Devil Ceo's Sweetheart - 16 in Hindi Love Stories by Saloni Agarwal books and stories PDF | डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 16

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डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 16

अब आगे,

 

राजवीर के पी ए दीप के जाने के बाद, राजवीर कुछ देर तक अपने इटली वाले क्लाइंट की फाइल देखता रहा और उस के बाद उस फाइल को वही डेक्स पर छोड़ दिया..!

 

और अब अपने केबिन में बनी शीशे के दीवार के सामने खड़े होकर कुछ सोच रहा था, राजवीर का केबिन उन की सिंघानिया कम्पनी के 25 वे फ्लोर पर था और उस के केबिन में 3 तरफ से शीशे की दीवार बनी हुई थी..!

 

उन शीशो की दीवार के अंदर से बाहर का पूरा व्यू देखा जा सकता था पर कोई भी बाहर से अंदर क्या हो रहा है वो नही देख सकता था..!

 

राजवीर को सोच ही रहा था तभी उस को उस के केबिन का दरवाजा खुलने की आवाज आई और राजवीर का गुस्सा बढ़ गया और वो अब उस ने अपनी मुठ्ठी को भींच लिया क्योंकि उस को बिलकुल भी पसंद नहीं था कि कोई भी इंसान उस के केबिन में बिना बुलाए और बिना परमिशन के अंदर आ जाए..!

 

राजवीर उस इंसान का चेहरा देखने के लिए आगे बढ़ा ही था उस से पहले ही एक लड़की ने आकर अब उस के गले से लग गई और उस को कश के गले लगा लिया..!

 

उस लड़की के उस के गले लगने से राजवीर का सारा गुस्सा छुमंतर हो गया और अब राजवीर के उस लड़की के सिर पर हाथ रख दिया और उस लड़की से बहुत ही प्यार से पूछा, "केसे आना हुआ, तुम्हारा..?"

 

राजवीर की बात सुन कर अब उस लड़की ने राजवीर पर थोड़ा गुस्सा करते हुए कहा, "क्या भैया, एक तो आप घर नही आते हो, ऊपर से मुझ से पूछ रहे हो और क्या मतलब है आप का, क्या अब मै अब आप से मिलने आप की कंपनी भी नही आ सकती हूं क्या..?"

 

हां तो ये है हमारे राजवीर सिंघानिया की इकलौती और सौतेली बहन "तनवी सिंघानिया" थी जिस की उम्र महज 20 वर्ष थी और इन की हाइट 5"5 इंच होगी और तनवी का रंग गोरा होता था और ये दिखने में किसी से कम नही थी और ये अभी B.A 2nd ईयर में आई ही थी..!

 

साथ में तनवी अपने घर में सबसे नटखट और शरारती स्वभाव की लड़की थी क्योंकि ये घर में सब से ज्यादा अपने बड़े सौतेले भाई राजवीर की चहेती थी और राजवीर इस दुनिया में अपनी सगी मां के बाद अपनी सौतेली बहन तनवी से ही बहुत ज्यादा प्यार करता था..!

 

तनवी की बात सुन कर, अब राजवीर ने अपनी सौतेली बहन तनवी से कहा,"नही बच्चा, ऐसी बात नही है..!"

 

राजवीर, अपनी सौतेली बहन तनवी को बच्चा कह कर ही बुलाया करता था..!

 

राजवीर की बात सुन कर अब उस की सौतेली बहन तनवी ने राजवीर से अलग हो गई और अब राजवीर के केबिन में जो किंग साइज की कुर्सी रखी हुई थी उस पर जाकर बैठ गई और उस से गोल गोल घुमाते हुए अपने सौतेली बड़े भाई राजवीर से कहने लगी, "अच्छा तो फिर कैसी बात है, मुझे भी बताओ ना भैया..!"

 

राजवीर कुछ बोल पता उस से पहले ही उस के केबिन का दरवाजा नोक हुआ और राजवीर से परमिशन मिलने के बाद एक लड़का उस के केबिन में अंदर आ गया और अंदर आते ही उस ने राजवीर की सौतेली बहन तनवी से कहा, "तू मुझे बाहर छोड़ के क्यू चली आई..!"

 

उस लड़के की बात सुन कर अब राजवीर की सौतेली बहन तनवी ने उस लड़के से कहा, "हां, क्योंकि वो लड़की आप से बात करना चाहती थी बस इसलिए...!"

 

राजवीर की सौतेली बहन तनवी की बात सुन कर अब उस लड़के ने राजवीर की सौतेली बहन तनवी से कहा, "पर मै तो नही करना चाहता था न, क्योंकि वो लड़की बेवजह ही मेरे पीछे पड़ रही थी और तू अपने प्यारे से भाई को बचाने के बजाए मुझे उस चुड़ेल के पास छोड़ कर आ गई...!"

 

हां तो ये लड़का है हमारे राजवीर सिंघानिया के सगे छोटे भाई "अभिमान सिंघानिया" इन की उम्र 23 वर्ष थी और इनकी हाइट 5"9 होगी और अभिमान का रंग गोरा था और दिखने में ये किसी प्रिंस चर्म से कम नही था पर राजवीर से ज्यादा नही..!

 

और इस ने अभी अपना M.B.A पूरा किया था और अब अपने ही सगे बड़े भाई राजवीर की सिंघानिया कंपनी में ही इंटरशिप कर रहा था..!

 

ये भी अपने सौतेली बहन तनवी से बहुत प्यार करता था पर राजवीर की सौतेली बहन तनवी और सगे छोटे भाई अभिमान लड़ते भी बहुत ही ज्यादा थे और अभिमान अपने ही सगे बड़े भाई राजवीर की तरह ही बनना चाहते थे पर ये थोड़े मस्तीखोर स्वभाव के होने की वजह से अपने सगे बड़े भाई राजवीर से डाट खाते रहते थे..!

 

अब अपनी सौतेली बहन तनवी और अपने सगे छोटे भाई अभिमान को ऐसे बच्चो की तरह लड़ता हुआ देख कर अब राजवीर ने उन दोनो से कहा, "बस करो तुम दोनो, जब देखो बस कुत्ते बिल्ली की तरह लड़ते रहते हो..!"

 

अपनी बात कहने के बाद, राजवीर ने अपनी रोलेक्स वॉच ने टाइम देखा तो 10 बजने ही वाले थे और अब इसलिए उस ने थोड़े गुस्से से उन दोनो से कहा, "अभी के अभी तुम दोनो मेरे केबिन से बाहर निकल जाओ...!"

 

राजवीर की बात सुन कर और उस का गुस्सा देख कर तो उस का सगा छोटा भाई अभिमान तो बिलकुल शांत ही हो गया जबकि उस की सौतेली बहन तनवी ने अब अपने सौतेले भाई राजवीर से रोते हुए कहा, "भैया, आप मुझ पर गुस्सा नही कर सकते हो...!"

 

अपनी सौतेली बहन तनवी की बात सुन कर अब राजवीर ने अपने आप को शांत करा और अब अपनी सौतेली बहन तनवी से बहुत प्यार से समझते हुए कहा, "देखो बच्चा, अभी कुछ देर में मेरी एक इंपोर्टेंट मीटिंग है, उस के बाद मै तुम से ढेर सारी बाते करूंगा, अब ठीक है ना..!"

 

अपने सौतेले बड़े भाई राजवीर की बात सुन कर अब तनवी के चेहरे पर खुशी आ गई और वो अब अपने सौतेले बड़े भाई राजवीर के गले से लग गई..!

 

To be Continued......

 

हेलो रीडर्स, यह मेरी पहली नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी पहली नोवेल "डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।