तैयारी : 20 उत्पादों की सूची बनाई, खुद से सवाल 
किया- अाखिर शुरुआत कैसी होनी चाहिए?
भरोसा : अच्छी नौकरी छोड़ी, मन की सुनी
उस समय सबसे बड़ा सवाल था कि इंटरनेट
पर कौन-सा व्यवसाय किया जाए। कोई उनकी 
सहायता भी नहीं कर पा रहा था। उन्होंने 
बीस उत्पादों की एक सूची बनाई और खुद 
से सवाल करने लगे कि इसमें से कौन-सा 
व्यवसाय वे अच्छे से कर सकते हैं। इसमें 
कंप्यूटर सॉफ्टवेयर, कपड़े, किताबें और 
ऑफिस एसेसरीज आदि थीं। अंत में उन्होंने 
किताब बेचने से शुरुआत की। बेजोस का तर्क 
था कि किताब लोग ऑनलाइन मंगवा लेंगे, 
क्योंकि किताब खरीदते समय पाठक को उसे 
पूरी तरह देखना जरूरी नहीं है। पाठक को 
केवल किताब के लेखक का नाम और टाइटल 
पता होना चाहिए। 
बात 1994 की है। जेफ बेजोस उस समय नए 
बिजनेस की उधेड़बुन में थे। वे उन दिनों वॉल 
स्ट्रीट की एक निवेश फर्मडीई शॉ एंड कंपनी 
में फाइनेंशियल एनालिस्ट और सीनियर वाइस 
प्रेसिडेंट के पद पर काम करते थे। जब किताब 
का बिजनेस करना तय हो गया तो उन्होंने 
अपने बॉस डेविड शॉ को नौकरी छोड़ने की 
जानकारी दी। शॉ बेजोस को छोड़ना नहीं 
चाहते थे। वे उन्हें लेकर एक पार्क में टहलने 
चले गए। उन्होंने बेजोस को समझाया कि वे 
अभी जल्दबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि
तुम्हारे पास बहुत अच्छी नौकरी और वेतन है। 
अभी जोखिम मत उठाओ। बेजोस ने जब मां 
जैकी को बिजनेस के बारे में बताया तो उन्होंने 
इसका विरोध किया। कहा- किताबों का काम 
तो वीकेंड पर भी किया जा सकता है, इसमें 
नौकरी क्यों छोड़ना। लेकिन बेजोस अपनी धुन 
के पक्केथे, उन्हें खुद पर भरोसा था।
क्या आपको पता है : अमेजन शुरू 
करने का प्लान एक कार में बना था
अमेजन
अमेजन का नाम पहले 
रेलेंटलेस था
अमेजन का नाम रखने के लिए बेजोस ने अपने 
साथियों के साथ मिलकर लंबा चौड़ा मंथन किया 
था। बेजोस और पत्नी मैकेंजी ने कई नाम पसंद किए 
थे जैसे- MakeItSo.com, Arad.com, Awake.
com, BookMall.com, Relentless.com आदि। 
रेलेंटलेस डॉट कॉम को तो जेफ बेजोस ने रजिस्टर्ड 
भी करवा लिया था। आज भी अगर आप www.
Relentless.com पर जाएंगे तो वहां से आप सीधे 
अमेजन की वेबसाइट पर ही पहुंच जाएंगे। 
अमेजन एक गराज 
में शुरू हुई थी
अमेरिका का सिएटल उस समय टेक्नोलॉजी हब 
था। इसलिए बेजोस ने यहीं से कंपनी शुरू करने 
की ठानी। यहां उन्होंने तीन कमरों वाला एक मकान 
किराए पर ले लिया और पत्नी मैकेंजी के साथ रहने 
लगे। इस मकान में ही गराज था। बेजोस ने गराज से 
ही बिजनेस शुरू किया। वो शुरू में फालतू पैसा नहीं 
खर्च करना चाहते थे। इस तरह मकान नंबर 10704 
का गराज दुनिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन शॉपिंग 
कंपनी का पहला दफ्तर बना। 
बेजोस ने कहा था, सफल 
होने का चांस 70 फीसदी है
बेजोस को नया बिजनेस शुरू करने के लिए एक 
अच्छे प्लान की जरूरत थी। काफी कुछ तैयारी पहले 
से थी लेकिन कोई पुख्ता प्लान नहीं बनाया था। वे 
उस समय पत्नी के साथ न्यूयॉर्क से सिएटल का 
सफर कार से कर रहे थे। रास्ते में उन्होंने लैपटॉप पर 
ही बिजनेस प्लान बना डाला था। बेजोस ने अपने 
परिवार को पहले ही बता दिया था कि बिजनेस सफल 
होने के चांस 70 फीसदी हैं। बावजूद इसके उन्होंने 
बेजोस की कंपनी में पैसा लगाया। उनकी मां का 
कहना था कि हमें व्यवसाय नहीं बेजोस पर भरोसा है। 
एक साल में 18 से 105 
डॉलर पहुंच गया था शेयर
अमेजन ने 1997 में अपना आईपीओ लाने की 
घोषणा कर दी थी। शुरुआत में कंपनी ने शेयर की 
कीमत 18 डाॅलर तय की थी। इससे 5.4 करोड़ 
डॉलर जमा करने का निर्णय लिया गया था। कंपनी 
के प्रॉस्पेक्टस में सफलता का प्रतिशत 70 बताया 
गया था। लेकिन निवेशकों को बेजोस की योग्यता 
पर 100% भरोसा था। ऐसे में आईपीओ सफल रहा। 
आईपीओ के एक साल के बाद बाजार में अमेजन के 
शेयर की कीमत 105 डॉलर हो चुकी थी।
तरक्की का सफर
1995 
जुलाई में अमेजन ने अपनी पहली 
किताब बेची थी। इसके बाद से 
कंपनी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। 
10.70 
बिलियन डॉलर पहुंच गई थी अमेजन 
की सालाना बिक्री एक दशक के 
अंदर ही। जो उसके निकटतम 
प्रतिद्वंद्वी से 3 गुना अधिक थी। 
1998 
अक्टूबर में अमेजन अमेरिका से 
बाहरनिकलकरब्रिटेन और जर्मनी 
में अपनी वेबसाइट लॉन्च कर चुकी 
थी। वह दुनिया में तेजी से पैर पसार
रही थी। 
1999
में अमेजन दुनिया की सबसे बड़ी 
ऑनलाइन सेल प्लेटफॉर्म बनी। 
दशक के अंत तक वह डीवीडी 
आदि भी बेचने लगी। बाद में 
इलेक्ट्रॉनिक्स, खिलौने औरकिचन 
के सामान जुड़े। 
2000
नवंबर में अमेजन ने मार्के ट प्लेस 
लॉन्च कर्या। जहां थर्ड पार्टी सेलर 
अपने उत्पाद बेच सकते थे।
2005
में अमेजन ने सामानों की शिपिंग 
तेज करने के लिए अमेजन प्राइम 
सर्विस शुरू की। वीडियो और म्यूजिक 
स्ट्रीमिंग इसकी बड़ी ताकत बनी। 
2006
मार्चमेंं अमेजन वेब सर्विस शुरू हुई। 
आज अमेजन क्लाउड सर्विस से अच्छा
पैसा कमा रही है। 
2007
में अमेजन ने अपना पहला कंज्युमर
प्रोडक्ट किंडल लॉन्च किया। जो काफी 
हिट रहा। बाद में कंपनी ने अपना स्मार्ट 
स्पीकर द इको स्पीकर भी लॉन्च
किया, जिसमें उसकी खुद की एआई 
सिस्टम एलेक्सा लोगों को मिली। 
2013
दिसंबर में बेजोस ने पहले प्रोटोटाइप 
डिलिवरी ड्रोन्स का अनावरण किया। 
जून 2014 में फायर फोन लॉन्च
किया। 
2018
में अमेजन प्राइम के 10 करोड़ से ज्यादा 
पेड सब्सक्राइबर हो गए। यह दुनिया में 
नेटफ्लिक्स के बाद दूसरी सबसे बड़ी 
सर्विस हो गई।