Hotel Haunted - 19 in Hindi Horror Stories by Prem Rathod books and stories PDF | हॉंटेल होन्टेड - भाग - 19

Featured Books
  • ભાગવત રહસ્ય - 149

    ભાગવત રહસ્ય-૧૪૯   કર્મની નિંદા ભાગવતમાં નથી. પણ સકામ કર્મની...

  • નિતુ - પ્રકરણ 64

    નિતુ : ૬૪(નવીન)નિતુ મનોમન સહજ ખુશ હતી, કારણ કે તેનો એક ડર ઓછ...

  • સંઘર્ષ - પ્રકરણ 20

    સિંહાસન સિરીઝ સિદ્ધાર્થ છાયા Disclaimer: સિંહાસન સિરીઝની તમા...

  • પિતા

    માઁ આપણને જન્મ આપે છે,આપણુ જતન કરે છે,પરિવાર નું ધ્યાન રાખે...

  • રહસ્ય,રહસ્ય અને રહસ્ય

    આપણને હંમેશા રહસ્ય ગમતું હોય છે કારણકે તેમાં એવું તત્વ હોય છ...

Categories
Share

हॉंटेल होन्टेड - भाग - 19

पाटिल और राजीव अभी बात ही कर रहे थे कि तभी निकुंज का कॉल आता है 'हेलो सर....आप लोग जल्दी से होटेल पर आ जाइए, मुझे आप लोगों को से कुछ जरूरी बात करनी है।' निकुंज की यह बात सुनकर राजीव उससे पूछता है 'ऐसी क्या बात करनी है निकुंज जो तुम हमें फोन पर नहीं बता सकते?'
'नही सर यह बात मैं आपको फोन पर नहीं बता सकता, आपको यहां आना पड़ेगा और सर साथ में राज और मनीष को भी साथ लेते आना क्योंकि यह बात उन से भी जुड़ी हुई है।' निकुंज उसके जवाब में कहता है।

'ठीक है....मैं राज और मनीष को भी साथ लेते आऊंगा' राजीव मनीष और राज की ओर देखते हुए कहता है।मनीष और राज थोड़ी ही दूरी पर बेंच पर बैठे हुए थे कि तभी राजीव और पाटिल उनके पास पहुंचते हुए कहते हैं 'राज निकुंज को रिया के केस के रिलेटेड कुछ बातें पता चली है इसलिए तुम्हें हमारे साथ आना पड़ेगा।'

राज उदास लहजे से राजीव की ओर देखते हुए कहता है 'अब रिया ही नहीं रही सर तो मैं वह सब बातें जान कर क्या करूंगा, यह सब बातें जानने से मेरी लिया तो वापस नहीं आ जाएगी ना?' राज की बात सुनकर मनीष उसकी ओर देखते हुए कहता है 'रिया तो वापस नहीं आएगी राज, पर कम से कम हमें यह तो पता चलेगा कि ऐसी क्या वजह थी की रिया को तुम्हें बिना बताए उस जंगल की ओर जाना पड़ा और उसके शरीर पर इतने गहरे जख्म आखिर कहां से आए?'मनीष की बात सुनकर राज कुछ देर अपना सिर झुका कर बैठा रहता है फिर वह राजीव के साथ जाने के लिए तैयार हो जाता है।

सब लोग हॉस्पिटल से बाहर निकलते हुए होटल की ओर बढ़ने लगते हैं। पाटील और राजीव पुलिस की कार में और मनीष और राज अपनी गाड़ी में बैठ कर वहां से निकल जाते हैं। अहमद भी सब इंस्पेक्टर के साथ अपना बयान देने के लिए उसके साथ पुलिस स्टेशन चला जाता है।

वह चारों होटल पर पहुंच कर अंदर हंटर होते हैं तो देखते हैं कि निकुंज स्टाफ बॉयज के साथ कुछ बातें करने में लगा हुआ था। जैसे ही उसने इंस्पेक्टर पाटिल और राजीव को देखा उन दोनों स्टाफ बॉयज को उसने जाने के लिए कह दिया, उन दोनों स्टाफ बॉय्ज़ के जाते ही वह राजीव के पास पहुंचता है। राजीव बिना वक्त गंवाए निकुंज से पूछता है 'बताओ ऐसी कौनसी बात तुम्हें पता चली है जो तुम हमें फोन पर नहीं बता सकते थे?'

निकुंज ने राजीव की ओर देखते हुए कहा 'सर रिया के गायब होने के बाद राज के कहने के मुताबिक मैंने 2 दिनों की सभी सीसीटीवी फुटेज चेक करवाई है पर उस दौरान मुझे कुछ ऐसी फुटेज मिली है जिसे आप लोगों को जरूर देखना चाहिए।'इतना कहने के बाद वह सभी लोग सीसीटीवी रूम में चले जाते हैं। रूम में पहुंच कर निकुंज ऑपरेटर निरव से वह फुटेज प्ले करने के लिए कहता है। निरव के key प्रेस करते ही कंप्यूटर स्क्रीन पर फूटेज चलने लगती है।

फुटेज में रात के 2:23 का वक्त दिख रहा था। उसमें दिखाई देने वाली जगह पार्टी होल की ओर जाने वाली कोरिडोर की थी, रात होने की वजह से कॉरीडोर में नाइट लैंप्स की वजह से ज्यादा रोशनी नहीं थी कि तभी उस कॉरीडोर में उन्हें रिया नजर आती है। वह बिल्कुल शांति से कोई आहट किए बिना आगे बढ़ रही थी।'रिया को राज सीसीटीवी फुटेज में अपनी नम आंखों से देख रहा था।

उसके बाद निरव दूसरी फुटेज प्ले करता है,जो 2:26 की थी और रिया पार्टी हॉल में खड़ी हुई थी, तभी थोड़ी देर बाद उन्हें जयदीप दिखाएं देता है। रिया जयदीप की ओर देखकर कुछ कहती है, पर उसमें आवाज ना होने की वजह से सभी लोग कुछ सुन नहीं पाते हैं।उन दोनों में कुछ बातें होती है और वह दोनों गार्डन की ओर जाने वाले रास्ते की ओर चले जाते हैं।

जयदीप को रिया के साथ देख कर सब लोग शौक हो गए थे, राज को भी यकीन नहीं हो रहा था। राजीव राज की ओर देखते हुए उससे पूछना है 'क्या तुम दोनों जयदीप को पहले से जानते थे? उसके जवाब में राज कहता है 'नहीं सर हम दोनों तो यहां पहली बार आए हैं तो फिर हम उसे कैसे जानते होगे?'
'पर यह फुटेज देखकर तो कुछ और ही लग रहा है।' पाटिल राज की और देखते हुए कहता है।

वह सभी लोग बातें कर ही रहे थे कि तभी निकुंज उन सभी को बीच में से रोकते हुए कहता है 'आप सभी लोग कोई नतीजे पर पहुंचो उससे पहले मैं आप सभी से कुछ कहना चाहता हूं।निकुंज की बात सुनकर वह सभी चुप होकर उसकी बात सुनने लगते हैं। निकुंज अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहता है 'जयदीप को रिया के साथ देख कर मैंने राज और रिया ने जिस दिन रूम बुक किया उस दिन से लेकर मिसिंग होने तक सभी जगह की फुटेज चेक करवाएं तो मुझे यह मिला।

निकुंज के इशारे पर निरव एक और फुटेज प्ले करता है, जो पार्टी वाले रात की थी जब सभी लोग पार्टी से पहले खाना खा रहे थे। उन सभी लोगों के पार्टी में जाने के बाद वहां पर जयदीप और एक स्टाफ बॉय ही था। थोड़ी देर बाद जयदीप बड़ी बेरहमी से उस स्टाफ बॉय का खून कर देता है और उसकी लाश घसीटकर ले जाता है।

यह नजारा देखकर सब लोगों के गले का पानी सूख गया था किसी को भी अपनी आंखों पर यकीन नहीं हो रहा था। तभी राज पाटिल की ओर देखते हुए जोर से कहता है 'मिस्टर पाटिल यही है वह कमीना, इसी ने मेरी रिया को मारा है।अब तो आपके पास सबूत भी है क्योंकि जो इस तरह से किसी की जान ले सकता है उसके लिए दूसरा खून करना कोई बड़ी बात नहीं है। आप जल्द से जल्द कोई एक्शन ले वरना कहीं ऐसा ना हो कि मैं ही उसे मार डालूं।राज के इतना कहते हुए उसकी आंखों में खून उतर आया था, वह रिया के कातिल को ऐसे ही नही छोड़ सकता था। कमरे में सन्नाटा छाया हुआ था कि तभी रूम का दरवाजा खुलता है और एक स्टाफ बॉय दौड़ते हुए अंदर आते हुए निकुंज से कहता है 'सर जंगल में से जयदीप की लाश मिली है।'

To be continued......