The Author Atul Kumar Sharma ” Kumar ” Follow Current Read मर्डर (A Murder Mystery) - 1 By Atul Kumar Sharma ” Kumar ” Hindi Crime Stories Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books જીવન એ કોઈ પરીકથા નથી - 6 ( છેલ્લો ભાગ ) "જીવન એ કોઈ પરીકથા નથી"( સાત હપ્તાની ટુંકી ધારાવાહિક)( ભાગ -... ભાગવત રહસ્ય - 117 ભાગવત રહસ્ય-૧૧૭ જગતમાં શિવજી જેવો કોઈ ઉદાર થયો નથી. અને થવ... શ્રાપિત પ્રેમ - 18 વિભા એ એક બાળકને જન્મ આપ્યો છે અને તેનો જન્મ ઓપરેશનથી થયો છે... ખજાનો - 84 જોનીની હિંમત અને બહાદુરીની દાદ આપતા સૌ કોઈ તેને થંબ બતાવી વે... લવ યુ યાર - ભાગ 69 સાંવરીએ મનોમન નક્કી કરી લીધું કે, હું મારા મીતને એકલો નહીં પ... 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"" आप ठीक समझे सर, पुरुलिया गांव से फोन था। वहां पास के जंगल वाली रोड पर एक कार का एक्सीडेंट हो गया है। गाड़ी में कोई नही मिला पर सीट पर खून और एक गन पड़ी हुई है। कोई रतन नाम के आदमी का फोन था।"" साठे अपनी टोपी ठीक करते हुए बोले। "" चलो फिर देर किस बात की। अपने कर्तव्य को पूरा करते हैं चलकर। "" इंस्पेक्टर विजय भी टेबिल पर रखी अपनी टोपी पहनते हुए चलने के तैयार हो जाते हैं। थोडी ही देर में पुलिस की जीप घटनास्थल पर पहुंच जाती है। लोगो का जमावड़ा देख साठे उन्हें कार से दूर हटने का इशारा करते हैं। इंपेक्टर विजय खिड़की से अंदर झाँककर देखते हैं। खिड़की के कांच खुला हुआ था। और सीट और स्टेयरिंग पर खून लगा था। पास ही माउज़र गन पड़ी थी। वो अपने हाथों में ग्लब्स पहनकर गेट खोलकर आधा शरीर गाड़ी में करते हुए अंदर से गन उठाकर पालीथिन में डाल लेते हैं। और कार के अंदर बारीकी से छान बीन करते हैं। बाहर आकर वो आसपास के लोगो से पूछते हैं। "" किसी ने गाड़ी के चालक को देखा क्या???...और आप मे से रतन कौन हैं??? जिसने हमे फोन कर इत्तला दी थी।""" भीड़ में से एक आदमी निकलकर सामने आता है। "" सर मे हूँ रतन, मेने ही आपको सूचना दी थी इस एक्सीडेंट की। में जब सुबह सुबह घूमते हुए यहां से निकल रहा था तो मेरी नज़र इस कार पर पड़ी। बुरी तरह टकराई है पेड़ से सर। मेने जब अंदर झांक के देखा तो कोई नही दिखा , पर खून और रिवाल्वर पड़े हुए थे सीट पर। में घबरा गया और आपको फोन किया। धीरे धीरे ये सभी लोग भी आ गए यहाँ। पर हममें से किसी ने भी कोई चीज़ छू नही सर। ""..वो रतन नाम का आदमी इंस्पेक्टर विजय को देखते हुए बोला। "" हम्ममम्म, आप अपना बयान उस हवलदार को नोट करा दीजिए। और साठे तुम लोगो से पूछताछ करो किसी ने कुछ और देखा क्या???...आसपास अच्छे से चेक करो, शायद वो गाड़ी वाला यही आसपास ही हो। गाड़ी नम्बर नोट कर पता करो कि ये गाड़ी किसके नाम है। गाड़ी चालक घायल हालत में ज्यादा दूर नही गया होगा। बाद में कुछ हवलदार भेजकर गांव में भी पूछताछ करना । रात में टकराई होगी गाड़ी क्योंकि खून जम गया है। गाड़ी को भी लैब भिजवा दो , अच्छे से इसकी चेकिंग होगी। खून के सेम्पल लो और उसे भी लैब भेजो। ""..इंस्पेक्टर विजय साठे को निर्देश देकर आसपास गहनता से कुछ तलाशने लगते हैं। सड़क पर कुछ दूरी तक तो खून के छीटें दिखाई देते हैं, पर एक जगह जाकर रुक जाते हैं। उससे आगे सड़क पर कोई खून नज़र नही आता।वो साठे को लेकर वहीं से अंदर जंगल मे प्रविष्ट होते हैं। "" लगता है यहाँ से वो घायल गाड़ी वाला अंदर को ही गया है। देखो आसपास बारीकी से साठे, जरूर कुछ ना कुछ मिलेगा। "" › Next Chapter मर्डर (A Murder Mystery) - 2 Download Our App