Rahashymai Haweli - 5 in Hindi Horror Stories by गुमनाम शायर books and stories PDF | रहस्यमई हवेली - 5

Featured Books
  • નિર્દોષ - 2

    ​અધ્યાય ૩: શંકાનું બીજ અને બુદ્ધિનો અજવાળ​૩.૧. તર્કની લડાઈ​ઇ...

  • સૂર્યકવચ

    ​સૂર્યકવચ: કેદીનું સત્ય – તપાસનો નાટ્યાત્મક વળાંક​પ્રકરણ ૧:...

  • ટેલિપોર્ટેશન - 1

    ટેલિપોર્ટેશન: પહેલું સંકટ​આરવની ગાથા (Aarav Ni Gatha)​પાત્ર...

  • એકાંત - 56

    કુલદીપ અને ગીતા એમનાં ઘરેથી ભાગી ગયાં હતાં. ગીતાનાં પપ્પાએ એ...

  • MH 370- 23

    23. દરિયાઈ વંટોળમાંફરીથી કોઈ સીટી વાગી અને હવે તો કેટલાંયે સ...

Categories
Share

रहस्यमई हवेली - 5

आदित्य और आदि बाहर गार्डन में क्रिकेट मैच खेल रहे होते हैं..आदि बोलिंग करता है और आदित्य बैटिंग।
आदि की एक बोल पर आदिया शॉट मरता है और बोल झाड़ियों मैं चली जाती है। आदित्य और आदि बोल लेने के लिए झाड़ियों की तरफ जाते है। झाड़ियों मैं पेड़ के सूखे पत्तों का अंबार होता है और बॉल उसमे कही पढ़ी होती है...दोनो बच्चे
बॉल ढूंढते है अचानक आदित्य को ऐसा लगता है के उसका पैर किसी ने पकड़ लिया हो वो हिलने की कोशिश करता है.लेकिन हिल नही पाता..फिर वो जोर जोर से शोर मचाने लगता हैं और अपने पापा रोहन को आवाज देने लगता है।

रोहन घर से आदित्य की आवाज सुन कर भागते हुए बाहर गार्डन की और आता है तो देखता है के आदि रो रहा हैं और आदित्य झाड़ियों मैं खड़ा चिल्ला रहा है रोहन बच्चो के पास जाता है..आदित्य को पूछता है क्या हुआ आदित्य रोते हुए के मेरे पैर किसी ने पकड़ लिए है..रोहन उसको अपनी गोदी मैं उठा लेता है..और रोहन बोलता है बेटा कुछ नही हुआ सब ठीक है..आदित्य बोलता है पापा सच मैं मुझे लगा के मेरे पैर किसी ने पकड़ लिए हो।

रोहन दोनो बच्चो को चुप करवाता है और हवेली ले आता है। बच्चो के कपड़े खराब हुए होते है रोहन बच्चो से कहता है के वो नहा ले और खाने के लिए आ जाए आदित्य नहाने के लिए बाथरूम जाता है और नहाने लगता है शावर मैं गरम पानी आते आते अचानक खून आने लगता हैं और आदित्य के सर पर और बदन पर साबुन लगा होता है और पानी की जगह खून आने लगता है आदित्य जब देखता है के उसके पूरे बदन पर खून लगा है तो वो जोर से चिल्लाता है और अपने पापा को आवाज देता है और डर के मारे बेहोश हो जाता है।

रोहन बाथरूम मैं आता है देखता है के शावर ऑन है और पानी बह रहा है और आदित्य बेहोश है... रोहन आदित्य को बाथरूम से बाहर ले आता है... रोहन आदित्य को उठाने की कोशिश करता हैं लेकिन आदित्य बेहोश होता है और बेहोशी में खून खून बोलता रहता है।

कुछ देर होती है तो रोहन डॉक्टर को कॉल करता है...डॉक्टर हवेली आता है आदित्य को चेक करता है..और मेडिसिन दे देता है..जाते जाते डॉक्टर रोहन को कहता है के आप हवेली छोड़ कर चले जाओ यहां कोई सेफ नहीं है.. ये कह कर डॉक्टर चला जाता है।

थोड़ी देर बाद आदित्य को होश आता है तो रोहन पूछता है आदित्य से के क्या हुआ तुम बेहोश कैसे हुए थे...तो आदित्य कहता है मैं नहा रहा था अचानक शावर से पानी की जगह खून आने लगा...रोहन कहता है बेटा वहा खून तो था ही नही तुझे कुछ गलत फहमी हुई है..में आया तो वहा शावर से पानी बह रहा था।

आदित्य रोने लगता है और बोलता है पापा यहां नही रहना हमे प्लीज घर वापस चलते है,, शगुन आदित्य की बात सुन कर और सहम जाती हैं और रोहन से कहती है के तुम बात क्यू नही मान लेते,,
यहां कुछ ना कुछ हादसे रोज हो रहे है हमारे साथ।

रोहन शगुन से कहता है के तुम भी बच्चो की बातो मै आ गई, ये कहते हुए रोहन वहा से चला जाता है,,,शगुन आदित्य के पास रुक जाती है....थोड़ी देर बाद आदित्य सो जाता है तो शगुन वहा से अपने कमरे में आ जाती है।

पूरा दिन ऐसे ही कश्मकश में गुजर जाता है.. बच्चे दोनो अपने कमरे मैं सो रहे होते है और शगुन और रोहन,,,कुछ देर बाद रोहन भी थकान के बाद सो जाता है लेकिन शगुन को नींद नही आती...शगुन अपने कमरे मैं लगी तस्वीरों को देखती है..जो उसके बिलकुल सामने होती है..
वो तस्वीरों को देखती रहती है तो उसे महसूस होता हैं के वो तस्वीर उससे कुछ कहना चाहती हो..और उस तस्वीर मैं से वो शक्श उसके सामने चला आ रहा हो।

फिर अचानक बिजली चली जाती है..
कमरे की खिड़कियां हवा के जोर से खुल जाती है..और हिलने लगती है..सर पर लगा झूमर भी जोर जोर से हिलने लगता है..मानो ऐसा लग रहा हो जैसे अभी झूमर शगुन पर आ गिरे गा..शगुन को अजीब अजीब सी आवाज़ सुनाई देने लगती है।

शगुन देखती है के तस्वीर वाला शख्स
उसकी तरफ बढ़ रहा होता है और वो शगुन के करीब होता हैं और उसके हाथ उसके गले की तरफ बढ़ रहे होते है जैसे के वो उसका गला दबा रहा होता है... चारो तरफ जोरो से हवाएं चल रहीं होती है और वो तस्वीर वाला शख्स शगुन का गला पकड़ लेता है शगुन की डर के मारे आवाज नही निकलती है...शगुन की आंखे बाहर आने लगती है आवाज रुक जाती है पलंग जैसे हिल रहा हो और वो उसकी जान ले रहा हो।

शगुन हाथ पर जोर जोर से हिलाने लगती है अचानक जोर से चिल्ला उठती है बचाओ और इतने में रोहन नींद से उठ जाता है..रोहन देखता है शगुन घबराई सी डरी सी बचाओ बचाओ चिलाती है और कहती है मुझे मत मारो।

आगे का जानने के लिए मेरे साथ बने रहे
आगे की स्टोरी में