क्या है जिंदगी?
(1)
मुश्किले आसान होती
अगर
तेरा नाम जिंदगी होता
जिंदगी क्या हैै ?
बस ये जानने की एक कोशिश है
समझने की एक इच्छा है
उस इच्छा को पूरा करना और जीवंत होकर
जीना ही तो है जिंदगी
जिंदगी बेहतर हो यह हमारा लक्ष्य है
लेकिन जिंदगी बेहतर बन जाए
यह जरूरी भी तो नही है।
(एक बेहतर विकल्प की तलाश में खुद को
एक विकल्प से अलग कर देना भी सही नही है )
एक सोई हुई उम्मीद को जगाने की कोशिश है जिंदगी और
उन सारी उम्मीदों को खत्म कर देना भी है जिंदगी
मेरा पहला प्यार है जिंदगी
जिसका मुझ पर छाया हुआ खुमार है जिंदगी
पहली बरसात की फुहार
उसमे भीग जाने का खुमार है जिंदगी
जुबान तक शब्द आए या वहीं रुक जाएं
उसका भी नाम है जिंदगी
चाय की चुस्की सी हो गई है जिंदगी कभी मीठा ज्यादा हो तो कभी पत्ती ज्यादा बस उसमे बट जाए मेरा दर्द आधा आधा बेझिझक घुल जाए ये जिंदगी बेस्वाद ना होने पाए
इस तरह कुछ चाय का स्वाद सी हो गई है जिंदगी
जिंदगी को शब्दो में बयान करना बिल्कुल आसान नही अगर शब्दो में बयान हो जाए तो फिर क्या जिंदगी ?
यही जिंदगी है जो शब्दो में बयान ना हो पाए और कभी जिंदगी सिर्फ मौन होती हुई नजर आये ना जाने कौन कौनसे सम्बंध बनाती हुई ये जिंदगी नजर आये, हर मोड़ पर एक नई कहानी , किस्सा यह जिन्दगी हमे बताए
1
जिंदगी क्या है ?
एक नई उमंग-तरंग और
पहला गीत है जिंदगी
इसमें छिपा मधुर संगीत है जिंदगी
(2)
क्या है जिंदगी ?
पहला सुर-स्वर है जिंदगी
उस स्वर से शब्द बनने
तक का सफर है जिंदगी
शब्द से निशब्द होना भी है जिंदगी
(3)
क्या है जिंदगी ?
पहला पड़ाव है जिंदगी
उस पड़ाव से दूसरे पड़ाव ओर फिर
उस पहले पड़ाव से मिलो तक का लंबा सफर
तय करने का नाम भी है जिंदगी
(4)
क्या है जिंदगी ?
माता पिता का आशीर्वाद है
और उनकी डांट फटकार भी है जिंदगी
(5)
क्या है जिंदगी?
मुस्कुराहट है जिंदगी ,
मुस्कराहट का ही तो एक नाम है जिंदगी
जरा इसे मुस्कुराने ही दो,
अपने चेहरे को जरा खिलखिलाने ही दो
(6)
क्या है जिंदगी ?
ना मुरझाने दो इसे क्योंकि
मुरझाए हुए चेहरे पर मुस्कुराहट लाने का नाम है जिंदगी
बड़ी प्यारी सी मुस्कान है,
और उस मुस्कान का आंनद भी है जिंदगी
7)
क्या है जिंदगी ?
ना गम है ना गम का साया है जिंदगी
इसलिए
किसी गम को गले ना लगाना और खुद को
ना यू गम के साये में खो जाने दो यह है जिंदगी
8
जिंदगी क्या है ?
सुख है सुख की अनुभूति है
सुख को अनुभूत करना है जिंदगी
इसलिए सुख की अनुभूति
करने का नाम है जिंदगी
9
यह जिंदगी बड़े यत्न और प्रयत्नों के बाद मिलती है
लेकिन
जरा देखो तो सही यह
जिंदगी जिसे मिली उसे कदर नहीं है
और
जिसे न मिली उससे पूछो जरा क्या है जिंदगी ?
10.
क्या है जिंदगी?
न तड़पाओ न रोने दो बड़ी प्यारी है जिंदगी
इसे खिलने दो जरा, यह खिलना चाहती है
क्योंकि खिलखिलाती सी है यह जिंदगी।
11.
गुदगुदाती सी है जिंदगी
बहुत हसाती है यह जिंदगी
रुलाती भी बहुत है जिंदगी
नए नए मायने भी सिखाती है जिंदगी
कुछ नए अर्थ बनाती है तो कुछ अर्थ का अनर्थ भी जाती है जिंदगी
12
रुलाती है हँसाती है
तो रुलाकर चुप करती है
फिर ठहाके मार हँसाती भी है जिंदगी
क्योंकि
हर दम मूड फ्रेश बनाये रखना भी तो है जिंदगी
13
मतलबी दुनिया के बीच अलग अलग
मायने, मतलब सिखाती है यह जिंदगी
ना मतलब की बात करो बस
बिना मतलब के जीना बताती भी है जिंदगी
14
जीवन का जीवन से मिलना है जिंदगी
और मिलकर बिछुड़ना भी है जिंदगी
मिलने का सुख और बिछड़ने का दुख
भी तो है जिंदगी
15
मिलकर जीने का नाम है जिंदगी
बिछड़ने का नाम है जिंदगी
फिर मिल जाने का नाम भी है जिंदगी
कभी अधूरे में छोड़ जाना है तो फिर पूरा करना भी है जिंदगी
फिर मिल ना पाए इसका भी नाम है जिंदगी
16
प्यारी सी मुस्कान है यह जिंदगी
खुद में जीने का नाम है जिंदगी
खुद के लिए मर मिट जाना
भी है जिंदगी
17
रूठे हुए को मनाना है जिंदगी
उस रूठे हुए फिर सताना भी है
किसी अपने से रूठ जाना भी है जिंदगी
उसे रूठे हुए के बेहद करीब फिर आना भी है जिंदगी
18
सिर्फ मीठी-मीठी सी नही है यह जिंदगी
सिर्फ मीठी खीर नही है जिंदगी
कभी बकबकी, खट्टी , कड़वी और
तीखी मिर्ची सी भी है जिंदगी
19
इंतज़ार भी है जिंदगी
अधूरी प्यास है, अधूरी इच्छा है यह जिंदगी
उन सभी अधूरी इच्छाओ को पूरा कर पाना भी है जिंदगी
अपनी इच्छाओं की आहुति दूसरों के लिए देना भी है जिंदगी
20
गिरना संभलना और
गिरकर संभल जाना भी है जिंदगी
फिर गिरकर उठ ही ना पाना भी है जिंदगी
गिरने पर उठ कर खड़े होना और दौड़ना
और अपने लक्ष्यों को पा लेना भी है जिंदगी
21
दुसरो की खुशी मे खुद की खुशी ढूंढना है जिंदगी
और दुसरो के दुखों में खुद को दुखी देखना भी है जिंदगी
सामान्य स्तिथि के साथ जीना है जिंदगी
और विकट परिस्थितियों का मुकाबला करना भी है जिंदगी
22
खुद को उठाना संभालना भी है जिंदगी
और दूसरों को सम्भलना , आगे बढ़ाना भी है जिंदगी
23
सहलाती हुई माथे पर हाथ रखती माँ है यह जिंदगी
माँ का आँचल है जिंदगी
पिता की डांट, फटकार का नाम है जिंदगी
24
खुद से खुद की तलाश है
खुद की राह भूल जाना भी है और
फिर उसी राह पर वापस लौट आना भी है जिंदगी
बार बार एक राह को समझ ना पाना भी है जिंदगी
25
बचपन,जवानी,बुढापा है जिंदगी
इन तीनो में से कुछ भी नही बस
जीवन को सहज जी जाना है भी तो यह जिंदगी
26
क्या जिंदगी समय के बहाव में बह रही है या
समय मे सिमटी हुई दिखती है जिंदगी
तो कभी समय की धाराओं से बाहर है जिंदगी
27
धीमी ठहरी मंद लहरों की तरह है तो
कही और कभी तो पूर्ण विराम है जिंदगी
इसके विपरीत भागती दौड़ती
तो कही ना रुकने का नाम है जिंदगी
28
जीवन की अनोखी उचाई और नीचाई है यह जिंदगी
जीवन के मध्य का संगम है जिंदगी
29
रोज एक नई चुनोती का सामना है जिंदगी
अलग अलग और से आती है
नई नई चुनौती है जिंदगी
30
जो कभी सोचा नही सुना नही
कुछ अनकहे अनछुए किस्से है जिंदगी
उन किस्सों को समय के साथ रूबरू
बताती भी है जिंदगी
31
कुछ खबर कुछ बेखबर
उससे तार्रुफ़ कराती है और
अपनी मंजिल तक पहुचाती है
उस मंजिल का नाम भी है जिंदगी
32
खुले आसमान में उड़ती पतंग है जिंदगी
डोर टूट भी जाती है और फिर कही
और मिल जाती है उस
टूटने ओर जुड़ने का नाम है जिंदगी
33
कुछ रिश्ते नाते भी है
उन रिश्ते और नातो से हटकर भी है जिंदगी
उनके बीच रहती है तो
उनसे अलग भी हो जाती है जिंदगी
बनते बिगड़ते रिश्तों की कहानी है जिंदगी
हँसी- मजाक , रोना- धोना , लड़ना- झगड़ना भी है तो खेलना-कूदना हुल्लड़-हड़दंग मचाना भी है यह जिन्दगी
34
बिना लक्ष्यों के है जिंदगी और
एकमात्र लक्ष्य भी है जिंदगी,
लक्ष्यों के बिना चलती रही है जिंदगी,
और एक नया लक्ष्य बनाए जा रही है जिंदगी।
35
जो बिछड़ा था उसे पाने की कोशिश है
जिंदगी फिर मिलने और बिछड़ने
का नाम भी है जिंदगी
36
हर अधूरे काम को पूरा करना है जिंदगी
अधूरे सपने को हकीकत बनाना है जिंदगी
जो पीछे रह गया उन्हें साथ लाना है जिंदगी और आगे निकल गया उनसे मिल जाना भी है जिंदगी
37
नए नए करतब सी दिखती है
यह जिंदगी कभी नाचती है
तो कभी नचाती है यह जिंदगी
38
सर्कस सी भी है यह जिंदगी
जादुई कालीन की तरह है यह जिंदगी
कभी आसमान छुआ देती है तो
कभी जमीन पर गिरा देती है जिंदगी
रोज एक नई कहानी और किस्सा है जिंदगी
39
अंतस की खोज है जिंदगी तो
कही बाहर के दलदल में फंसी हुई सी है जिंदगी
रंगों से ज्यादा रंगीन और
हसीनो से ज्यादा हसीन है यह जिंदगी
40
जीवन से मिलन
और मिलकर बिछुड़ना भी है जिंदगी
जिंदगी का अकेलापन भी है
तो जिंदगी का जिंदगी के साथ मेला भी है
41
बहुत सारी मुश्किले लाती है जिंदगी
तो उन्ही मुश्किलों को आसान बनाती भी है जिंदगी
42
एक के साथ बिछड़ना है जिंदगी
तो दूसरे के साथ मिलाना भी है जिंदगी
एक छोर से दूसरे छोर तक ले जाना है जिंदगी
43
जीवन है तो मृत्यु है
मृत्यु है तो जीवन है
इन दोनों के अटूट संबंध का नाम है जिंदगी
44
---कुछ खोकले शब्द है जिंदगी
तो कुछ गहरी है तो कुछ खोकली है जिंदगी
इन दोनों को भरने का नाम ही है जिंदगी ---
45
समय हमेसा एक सार नही रहता
समय किसी का ना था ना है और
ना किसी का रहेगा यह बताने का नाम है जिंदगी
46
जीवन सावधान है तो मृत्यु विश्राम है
इन दोनों के मध्य की घटना का नाम है जिंदगी
47
जिंदगी की अपनी ही एक दौड़ है
उसका ना कोई नाता ना रिश्ता
ना धर्म ना मजहब ना जात ना पात है जिंदगी
यह बताने का नाम भी है जिंदगी
48
कही समय है तो कही समय नही है
रिक्त स्थान है जिंदगी
समय और स्पेस से पार पा जाना भी है जिंदगी
48A
कभी खाली तो कभी भरी है जिंदगी
ना जाने कैसी कैसी उलझनों से भारी है जिंदगी
49
कुछ अच्छे अनुभव है तो कुछ बुरे ख्याल कि तरह है जिंदगी और उन अनुभवों से सिख जाना तथा बुरे ख्याल समझ कर भूल जाना भी है जिंदगी
50
क्या है जिंदगी ?
बहुमूल्य समय है जिंदगी जिसकी
आमदनी आठ घंटे है तो खर्चा चौबीस घंटा है जिंदगी ।
51
जिन्दगी क्या है
जिंदगी एक सफर है जो पहिये का काम करता है सफर के लगे हुए पहिये के साथ चलती ही जा रही है जिंदगी इसमे कभी ना पंचर होने का नाम है जिंदगी
52
ना रुकती ना थमती बस चलती ही जाती है जिन्दगी कितनी मुश्किल आये फिर भी आगे बढ़ती ही जाती है आगे देखना और चलने का नाम ही है जिंदगी पीछे क्या हुआ उस को भूल जाना है जिंदगी जो बीत गया उससे कुछ सिख पाना है जिंदगी
53
सिर्फ आगे ही बढ़ती है जिंदगी
पीछे चलने का तो नाम नही है जिंदगी
चाहो कोई से गेयर लगालो लेकिन
रिवर्स गएर का नाम नही है जिंदगी
54
भूतकाल में समा रही है
वर्तमानकाल में जियो यह बता रही है
भविष्य के गर्भ को अंजना बना रही है जिंदगी
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