Devil Ceo Ki Mohabbat - 34 in Hindi Love Stories by Saloni Agarwal books and stories PDF | डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 34

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डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 34

अब आगे,

 

आराध्या पीछे होते होते अब अर्जुन के कमरे के दरवाजे से बिलकुल चिपक गई और वही अर्जुन मुस्कराते हुए उस की तरफ बढ़ रहा था तो आराध्या ने जब देखा कि अर्जुन उस के करीब ही बढ़ रहा है तो अब वो उस दरवाजे से दूसरी तरफ जाने की कोशिश करते हुए मुड़ी ही थी कि...!

 

उस से पहले ही अर्जुन ने अपनी फुर्तीली से अपने दोनो हाथ आराध्या के अगल बगल में लगा दिए और ये सब इतनी जल्दी हुआ कि आराध्या को अपनी जगह से हटने का समय ही नहीं मिला..!

 

अर्जुन अब आराध्या के बहुत ही करीब होकर खड़ा हुआ था और आराध्या को अर्जुन की सांसे अपने चेहरे पर महसूस हो रही थी और वही आराध्या का डर से बुरा हाल हो रहा था क्योंकि आराध्या आज पहली बार किसी मेल शक्श के इतने करीब खड़ी हुई थी..!

 

अर्जुन, आराध्या के चेहरे पर आए बालो को अपने एक हाथ से उस के कान की तरफ लगा रहा था कि वही अर्जुन के ऐसा करने से आराध्या ने अपने चेहरा दूसरी तरफ घुमा लिया क्योंकि उस को डर लग रहा था कि अर्जुन उस के साथ क्या करने वाला है..!

 

अब अर्जुन, आराध्या के कानो के पास जाकर उस से बहुत धीरे से कहने लगा, "तुम ने पूछा था ना तो मै बताता हु कि तुम ने ही मुझे उस रात उस रेस्त्रां में अपने करीब आने की इजाजत दी थी...!"

 

अर्जुन की गरम सांसे अपने कानो पर महसूस कर के ही आराध्या की हालत खराब हो रही थी और अब अर्जुन की बात सुन कर उस के होश भी उड़ चुके थे और वो, अर्जुन से हकलाते हुए कहने लगी, "क...क्या मतलब है आप का, मैने इजाजत दी अपने करीब आने की..!"

 

आराध्या अब लगभग रोते हुए ही अर्जुन से कहने लगी, "आप ने मेरे साथ क्या किया था...!"

 

जब आराध्या ने अपनी बात कही थी कि उस की एक आंख से अंशु निकल कर बह गया और जिसे देख कर अर्जुन ने अपना चेहरा आराध्या की तरफ कर के उस की आंख से निकला अंशु पी लिया और साथ में जब आराध्या ने ये सब देखा तो वो, अब अर्जुन को हटाने की कोशिश करने लगी..!

 

पर वो, अर्जुन जैसे ताकतवर शक्श को एक कदम भी पीछे नहीं कर पा रही थी और वही अर्जुन को आराध्या का अपने आप से दूर करना उस को अच्छा नहीं लग रहा था..!

 

तो अब अर्जुन ने आराध्या के दोनो हाथो को अपने एक हाथ में पकड़ लिया और अब आराध्या के गालों पर किस करने लगा...!

 

अर्जुन की इस हरकत पर अराध्या बहुत ज्यादा डर गई और लगभग रोते हुए उस से कहने लगी, "प्लीज छोड़ दो मुझे, प्लीज...!"

 

आराध्या की बाते अर्जुन के गुस्से में आग मे घी डालने वाली लग रही थी और अब अर्जुन ने उस से थोड़े गुस्से से कहा, "तुम्हे छोड़ दू, ये तो नामुमकिन है मेरी जान और अब तुम मेरे साथ और मेरे पास ही रहोगी और रही बात तुम्हारे करीब आने की तो तुम ने ही मुझे अपने आप को किस करने की इजाजत दी थी और कुछ भी नही हुआ था मेरी जान, मगर तुम चाहो तो....!"

 

अर्जुन आगे बोल पता उस से पहले ही आराध्या बीच में बोल पड़ी, "नही, बिलकुल भी नही...!"

 

आराध्या की बात सुन कर, अर्जुन का गुस्सा कुछ हद तक शांत हुआ और उस के चेहरे पर मुस्कान आ गई और अब वो, अराध्या से कहने लगा, "ठीक है हम अभी शादी से पहले कुछ नही करेंगे मगर मैं ज्यादा दिनों तक अपने आप को संभाल नही पाऊंगा क्योंकि मेरी जान है ही इतनी खूबसूरत कि मै भी कहां तक अपने आप पर काबू पा सकूंगा तो हम जल्द ही शादी भी कर लेंगे, फिर तो तुम्हे कोई परेशानी नही होगी ना मेरी जान...!"

 

अर्जुन की बात सुन कर, ही आराध्या के होश उड़ चुके थे, वही अर्जुन आराध्या के इतनी करीब खड़ा था कि अपने आप पर काबू नही कर पा रहा था तो वो, अब अराध्या से कहने लगा, "हम वो सब नही कर सकते है तो क्या हुआ, कम से कम किस तो कर ही सकते है क्योंकि वो तो हमारे बीच में पहले भी हो ही चुका है..!"

 

To be Continued......

 

हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।