Bollywood ke Bhoole Bisre Sangeetkar aur unke gane - 5 in Hindi Magazine by S Sinha books and stories PDF | बॉलीवुड के भूले बिसरे संगीतकार और उनके गाने - 5

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बॉलीवुड के भूले बिसरे संगीतकार और उनके गाने - 5

Part 5  

 बॉलीवुड के भूले बिसरे संगीतकार और उनके गाने 5   

 

15 . मुकुल राय 

 

बहुत कम लोगों को ज्ञात होगा की मुकुल राय सुप्रसिद्ध पार्श्व गायिका और गुरु दत्त की पत्नी गीता राय ( गीता दत्त ) के भाई थे  . वे एक निर्माता , गीतकार और संगीतकार थे हालांकि बहुत की कम हिंदी फिमों में मुकुल राय ने संगीत दिया है - डिटेक्टिव , सैलाब , गृहप्रवेश और भेद   . हिंदी फिल्म ‘डिटेक्टिव ‘और ‘पतिता’ एवं  बंगला फिल्म ‘काय हिनेर कहिनी  ‘के वे निर्माता थे जबकि डिटेक्टिव के संगीतकार भी स्वयं मुकुल ही थे  .  मुकुल राय के डिटेक्टिव के कुछ गाने पॉपुलर हुए अन्यथा उन्हें कोई खास सफलता नहीं मिली  . 

मुकुल के संगीत निर्देशन में बने चंद गाने - 

मुझको तुम जो मिले ये जहाँ मिल गया  … फिल्म डिटेक्टिव - 1958 

आँखों पे भरोसा मत कर  …  फिल्म डिटेक्टिव - 1958

कल तलक हम ठीक थे  …  फिल्म डिटेक्टिव - 1958

छोड़िये गुस्सा हुज़ूर  ….  फिल्म डिटेक्टिव - 1958

ऋतू प्यार करने की आई -  फिल्म भेद - 1950 

रो के जो मैं कहती हूँ  … फिल्म भेद - 1950 

आ गयी रे रात रंगभरी  … फिल्म सैलाब - 1956 

है ये  दुनिया कौन सी ..  फिल्म सैलाब - 1956 

तन पे रंग सखी मन पे रंग  …  फिल्म सैलाब - 1956 

बाजे दिल की तार करे पुकार  … फिल्म सैलाब - 1956 

 

 बॉलीवुड के भूले बिसरे संगीतकार और उनके गाने  

 

16 . रोबिन बनर्जी 

बॉलीवुड में 1950 - 70 के बीच करीब 20 फिल्मों में रोबिन ने संगीत दिया है हालांकि वे सभी बॉलीवुड की B या C ग्रेड की श्रेणी में मानी जाती हैं  . रोबिन स्वयं एक अच्छे गायक भी थे  .हिंदी के अलावा बंगला फिल्मों में भी रोबिन ने संगीत दिया है  .

रोबिन बनर्जी के कुछ गाने - 

तुम जो आओ तो प्यार आ जाए जिंदगी में बहार आ जाये  …. फिल्म सखी रोबिन - 1962 

इरादा न था आपसे प्यार का  … फिल्म आंधी और तूफ़ान - 1964 

हम चाहे न चाहे फिर भी  … फिल्म रुस्तम कौन - 1966 

हमें उन राहों पर चलना है  … फिल्म मासूम - 1960 

ये हाथ ही अपनी दौलत है  … फिल्म मासूम - 1960 

देश का प्यारा सबका सहारा कौन बनेगा  ..  फिल्म मासूम - 1960 

नन्ही सी गुड़िया  आफत की पुड़िया  …  फिल्म मासूम - 1960 

आँखों आँखों में हर इक रात गुज़र जाती है   .. फिल्म मार्वेल मैन - 1964 

हम किसी से ना कहेंगे  …फिल्म  यहूदी की लड़की - 1957 

उनको हमसे बड़ी शिकायत है  …फिल्म  राकेट टार्ज़न - 1963 

मोहब्बत न होती ज़माना न होता  … फिल्म शोभना – 1954 

दुनिया ने हमको क्या दिया   … फिल्म फिर आया तूफ़ान - 1973 

 

 बॉलीवुड के भूले बिसरे संगीतकार और उनके गाने  

 

17 . सरदार मलिक 

 

सरदार मलिक आज के विख्यात संगीतकार अनु मलिक के पिता थे  . 1947 - 70 के बीच सरदार मलिक ने सैकड़ों गाने बनाये ज्यादातर हिंदी फिल्मों के और कुछ पंजाबी फिल्मों के भी  . कुछ गाने सरदार मलिक ने स्वयं भी गाये हैं  . राज़ , सारंगा , औलाद , लैला मजनू , बचपन , ठोकर , आबे हयात आदि उनकी कुछ बहुचर्चित फ़िल्में हैं  . 

 

सरदार मालिक के कुछ गाने - 

सारंगा तेरी याद में   … फिल्म सारंगा - 1961 

हाँ दीवाना हूँ मैं  … फिल्म सारंगा - 1961 

कोई घर आएगा प्यार जतायेगा  ..  फिल्म सारंगा - 1961 

चली रे चली मैं तो देश पिया के  …  फिल्म सारंगा - 1961 

बहारों से पूछो मेरा प्यार हो तुम —फिल्म मेरा घर मेरे बच्चे - 1960 

ऐ गम ए दिल क्या करूँ  … फिल्म ठोकर - 1953 

आज की रात होठों को चुप रहने दो  .. फिल्म रूप सुंदरी - 1964 

झुकी झुकी जाए नजर  … फिल्म आब ए हयात - 1953 

तेरे दर पे आये हैं  .. फिल्म चोर बाजार - 1954 

ये दुनिया के मेले मगर हम अकेले  … फिल्म चोर बाजार - 1954 

मुझे तुमसे मोहब्बत है मगर मैं कह नहीं सकता  … फिल्म बचपन -1963 

मेरे नैना मद के प्याले  … फिल्म बचपन -1963 

 

 बॉलीवुड के भूले बिसरे संगीतकार और उनके गाने  

 

18 . लच्छीराम 

 

लच्छीराम तोमर ने 1945  - 1964 के दौरान बॉलीवुड में करीब 100 से ज्यादा गाने दिए हैं जिनमें कुछ आज भी लोगों को गुनगुनाते सुना जा सकता है  . पहली बार उन्होंने 1945 में फिल्म ‘चंपा ‘के लिए संगीत दिया था  . 

लच्छीराम के कुछ गाने - 

तू शोख काली मैं मस्त पवन  … फिल्म मैं सुहागन हूँ - 1964 

सब जवां सब हंसीं कोई तुम सा  नहीं .. फिल्म मैं सुहागन हूँ - 1964 

गोरी तेरे नैन काजर बिन कारे  … फिल्म मैं सुहागन हूँ - 1964 

ढलती जाए रात  … फिल्म रज़िया सुल्तान - 1961 

जाओ जी जाओ बड़ी शान के  … फिल्म रज़िया सुल्तान - 1961 

चली जाए छबिलिया  … फिल्म रज़िया सुल्तान - 1961 

आंसू न बहा  …. फिल्म गुरु घंटाल - 1956 

सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है। . शहीद ए आज़म भगत सिंह - 1954 

ये दुनिया बेवफाई की वफ़ा का राज़ क्या जाने  … फिल्म मधुबाला - 1950 

अरे ओ देने वाले तूने कैसी जिंदगी दी   … फिल्म मधुबाला - 1950 

किसी के दर्द को हम सीने में छुपा के चले  … फिल्म गुरु दक्षिणा - 1950 

 

शेष  अंतिम भाग में 

नोट - त्रुटि संभावित  . सुधार का स्वागत