Devil Ceo Ki Mohabbat - 10 in Hindi Love Stories by Saloni Agarwal books and stories PDF | डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 10

Featured Books
  • My Wife is Student ? - 25

    वो दोनो जैसे ही अंडर जाते हैं.. वैसे ही हैरान हो जाते है ......

  • एग्जाम ड्यूटी - 3

    दूसरे दिन की परीक्षा: जिम्मेदारी और लापरवाही का द्वंद्वपरीक्...

  • आई कैन सी यू - 52

    अब तक कहानी में हम ने देखा के लूसी को बड़ी मुश्किल से बचाया...

  • All We Imagine As Light - Film Review

                           फिल्म रिव्यु  All We Imagine As Light...

  • दर्द दिलों के - 12

    तो हमने अभी तक देखा धनंजय और शेर सिंह अपने रुतबे को बचाने के...

Categories
Share

डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 10

अब आगे,

 

अपनी बात कह कर डेविल ने अपने साइड में खड़े अपने पर्सनल बॉडीगार्ड से कहा, "तन्मय इस आदमी को मेरे किंग के आगे फेक दो, मेरा किंग भूखा है और बहुत समय से उन से किसी धोखेबाज का शिकार नही किया और आज उस का पेट भी भर जाएगा और इस धोखेबाज आदमी को भी सजा मिल जाएगी...!"

 

डेविल के पास एक ब्लैक पैंथर है जिस का नाम "किंग" रखा गया था और वो किंग डेविल का बहुत ही वफादार जानवर है..!

 

और उस डेविल के पर्सनल बॉडीगार्ड का पूरा नाम "तन्मय शिंदे" था, उस की उम्र लगभग 27 वर्ष थी और हाइट 6"1 इंच होगी और इस का रंग सांवला था और साथ में ये एक वेल ट्रेंड बॉडीब्यूल्डर बॉडीगार्ड भी था इस की पर्सनेलिटी किसी से कम नही थी..!

 

डेविल की बात सुन कर अब उस के पर्सनल बॉडीगार्ड तन्मय ने अपना सिर हां मे हिला दिया और एक अपने बॉडीब्यूल्डर बॉडीगार्डस को उस धोखेबाज आदमी को ले जाने का इशारा कर दिया..!

 

डेविल के पर्सनल बॉडीगार्ड तन्मय के इशारे को देखते ही वहा खड़े बाकी बॉडीब्यूल्ड बॉडीगार्डस उस धोखेबाज आदमी को घसीटते हुए वहा से ले जाने लगे..!

 

वो धोखेबाज आदमी बार बार अपनी गलती की माफी मांग रहा था और साथ में अपने आप को छोड़ने का बोलने से उस का गला भर गया था..!

 

डेविल कुछ देख तक वही खड़ा रहा लेकिन उस धोखेबाज आदमी की बातो से उस डेविल को कोई असर नही हुआ था उस धोखेबाज आदमी के चले जाने के बाद उस डेविल ने अपने पर्सनल बॉडीगार्ड तन्मय से कहा, "जाओ जाकर इस के यहां से मेरा सारा पैसा वापस लेकर आओ और हां, अभिनाश से कहना कि मेरी नए क्लाइंट के साथ मीटिंग फिक्स्ड कर दे...!"

 

अपनी बात कह कर अब डेविल अपनी आंखो पर अपना एक्सपेंसिव चश्मा चढ़ा कर वहा से जाने लगा..!

 

और डेविल की बात सुन कर अब उस के पर्सनल बॉडीगार्ड तन्मय अपना सिर हां मे हिला दिया और वहा से अपने बॉस यानी उस डेविल के पीछे पीछे चलने लगा..!

 

उस डेविल के पी ए का पूरा नाम "अभिनाश शर्मा" था उस की उम्र लगभग 25 वर्ष थी और उस की हाइट 5"9 इंच होगी और अभिनाश ही डेविल के ऑफिस का सारा काम संभालता था..!

 

हां, तो इन से मिलिए ये है हमारे हीरो "अर्जुन सिंह शेखावत" जिन की उम्र लगभग 28 वर्ष थी और हाइट 6"5 इंच होगी और साथ में ये है शेखावत इंडस्ट्री के मालिक और सीईओ..!

 

ये दुनिया के टॉप नंबर वन बिजनेसमैन टायकून है और माफिया वर्ड उफ्फ अंडरवर्ड के बादशाह जिन्हे सब "डेविल" के नाम से जानते है..!

 

अर्जुन के आंखो का रंग काला था और सिक्स पैक एब्स के साथ एक मोस्ट हैंडसम एंड बैचलर बिजनेसमैन था, अर्जुन को दो चीजों से सख्त नफरत थी और वो है धोखा और झूठ..!

 

और अगर ये दोनो चीजे देने वाला अर्जुन का कोई अपना भी होगा न तो अर्जुन उस को भी नही छोड़ेगा और अर्जुन अपनी फैमिली से दूर ही रहता था..!

 

और अपने पर्सनल बॉडीगार्ड तन्मय, पी ए अभिनाश और वफादार ड्राइवर के अलावा किसी पर भरोसा नही करता था और अर्जुन का नाम ही लोगो के मन में डर पैदा करने के लिए काफी था..!

 

गर्ल्स हॉस्टल, आराध्या और जानवी का कमरा,

 

आराध्या रोज की तरह अपने बेड पर आराम से सो रही थी, अरे सॉरी अपने नही अपनी दोस्त जानवी के बेड पर, आराध्या आराम से सो ही रही थी कि जानवी उस के पास आ गई और अपनी दोस्त अराध्या को उठाते हुए उस से कहने लगी, "अरे कुंभकरण की औलाद उठ जा 12 बज गए हैं और कब तक सोते रहेगी कम से कम आज तो समय पर उठ जा...!"

 

अपनी दोस्त जानवी की बात सुन कर अब आराध्या अपनी नींद में ही अपनी दोस्त जानवी से कहने लगी, "क्यू आज क्या स्पेशल है जो मै उठ जाऊ और आज तो संडे है मतलब सोने का दिन तो प्लीज मुझे सोने दे ना..!"

 

अपनी दोस्त आराध्या की बात सुन कर अब जानवी ने अपने मन में कहा, "कैसी बेस्ट फ्रेंड मिली हैं मुझे और आज मेरा बर्थडे है तो कम से कम मुझे विश तो कर ही सकती हैं न...!"

 

जब काफी देर आराध्या ने देखा कि उस की दोस्त जानवी उस को अब दुबारा से नहीं उठा रही थी तो अब उस ने मुड़ कर अपनी दोस्त जानवी की तरफ देखा और थोड़ा मुस्कराते हुए अपनी दोस्त जानवी से पूछने लगी, "अब तू कहा खो गई और बता आज के दिन ऐसा क्या स्पेशल है...?"

 

अपनी दोस्त आराध्या की बात सुन कर अब जानवी ने चिड़ते हुए अपनी दोस्त अराध्या से कहा, "कुछ स्पेशल नही है और तू बस उठ जा और तू जानती तो है कि बस आज के दिन ही हम हॉस्टल के बाहर जाने को मिलता है जिसमे से आधा दिन तो तूने सो कर निकल दिया है अब बाकी का दिन भी ऐसी ही बेकार जाने देगी क्या और चल कही बाहर घूमने चलते हैं ना...!"

 

To be Continued......

 

हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।