Mai aur Mera wo in Hindi Love Stories by Swati books and stories PDF | मैं और मेरा वो

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मैं और मेरा वो

बात है साल 2016 की ,तब मैं स्कूल में पढ़ा करती थी।
उस वक्त मैं 9वी में पढ़ती थी,हर साल की तरह 9वी की भी परीक्षा खत्म होने को थी, और मैं 10वी की नामांकन के लिए हाई स्कूल जाने वाली थी।
मैने हाई स्कूल में दाखिला लिया पढ़ाई शुरू हुई ,सब कुछ अच्छा चल रहा था ,मैं पढ़ने में भी अच्छी थी , मेरी कुछ नई नई सहेलियां भी बन चुकी थी वहां मुझे पढ़ने में बहुत मन लग रहा था । 15 अगस्त आने को था स्कूल में प्रोग्राम कि तयारी चल रही थी ,मैने भी डांस में भाग लिया था ,और कुछ गाना गाने में भी भाग लिया था ।मैने मन लगा कर तयारी किया ,15 अगस्त को परफॉर्मेंस भी दिया चारो तरफ से तालियों की गूंज सुनाई दे रही थी । मुझे बहुत खुशी हुई ।मैने अपना परफॉर्मेंस देकर स्टेज के पीछे चली गई ।
वहां मुझे एक लड़का मिला ।
देखने में ठीक ठाक ही था ,रंग सांवला लंबा कद नाक खड़ा मुझे तो देखने में अच्छा लग रहा था ,वो मेरे पास आया और बोला तुमने बहुत अच्छा डांस किया मैने बोला थैंक्यू,फिर उसने बोला तुमने गाना भी अच्छा गाया ,मैने फिर से बोला थैंक्यू और थैंक्यू बोल कर मैं वहां से चली गई। लेकिन वो मेरे पीछे पीछे आ रहा था ।मैने पूछा क्या हुआ ,उसने बोला कुछ बात करनी है तुमसे मैं उधर ही खड़ी हो गई और उससे पूछा बोलो क्या बात करनी है तुम्हे ..?
वो थोड़ा हिचकिचाया और फिर बोला मैं मैं मैं मैने बोला मैं मैं क्या कर रहे हो जो बोलना है बोलो जल्दी । उसने बोला नहीं कुछ भी नहीं , मैने फिर पूछा तो तुम मेरे पीछे क्यों आ रहे थे ,उसने बोला क्योंकि मुझे तुम बहुत ही सुंदर लगती हो ।
मैं आश्चर्य होकर उसे देखने लगी और मैं चुपचाप वहां से चली गई ,थोड़ा आगे चल कर मैने पीछे मुड़कर देखा तो वो नहीं आ रहा था,मैने मन ही मन सोचा की शायद उसे यही बोलना होगा ,मैने मन ही मन बोला पागल ही था ।
और फिर मैं स्कूल के अंदर अपने कपड़े चेंज करने चली गई ।
प्रोग्राम खत्म हुआ कल सब लोग स्कूल आए तो मेने देखा वो पागल लड़का मेरे पीछे वाली बेंच में बैठा था ।मैने उससे पूछा क्या तुम मेरी ही क्लास में हो ,उसने मुस्कुराया पर कुछ बोला नहीं ।फिर मैने भी उसे कुछ नहीं पूछा ,धीरे धीरे हमारी जान पहचान बढ़ी ।हमारी बात चीत होने लगी ,हमलोग एक दूसरे से मिलने लगे ।और हमारे बीच कब प्यार हो गया कुछ पता ही नही चला । अब कुछ ही दिनों में परीक्षा आने वाली थी ,हमने जम कर पढ़ाई किया ।हम दोनो ने अच्छे नंबर से पास किया ।
हमने कॉलेज भी साथ किया । प्यार और बढ़ता गया वो एक दिन भी कॉलेज नहीं आता तो मैं बेचैन हो जाती थी पढ़ाई में मन नहीं लगता था । बस भगवान से बोलती रहती थी जल्दी ये दिन खत्म हो और कल आ जाए और मै उससे मिलू उससे बातें करू।
कल वो कॉलेज आया मैने उसे कल कॉलेज न आने की वजह पूछी तो वो बताने से कतराने लगा ।
ऐसा लग रहा था की वो मुझे बताना नहीं चाह रहा और मै उससे जबरदस्ती पूछ रही ।
मुझे उसपे थोड़ा शक हुआ । पर मैने जाने दिया , फिर पता नही उसे क्या हो गया वो मुझसे बात कम करने लगा , क्लास में मुझसे दूर बैठने लगा ।
मैने वजह जानने की कोशिश किया पर उसने कुछ नहीं बताया उसके दोस्तो से भी पूछा उसने भी कुछ नहीं बताया।
मुझसे रहा नही जा रहा था मैं मन ही मन सोच रही थी की मैने क्या कर दिया जो ये ऐसे बर्ताव कर कर मेरे साथ ।
कुछ दिन बाद उसने मुझे एक कागज पर लिख कर दिया की अब वो मुझसे नही मिलेगा और ना कॉलेज आएगा ।
मैं ये सुन कर चौक गई वो ऐसा क्यों कर रहा ये सोचने लगी मैं भागकर उसके पास गई उसको सामने हाथ जोड़ा और पूछा बताओ तो क्या हुआ ।
लेकिन उसने कुछ नहीं बोला और मुझे धक्का देकर चला गया ।
मैं उसके पीछे पीछे भागी उसके पैरो में गिर कर उससे पूछ रही थी प्लीज बताओ तो क्या हुआ मैने क्या किया , क्यूं कर रहे हो तुम ऐसा ।उसने कुछ भी नही बोला और मुझे छोड़कर चला गया ।
आज 7 साल हो गए उसका इंतजार करते करते ।
आज तक मुझे उसका छोर जाने की वजह पता न चल पाई
मैं आज भी उसका इंतजार कर रही हुं । की वो कहीं से आए और मुझे गले लगा ले ।
मैं उसे बहुत याद करती हु ,उससे बहुत प्यार करती हूं । क्या वो मुझे नही करता.? ये सवाल मेरे दिलो दिमाग में घूमता रहता है आखिर मेरी गलती क्या थी ।
कहां हो तुम प्लीज आ जाओ ना ।

Swati