Raja Rani - Suicide in Hindi Short Stories by Mens HUB books and stories PDF | राजा रानी - Suicide

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राजा रानी - Suicide

राजा रानी - Suicide

Men's HUB Team & Swastik Dey

प्रथम आयाम

आकाश की आयु 17 साल की थी और उसने इसी वर्ष 12 वी की परीक्षा अच्छे अंकों से उत्तीर्ण की थी| अच्छे अंकों से परीक्षा उत्तीर्ण करने की ख़ुशी मैं उसके माता पिता ने आकाश को नोकिया का बढ़िया स्मार्ट फ़ोन दिलवाया, जिस कारण आकाश की सोशल मीडिया तक पहुँच बन सकी| इससे पहले भी आकाश सोशल मीडिया पर एक्टिव था, उसने अपना ब्लॉग भी बना रखा था जहां पर वह हर मुद्दे पर अपनी राय लिखता रहता था| अब नया मोबाइल फ़ोन मिल जाने से आकाश अधिक सुविधा पूर्ण तरीके से सोशल मीडिया पर एक्टिव हो सकता था|

कॉलेज मैं दाखिल होने पर जहां उसे नए दोस्तों के साथ वक़्त बिताने का अवसर मिल रहा था, वहीं सोशल मीडिया के भी नए नए रूप भी सीखने को मिल रहे थे|

आकाश के पड़ोस मैं निशा अपने परिवार के साथ रहती थी | दोनों एक ही स्कूल मैं पड़ते रहे थे और कॉलेज भी दोनों का एक ही था| स्कूल जाते वक़्त आकाश निशा दोनों साथ ही जाते थे स्कूल का होम वर्क भी अक्सर इकठ्ठे बैठ कर करते थे|

कॉलेज के शुरुआती दिनों मैं दोनों इकठे ही कॉलेज जाते थे परन्तु समय गुजरने के साथ साथ आकाश अपनी योग्यताओं का विस्तार कर रहा था, लिहाजा उसने कॉलेज मैं नाटक क्लब , गेम्स क्लब और पर्वतारोही क्लब ज्वाइन कर लिए थे| इसके अलावा उसने कई नए मित्र भी बना लिए थे और सभी मिलकर तैराकी सिखने के प्रयास कर रहे थे| इसके अलावा आकाश का नाटक क्लब भी था जो एक नए नाटक की तैयारी कर रहा था| पढ़ाई के अलावा अन्य कई व्यस्तताओं के कारन आकाश सुबह जल्दी कॉलेज के लिए निकल जाता और वापिस भी लेट आता| परिणामस्वरूप निशा को अकेले ही कॉलेज जाना-आना पड़ रहा था|

आकाश के नाटक क्लब की प्रैक्टिस शाम के वक़्त होती थी| जिस वक़्त आकाश घर आता तब अक्सर नाटक की हीरोइन साधना भी उसके साथ होती| साधना का घर 2 गली छोड़ कर ही था, इसलिए घर आते वक़्त आकाश और साधना इकठे ही आते और रस्ते मैं रिहर्सल पर बात-चीत करते हुए आते|

निशा और आकाश का समय अलग अलग गुजर रहा था परन्तु साधना और आकाश का काफी समय साथ-साथ गुजरता| रविवार के दिन भी अक्सर आकाश को कहीं न कहीं जाना होता, इससे धीरे धीरे निशा जलन का शिकार होने लगी| इतने वर्षों के साथ मैं आकर्षण होना स्वाभाविक भी था, परन्तु अब आकाश और साधना के साथ की वजह से निशा खुद को असुरक्षित महसूस करने लगी| इसी माहौल मैं तकरीबन 7 महीने गुजर गए| एग्जाम नज़दीक आ रहे थे, तो निशा चाहती थी की आकाश उसके साथ बैठ कर एग्जाम की तैयारी करे| आकाश एग्जाम के लिए सीरियस तो था, परन्तु वह एग्जाम के लिए अपनी दूसरी एक्टिविटीज को कम कर सकता था परन्तु ख़त्म नहीं करना चाहता था| इसीलिए आकाश ने तैराकी क्लब फिलहाल छोड़ दिया था परन्तु नाटक क्लब अभी भी जा रहा था| निशा का सोचना था की आकाश साधना से मुलाकात करने के लिए ही नाटक क्लब जा रहा था| एक दिन निशा ने आकाश से स्पष्ट कह दिया की अब सिर्फ एग्जाम की तैयारी होगी नाटक क्लब नहीं जाना है, परन्तु आकाश ने भी स्पष्ट कर दिया की वह एग्जाम के वक़्त भी नाटक क्लब जाता रहेगा|

निशा ने निष्कर्ष निकाला कि, क्योंकि उसने आकाश को जरूरत से ज्यादा मनमर्जी करने दी इसी कारण से उसने आकाश को खो दिया है और अब उसे दोबारा प्राप्त करने का प्रयास जरूरी है| निशा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से उसके आकाश के साथ प्रेम संबंधों का लम्बा चौड़ा खुलासा भी कर दिया| इसके अलावा उसने सनसनी पैदा करने के लिए यह भी बताया की कैसे 10 साल पहले आकाश ने उससे छेड़छाड़ की और बहका कर उससे शारीरिक सम्बन्ध बनाये| निशा ने आकाश द्वारा साधना को फसाये जाने सम्बन्धी खुलासा भी किया|

जल्द ही खुलासा कॉलेज के मित्रों के बिच वायरल हो गया और फिर मित्रों से निकल कर पुरे देश मैं सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा| सरकारी संस्थाओं पर दबाब बढ़ने लगा जिससे की साधना की सुरक्षा और निशा को न्याय सुनिश्चित किया जा सके और NCW ने घटना पर कारवाही करते हुए FIR के आदेश दे दिए|

आकाश सोशल मीडिया पर एक्टिव था उसने अपना पक्ष रखने के लिए एक छोटा सा लेख भी लिखा जिसमे उसने बहुत स्पष्ट कर दिया की 10 वर्ष पहले वह सिर्फ 7 वर्ष का था शारीरिक सम्बन्ध कैसे बना सकता था?

किसी ने उसकी बात नहीं सुनी दोस्तों ने उसे छोटू उस्ताद कहना शुरू कर दिया और फिर एक रात आकाश ने नींद की गोलियां खा कर आत्महत्या कर ली|

अगले कुछ दिन मैं ही सोशल मीडिया ने फैसला सुना दिया और स्पष्ट कर दिया की आकाश दोषी था इसीलिए उसने आत्महत्या कर ली| सोशल मीडिया के इस फैसले को समाज NCW और पुलिस ने भी मान लिया और आकाश को दोषी करार करते हुआ केस समाप्त कर दिया|


दूसरा आयाम

निशा की आयु 17 साल की थी और उसने इसी वर्ष 12 वी की परीक्षा अच्छे अंकों से उत्तीर्ण की थी| अच्छे अंकों से परीक्षा उत्तीर्ण करने की ख़ुशी मैं निशा के माता पिता ने उसे नोकिया का बढ़िया स्मार्ट फ़ोन दिलवाया, जिस कारण निशा को WhatsApp एवं अन्य सोशल मीडिया ऐप इनस्टॉल करने का अवसर प्राप्त हुआ|

कॉलेज मैं दाखिल होने पर जहां उसे नए दोस्तों के साथ वक़्त बिताने का अवसर मिल रहा था, वहीं सोशल मीडिया के भी नए नए रूप भी सीखने को मिल रहे थे|

निशा के पड़ोस मैं आकाश अपने परिवार के साथ रहता था| दोनों एक ही स्कूल मैं पड़ते रहे थे और कॉलेज भी दोनों का एक ही था| स्कूल जाते वक़्त निशा आकाश दोनों साथ ही जाते थे स्कूल का होम वर्क भी अक्सर साथ-साथ बैठकर करते थे|

कॉलेज के शुरुआती दिनों मैं दोनों इकठे ही कॉलेज जाते थे परन्तु समय गुजरने के साथ साथ आकाश अपनी योग्यताएं का विस्तार कर रहा था, उसने कॉलेज मैं नाटक क्लब, गेम्स क्लब और पर्वतारोही क्लब ज्वाइन कर लिए थे| इसके अलावा उसने कई नए मित्र भी बना लिए थे| सभी मित्र तैराकी सिखने के प्रयास कर रहे थे| इसके अलावा आकाश का नाटक क्लब भी एक नए नाटक की तैयारी कर रहा था| पढ़ाई के अलावा अन्य कई एक्टिविटीज के कारण आकाश सुबह जल्दी कॉलेज के लिए निकल जाता और वापिस भी लेट आता| परिणामस्वरूप निशा को अकेले ही कॉलेज जाना और आना पड़ रहा था|

आकाश के नाटक क्लब की प्रैक्टिस शाम के वक़्त होती थी| जिस वक़्त आकाश घर आता तब अक्सर नाटक की हीरोइन साधना भी उसके साथ होती| साधना का घर 2 गली छोड़ कर ही था| घर आते वक़्त आकाश और साधना साथ-साथ ही आते और रस्ते मैं रिहर्सल पर बात-चीत करते हुए आते|

निशा और आकाश का समय अलग अलग गुजर रहा था परन्तु साधना और आकाश का काफी समय साथ-साथ गुजरता| रविवार के दिन भी अक्सर आकाश को कहीं न कहीं जाना होता, लिहाजा धीरे धीरे निशा जलन का शिकार होने लगी| इतने वर्षों के साथ मैं आकर्षण होना भी स्वाभाविक था, परन्तु अब आकाश और साधना के साथ की वजह से निशा खुद को असुरक्षित महसूस करने लगी| इसी माहौल मैं तकरीबन 7 महीने गुजर गए| एग्जाम नज़दीक आ रहे थे| निशा चाहती थी की आकाश उसके साथ बैठ कर एग्जाम की तैयारी करे| आकाश एग्जाम के लिए सीरियस तो था परन्तु वह एग्जाम के लिए अपनी दूसरी एक्टिविटीज को कम तो कर सकता था, परन्तु ख़त्म नहीं करना चाहता था| इसीलिए आकाश ने तैराकी क्लब फिलहाल छोड़ दिया, परन्तु नाटक क्लब अभी भी जा रहा था| निशा का सोचना था की आकाश साधना से मुलाकात करने के लिए ही नाटक क्लब जा रहा था| एक दिन निशा ने आकाश से स्पष्ट कह दिया की अब सिर्फ एग्जाम की तैयारी होगी नाटक क्लब नहीं जाना है, परन्तु आकाश ने भी स्पष्ट कर दिया की वह एग्जाम के वक़्त भी नाटक क्लब जाता रहेगा|

निशा ने निष्कर्ष निकाला कि, क्योंकि उसने आकाश को जरूरत से ज्यादा मनमर्जी करने दी इसी कारण से उसने आकाश को खो दिया है और अब उसे दोबारा प्राप्त करने का प्रयास जरूरी है| निशा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से उसके आकाश के साथ प्रेम संबंधों का लम्बा चौड़ा खुलासा भी कर दिया| आकाश ने इस प्रेम कथा को एकतरफ़ा बताते हुए नकार दिया| इसका वैसा प्रभाव नहीं हुआ जैसा निशा चाहती थी| आकाश अभी भी अपनी ज़िंदगी पूरे जोश से जी रहा था| निशा ने सब तरह के प्रयास कर लिए परन्तु वह आकाश को नज़दीक लाने मैं सफल नहीं हो सकी|

आखिर निशा ने हार मान ली और एक रात नींद की गोलियां खा कर आत्महत्या कर ली| पुलिस ने आते ही लाश को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया और उसका मोबाइल एवं अन्य सोशल मीडिया एक्टिविटी खंगालने शुरू कर दिए, जिससे पुलिस उस पोस्ट तक भी पहुँच गयी जिसमे निशा ने आकाश के प्रति प्रेम जाहिर किया था और आकाश ने इस प्रेम को एकतरफ़ा कहते हुए नकार दिया था|

पुलिस आकाश पर POCSO एवं आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप लगाकर गिरफ्तार कर चुकी है, उसका भविष्य अंधकार मैं डूब चुका है, परन्तु उसे अभी तक यह नहीं समझ आ रहा की आखिर उसकी गलती क्या थी|