो आयेंगे।"

अंकल हैरी :" बोल कर तो देखिए शायद आ जाए"

अब्राहम :"हम्म " 

कुछ देर बाद ही मोमल और नीलम ने हिचकिचाते हुए बरामदे पर कदम रखा। बेल बजाया तो अंकल हैरी ने दरवाज़ा खोला। दोनों के हाथ में फूलों का गुलदस्ता था। अंकल हैरी ने जोशीले अंदाज़ में उनका स्वागत किया :" आओ आओ बेटा ! अंदर आ जाओ।"

अब्राहम टी शर्ट और लोअर पहने छोटे से ड्राइंग रूम में सोफे पर बैठा था। मोमल को देखते ही उसका दिल थोड़ा शोर कर उठा। उसे देख कर उठने लगा लेकिन मोमल ने जल्दी करते हुए कहा :" नही नही बैठ जाइए ! आपको चोट लग जायेगी।"

नीलम ने सर झुका कर गुड मॉर्निंग कहा और गुलदस्ते को बढ़ा कर बोली :" हम आपके गुड हैल्थ के लिए प्रे कर के आए हैं! ये रोजेस आपके लिए "

अब्राहम ने धीमी आवाज़ में कहा :" थैंक्स ! Please have a sit !.... आप दोनों को ये सब करने की जरुरत नही थी।"

मोमल ने रुके रुके अंदाज़ में कहा :" प्रे करने से मन को ताज़गी मिलती है ,आपको भी करनी चाहिए ! ( फिर कुछ पल रुक कर बोली ) मिस्टर वाइल्ड.... ओह सॉरी, आई मीन , मिस्टर विल्डर! मैं ने सुना के आपके पास मेरी डायरी है! क्या वो मुझे मिल सकती है ?

अब्राहम चेहरे पर दबी दबी मुस्कान लिए बोला :" हां मेरे कमरे रखा है!
मोमल शकियां अंदाज़ में बोली :" आप ने कुछ पढ़ा तो नही न हां?... ओह आप ने नही पढ़ा होगा , थैंक गॉड आप ने नही पढ़ा।"

अब्राहम मुस्कुरा कर :" सॉरी लेकिन मैं पढ़ चुका हूं। कोई बात नही मैं डायरी ले कर आता हूं!"

मोमल झट से उठ खड़ी हुई और बोली :" नही नही आप बैठिए ! मैं जा कर ले आती हूं!  आपको मेरे बारे में सब कुछ पता चल गया।"
(मोमल ने मुंह लटका कर कहा)

अब्राहम बोलता रह गया के की मैं चल फिर सकता हूं, लेकिन मोमल सीधा उसके कमरे में चली गई , अब्राहम उठ कर उसके पीछे जा ही रहा था की उसके ज़ोर से चीखने की आवाज़ आई , आवाज़ सुनते ही सभी घबरा कर दौड़े , उसी बीच मोमल भी भागते हुए निकल रही थी के अब्राहम से आ कर टकरा गई, वो परेशान हो कर पूछने लगा :" क्या हुआ तुम्हे ,इस तरह चिल्ला क्यों रही हो?
मोमल घबराहट में दोहरा दोहरा कर कमरे की ओर हाथ से इशारा कर बताने लगी :" भूत भूत है आपके कमरे में! मैंने देखा उसे!"

अब्राहम ने हड़बड़ा कर कहा :" मोमल ! शांत हो जाओ, कहां भूत देखा तुम ने ? दिखाओ मुझे!"

इतना ही कहना था कि वो बेहोश हो कर गिरने लगी, अब्राहम उसे एक हाथ से संभाल नही पाया तो उसने अंकल हैरी को आवाज़ लगाई :" अंकल हैरी! मेरी मदद कीजिए"

नीलम का दिल डर के मारे ज़ोर ज़ोर से फड़फड़ा रहा था इस लिए उसे समझ नही आ रहा था की इस समय क्या करना चाहिए, दूर में ही डरी सहमी खड़ी थी। 
अंकल हैरी तालाब के पास से कुर्सियां उठा कर ऊपर रख रहे थे। अब्राहम की आवाज़ सुन कर भाग कर अंदर गए , देखा तो मोमल फर्श पर है और अब्राहम ने उसके सर को एक हाथ का सहारा दे कर बैठाए रखा है। अंकल हैरी परेशान हो कर बोलने लगे :" अरे क्या हो गया अचानक इसे ?"
अब्राहम :" पता नही अंकल ! इसे उठा कर बेड पर रखिए !"
इतने में नीलम भी आई और साथ में उठा कर बिस्तर पर लिटाया। उसके मुंह पर पानी के छींटे मारें लेकिन उसे होश नहीं आया। अब्राहम ने डॉक्टर को फोन किया और जल्दी आने को कहा। 
एक दम से खुशनुमा माहौल परेशानी और दहशत में बदल गया। घबराहट में अब्राहम के सांस लेने की गति तेज़ हो गई थी, दिल में जैसे भूचाल सा चलने लगा था। 
नीलम रोनी सूरत बना कर उसके सिरहाने बैठी हुई बोली :" क्या हो गया अचानक? ये तो बिलकुल ठीक थी!" 

अंकल हैरी ने भी वोही सवाल किया।
अब्राहम ने तेज़ तेज़ सांस लेते हुए कहा :" पता नही ,जैसे ही कमरे में आई और ज़ोर से चिल्ला कर बाहर दौड़ी चली आ रही थी भूत है, भूत है बोल कर, पता नहीं इसने क्या देखा , क्या हुआ कुछ समझ नहीं आ रहा है।"

अंकल हैरी ने कहा :" मुझे लगता है हमे पास वाले चर्च के पादरी को बुलाना चाहिए!"

अब्राहम को भूतों पर यकीन तो नही था लेकीन फिर भी उसने मोमल के खातिर कहा :" ठीक है बुला लेंगे लेकिन पहले डॉक्टर देख ले फिर हम बुला लेंगे।"
मोमल अब भी बेहोश पड़ी थी। बेहोश पड़ी मोमल को देख कर अब्राहम को वो सब कुछ याद आने लगा जो पिछले कुछ दिनो से उसके साथ हो रहे थे। वो रोने सिसकने की आवाज़ें, वो चलने फिरने की आहट , वो किसी का कान के पास सांस लेना, वो कार से किसी के टकरा जाने का वहम और फिर उसके ऊपर बेवजह पेड़ का गिर जाना। ये सारी बाते उसके दिमाग में घूमने लगी फिर मोमल का भूत भूत चिल्लाना कर बेहोश हो जाना। अब अब्राहम को भी शक होने लगा के क्या सच में भूत होते हैं। अगर होते हैं तो मेरे घर में क्यों? 

वो अपने सवालों में उलझा था के बेल बजी। अंकल ने जा कर दरवाज़ा खोला और साथ में डॉक्टर को ले आए, डॉक्टर अब्राहम का दोस्त था। आते ही उसने पहले परेशान खड़े अब्राहम को देखा और फिर कहा :" ये लड़की कौन है ? तुम ने शादी कर ली?

अब्राहम ने जल्दी करते हुए कहा :" वो सब बाद में पूछ लेना पहले देखो उसे क्या हुआ है! बहुत देर हो गई अब तक होश नही आया।"

डॉक्टर ने बीपी और पल्स चेक किया और फिर कहा :" इनका ब्लड प्रेशर लो है और वीकनेस भी है और सब से ज़्यादा डिहाइड्रेशन है।... मैं कुछ मेडिसिन लिख देता हूं और स्लाइन लगा देता हूं! दो बोतल दो घंटे तक चलाना है फिर खोल लेना ,ठीक है?
अब्राहम ने कहा :" हां मैं स्लाइन निकाल दूंगा तुम बस लगा दो और मेडिसिन लिख दो।"

डॉक्टर ने सलाइन लगाया और दवाई की एक पर्ची लिख दी, अंकल हैरी फौरन उस पर्ची को लेकर दवाइयां लाने चले गए, डॉक्टर भी जाने लगा। जाते हुए उन्होंने कहा :" इन्हे ज़्यादा फ्लूइड, जूस वैगराह देते रहना और हां ध्यान रहें खाने पीने में बिलकुल कमी न करे"
अब्राहम :" हां ये सब मुझे पता है!"
डॉक्टर :" तो मुझे क्यों बुलाया ? तुम्हे पता है ना आज संडे है! मैं अपनी फैमिली के साथ था।"
अब्राहम ने मुस्कुरा कर कहा :" आने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया और आप ने जैसा जैसा कहा वैसा ही किया जाएगा।"

डॉक्टर ने हंस कर उसे अलविदा कहा फिर चला गया। 
सिरहाने बैठी नीलम ने फिक्र मंद हो कर कहा :" लेकिन सर! मोमल तो एक दम ठीक थी , बिलकुल हेल्दी थी अचानक इतनी प्रॉब्लम्स कैसे हो गई ? 

अब्राहम कुछ बोलता इस से पहले मोमल का फोन बजने लगा। नीलम ने जल्दी से उसके बैग से फोन निकाल कर देखा तो रैन का कॉल था। उसने परेशान हो कर अब्राहम से कहा :" सर इसके भाई का कॉल है! अब मैं क्या कहूं उस से , वो बहुत परेशान हो जायेगा।"

इतने में मोमल ने आंखे खोल दी और लेटे हुए ही कमरे में नज़र दौड़ाते हुए हड़बड़ा कर उठने लगी। अब्राहम पास जा कर बोला :" प्लीज़ लेट जाओ! डरो मत हम सब यही है।"

नीलम ने भी उसे लेटने के लिए कहा। उसने दबे दबे आवाज़ में कहा :" यहां एक बहुत ही भयानक भूत है! मिस्टर वाइल्ड, आपको मेरी बात समझ आ रही है ना?

नीलम ने धीरे से उसके कान में कहा :" मिस्टर वाइल्ड बोलना बंद करो, कहीं सर चिल्ला ना दे।"
अब्राहम ने बड़े नर्मी से कहा :" देखो हो सकता है कमज़ोरी की वजह से तुम्हे वहम हुआ हो! ये भूत प्रेत कुछ नही होता।"

मोमल अचानक चिढ़ गई और झुंझला कर बोली :" होता है, मैने देखा है, मुझे कोई वहम नही हुआ है!....उसके पूरे जिस्म से काला धुंआ निकल रहा था, उसी बीच सिर्फ उसकी लाल लाल आंखे दिख रही थी। उसने मुझे घूर कर देखा फिर पता नही उसने क्या किया मुझे ऐसा लगा मेरे सीने से कोई भारी चीज़ टकरा गई , बहुत ज़ोर का धक्का लगा और उस वजह से तेज़ दर्द हुआ, अब ऐसा लग रहा है मेरी एनर्जी उसने चूस ली है!"

अब्राहम ने समझा कर कहा :" अच्छा ठीक है! हम फादर को बुलाएंगे। अब तुम कैसा फील कर रही हो ? ठीक तो हो ना? 

मोमल उसके मुंह ये नर्म लहज़ा सुन कर थोड़ी ताज्जुब हुई और धीरे से बोली :" हां अब मैं ठीक हूं।"

अब्राहम :" ठीक है तुम अपने भाई से बात कर लो वो कॉल कर रहा था।"

ये कह कर वो कमरे से बाहर निकल गया और किचन की ओर चला गया। 
नीलम हैरत से बोली :" अब्राहम सर तुम्हे लेकर बहुत सेंसेटिव हैं!.... उनकी जान हलक में अटकी थी जब तक तुम बेहोश थी।"
मोमल ने ये कहते हुए रैन को कॉल किया के " इनके घर में भूत है और इन्हें यकीन ही नहीं!"

वो किचन जा कर फ्रिज से जूस और फल लेकर आया। मोमल ने अपने भाई को कुछ नही बताया जो भी आज हुआ क्यों के वो नही चाहती के घर वालो को कुछ भी ऐसा लगे के उसे यहां आते ही प्रॉब्लम्स होने लगी है। 
अब्राहम ने जूस लेकर पास वाले टेबल में रखते हुए कहा :" इसे पी लो और अपने खाने पीने में ध्यान दो!"

मोमल ने उसे प्यारी आंखों से देखते हुए कहा :" आप ये सब मत कीजिए ! ये स्लाइन कब खत्म होगा हमें जाना है!"

अब्राहम ने कहा :" तुम दो घंटे बाद जा सकती हो ! Don't worry मैं हॉस्टल वार्डन से बात कर लूंगा। तुम रेस्ट करो।"

उसे जूस देकर वो ड्राइंग रूम के सोफे पर बैठ गया। उसे फिक्र सता रही थी के कहीं मोमल के साथ कुछ गलत न हो, वो पहले ही बहुत कुछ झेल रही है।
नीलम ताज्जुब से मुंह पर हाथ रखकर बोली :" ओह माई लॉर्ड ! अब्राहम सर का ये रूप भी है या सिर्फ तुम्हारे लिए है? वो तो तुम्हारा ऐसे खयाल रख रहे हैं जैसे तुम्हे सालों से जानते हों।"
मोमल ने एक तरफ देखते हुए दबे आवाज़ में कहा :" क्यों के उन्होंने मेरी डायरी पढ़ी है और अगर उन्होंने मेरे शब्दों की गहराई को समझा है तो वो मुझे इतना जानते हैं जितना मैं खुद को!"

अंकल हैरी दवाई के साथ साथ पादरी को भी बुला कर आए , उन्होंने रात को आने की बात कही। 
मोमल को बहुत हिचकिचाहट हो रही थी। वहां पर दो घंटे काटना मुश्किल हो रहा था क्यों के उसे लग रहा था के अब्राहम के बिस्तर में वो बैठी है जब के अब्राहम को रेस्ट की ज़्यादा ज़रूरत है। ये दोनो उसे देखने आई थी लेकिन अब उसे ही मोमल का खयाल रखना पड़ रहा है।