Internet wala love - 5 in Hindi Love Stories by Mehul Pasaya books and stories PDF | इंटरनेट वाला लव - 5

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इंटरनेट वाला लव - 5

Internet wala love

"अरे पप्पा आप आगए कितनी देर लगा दी हम आपका वैट कर रहे थे"


"हा बेटा वोह काम थोडा ज्यादा था तो उस मे लेट हो गया"

"पप्पा आओ अब डिनर कार्लो"

"ओके भुमि बेटा और हा वोह तुम्हरा आज पेहला दिन था ना क्या हुआ वहा बताओ तो सही जॉब अच्छी हे ना"

"हा पप्पा सब अच्छा हे और वहा के बॉस भी अच्छे हे और ज्यादा बोलते नही हे, वर्ना जो मेने पिछ्ले दो तीन बॉस छोडे हे वोह इसी की वजह से ही छोडे हे वोह फाल्तू मे सुनाया बहुत करते है, बट इस बार बहुत अच्छा हे सब"

"ओके अब सब अच्छे से मेनेज करना ओके"

"ओके पप्पा"

"और तुम आकाश तुम्हारे क्या हाल हे भाई पढाई वडाई केसी चल रही हे"

"हा पप्पा अभी डिनर खत्तम करके होमेवोर्क हे वोह करना हे"

"ओके"

"मम्मा क्या कर रही हो खाना रेडी हे मुझे बहुत भूक लगी हे प्लीज जल्दी लगाओ खाना"

"हा हितेश बेटा बस ला रही हू तुम टेबल पे बैठो ठीक हे"

"ओके मम्मा"

"लो बेटा अब बताओ तुम्हरा ऑफ़िस मे पेहला दिन केसा रहा"

"हा मम्मा बहुत ही अच्छा रहा वहा हमारा बहुत ही अच्छे से स्वागत किया गया सबने अच्छे से बात की सब अच्छा था हमे वहा बहुत अच्छा लगा"

"चलो बहुत अच्छा हुआ तुम्हरा वहा मन लग गया वर्ना कितनी सारी जगह बदल चुके हो तुम"

"डोंट वरि मम्मा अब वहा रहेंगे और कही नही जायेंगे ओके क्यू की वहा का माहोल बहुत अच्छा हे वहा के लोग अच्छे हे सो आप फिक्र मत करो ठीक हे"

"चलो येह भी बहुत अच्छी बात है"

"अरे हितेश बेटा तुम कब आये ऑफ़िस से"

"हा पप्पा जी बस अभी आये है"

"ओके सुनो बेटा वहा ना अब अच्छे मेनेज करना क्यू की बहुत जगह से छोड कर तुम दुसरी जगह पे जोइन कर चुके हो सो अभी यहा थोडा मेनेज करना प्लीज"

"अरे मम्मा-पप्पा आप लोग फिक्र मत करो अब हमे पता लग चुका है की क्या करना है ठीक है"

"अरे बेटा आप दोनो बाते बाद मे करना पहले खाना खालो चलो"

"ठीक है जी जरुर"

"जिन्दगी मे हमने बहुत सारे किस्से देखे है, पर हमारा किस्सा किसिने नही देखा हाहहहाहाहाहाहा"

"अरे मुन्ना भाई फिक्र मत करो येह अक्कड भी उतार ने के लिये कोइ पैदा हो गया होगा अभी तक तोह"

"चुप कर बे ऐसा होगा भी नही जो हमे मिटा सके बस तुम देखते जाओ मेरे चर चुन्दर"

"मुन्ना भाई हमारा नेम सुन्दर नमे है चर चुन्दर नही"

"अच्छा जो भी हो सुन्दर हो या चर चुन्दर"

"मुन्ना भाई"

"बस और भहष नही इसको लेके छोडो ये सब और ये बताओ आज क्या करना है"

"जी मुन्ना भाई आज एक गाडी को ऐक्सीडेंट करना है"

"ओके तो जाओ और ये काम करदो"

"जी भाई, चलो रे सब लोग काम पे लग और हा तुम तुम दोनो मेरे साथ आओ ओके इक चुपारि मिली हे किसीको उदाना है ओके गाडी से सो तुम दोनो मेरे साथ रहोगे ओके"

"जी भाई..."

"चलो गाडी मे बैठो जल्दी"

"भाई वोह गाडी को धुन्देंगे केसे ना तो नं पता है नही गाडी का कलर"

"अरे डोंट रवि हमारे पास उनका लोकेशन शो हो गा क्यू की मुन्ना भाई ने बोला था की उसका लोकेशन ट्रैक हो जायेगा उसे पीछे पीछे जाना ओके सो सब क्लियर हो गया ना सो अब मिशन पे धियान दो ओके"

"ओके भाई"

"सुनो सुनो उन्के फ़ोन का लोकेशन शो हो रहा सो रेडी रहना ओके"

"ओके भाई"

"सुनो गाडी तेज़ चलाओ ओके जेसे ही मुझे पता चलेगा की यही है तो मे बताऊंगा ओके की यही है ठीक है"

"ओके भाई"

"भाई भाई वोह रेड वली हे लोकेशन उसमे से आ रहा है सो अब देखो अगर हम इस गाडी पीछे से नही ठोकेंन्गे साइड से ठोकेंगे ओके"

To be continue...