Devil Ceo's Sweetheart - 15 in Hindi Love Stories by Saloni Agarwal books and stories PDF | डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 15

Featured Books
  • द्वारावती - 73

    73नदी के प्रवाह में बहता हुआ उत्सव किसी अज्ञात स्थल पर पहुँच...

  • जंगल - भाग 10

    बात खत्म नहीं हुई थी। कौन कहता है, ज़िन्दगी कितने नुकिले सिरे...

  • My Devil Hubby Rebirth Love - 53

    अब आगे रूही ने रूद्र को शर्ट उतारते हुए देखा उसने अपनी नजर र...

  • बैरी पिया.... - 56

    अब तक : सीमा " पता नही मैम... । कई बार बेचारे को मारा पीटा भ...

  • साथिया - 127

    नेहा और आनंद के जाने  के बादसांझ तुरंत अपने कमरे में चली गई...

Categories
Share

डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 15

अब आगे,

 

अपने पी ए दीप की बात सुनने के बाद, राजवीर अब आराम से अपनी ब्लैक कॉफी विद आउट शुगर पीने लगा और साथ में अपने आई पैड में बिजनेस के कुछ आर्टिकल्स पढ रहा था..!

 

करीब 9 बजे,

 

राजवीर अपने सिंघानिया कंपनी जाने के लिए ऑलमोस्ट रेडी हो गया था और अपने सिंघानिया विला से बाहर जाने लगा और जहा करीब सात ब्लैक कलर की बुलेट प्रूफ लग्ज़री कार खड़ी हुई थी..!

 

और साथ में बहुत सारे ब्लैक ड्रेस पहने हुए बॉडीब्यूल्डर बॉडीगार्ड्स भी खड़े हुए थे और राजवीर के पीछे पीछे उस का पी ए दीप और पर्सनल बॉडीगार्ड देव भी आ चुके थे..!

 

राजवीर की वफादार ड्राइवर ने अब राजवीर के लिए उस की बुलेट प्रूफ लग्जरी कार का दरवाजा खोल दिया और राजवीर उस बुलेट प्रूफ लक्जरी कार में बैठ गया और साथ मे उस का पी ए दीप उस के बराबर मे ही बैठ गया और उस का पर्सनल बॉडीगार्ड देव ड्राइवर के साथ वाली सीट पर बैठ गया..!

 

राजवीर के वफादार ड्राइवर का पूरा नाम "दीपक चौरसिया" था उस की उम्र 26 वर्ष थी और उस की हाइट 5"9 होगी और दीपक, राजवीर के साथ पिछले छ सालो से काम कर रहा था..!

 

करीब 15 मिनट बाद, सिंघानिया कंपनी में,

 

राजवीर की बुलेट प्रूफ लग्ज़री कार का काफिला अब राजवीर की कंपनी तक पहुंच चुका था और राजवीर की सभी कार अब उस की अपनी कंपनी के पर्सनल पार्किंग में आकर रुक गई..!

 

राजवीर का वफादार ड्राइवर दीपक उस के लिए उस ने उस की बुलेट प्रूफ लग्जरी कार का दरवाजा खोल दिया और राजवीर अपना ब्लैक शू निकल कर उस बुलेट प्रूफ लग्जरी कार से एक रोबदार पर्सनेलिटी के साथ बाहर निकल गया और अपने थ्री पीस सूट के कोट के बटन को बंद कर लिया..!

 

और अपनी सिंघानिया कंपनी में अंदर जाने लगा और उस के पीछे पीछे उस का पी ए दीप और पर्सनल बॉडीगार्ड देव भी जा रहे थे..!

 

राजवीर के ऑफिस आने के बाद उस के ऑफिस के सारे एम्प्लॉय उस को ग्रीट करने लगे और साथ में वहा मौजूद सारी लड़कियां अपने आप को ऐसा मेंटेन रखती थी कि कोई देख ले तो देखता ही रह जाए मगर वो सब राजवीर को एक नजर देखने के लिए पागल रहती थी साथ में उस के लिए ही इतना तैयार होकर आती थी कि कभी तो हमारा राजवीर उन को एक नजर देख ही लेगा..!

 

पर हमारा राजवीर ने आज तक किसी भी लड़की को एक नजर भर तक नही देखा था उस की सुने तो उस को लगता था कि लड़कियां बस पैसों के लिए ही पागल रहती हैं उस के अलावा उन को कुछ और चाहिए ही नही होता और उस के लिए वो कुछ भी करने को तैयार हो सकती हैं और इसलिए ही राजवीर लड़कियों से नफरत करता था..!

 

राजवीर सीधा अपने केबिन में चला गया और वहा पर अपना थ्री पीस सूट का कोट उतार कर अपनी किंग साइज कुर्सी पर टांग दिया और उस के पीछे पीछे उस का पी ए दीप उस के केबिन में आ गया तो उस से पहले उस ने राजवीर के केबिन का दरवाजा नोक करा और उस के बाद राजवीर ने उस को अपने केबिन में अंदर आने की परमिशन दे दी..!

 

तो अब उस का पी ए दीप, राजवीर के केबिन में अंदर आ गया और उस ने राजवीर से कहा, "बॉस, आधा घंटे बाद वो इटली वाले क्लाइंट यहां पहुंचने वाले हैं आप एक बार इस फाइल को देख लीजिए..!"

 

अपने पी ए दीप की बात सुन कर अब राजवीर ने अपने पी ए दीप के हाथ से फाइल लेकर देखने लगा तभी राजवीर ने अपने गुस्से मे अपने पी ए दीप से कहा, "जाओ जाकर देखो सारे अरेंजमेंट अच्छे से हो गए हैं न, बाद में मुझे कोई भी कमी नजर आई तो तुम जानते ही हो कि मै तुम्हारे साथ क्या कर सकता हूं..!"

 

राजवीर की बात सुन कर और उस का गुस्सा देख कर ही अब राजवीर के पी ए दीप की हालत खराब होने लग गई और उस ने अपनी डरती हुए आवाज में राजवीर से कहा, "जी बॉस, मै अभी दुबारा से सारे अरेंजमेंट देख लेता हु..!"

 

और अब राजवीर का पी ए दीप अपनी बात कह कर अब राजवीर के केबिन से ऐसे भाग गया जैसे उस ने सुबह सुबह ही कोई भूत देख लिया हो..!

 

To be Continued......

 

हेलो रीडर्स, यह मेरी पहली नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी पहली नोवेल "डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।