फरवरी का महीना फिर आ गया है, जैसे कि हर साल आता है। इस बार क्या ख़ास है ? वही जो हर साल होता है।
वैलेंटाइन का हफ्ता : 7 फरवरी - 14 फरवरी
इस हफ्ते कि बात ही कुछ निराली होती है। सारे जवान दिल अचानक से ज़ोरों शोरों से धड़कने लग जाते हैं। नए जोड़ों के सपनो को तो जैसे पंख ही लग जाते हैं। इस महीने दुकानदारों कि तो चाँदी ही चाँदी है, बड़े बड़े शेहरों में इन दिनों सब लाल नज़र आता है। लाल कपडे बिकते हैं, युवा जोड़े एक जैसे रंग के कपडे पहन कर निकलते हैं। हर जगह दिल ही दिल नज़र आते हैं, कहीं पर गुब्बारे और कही पर दिलों पर 50 % से 70 % तक कि भारी छूट लिखी होती है। इस दिन को ख़ास बनाने के लिए ये सब ज़रूरी हो जाता है।
वैलेंटाइन डे आखिर में है क्या बला ?
हर साल 14 फरवरी को करोड़ों लोग एक दुसरे को फूल और अन्य भिन्न प्रकार के तोहफे देते हैं। आज कि तारिख में ऐसा कोई नहीं है जिसको इस दिन ने छुआ ना हो। और इस सबके पीछे हैं एक संत वैलेंटाइन जो कि हज़ारों साल पहले विदेश में धरती से विदा ले चुके हैं। संत वैलेंटाइन की पूरी कहानी गूगल के द्वारा प्राप्त हो सकती है। यहाँ कहानी सुनाने बैठी तो फिर और विचार व्यक्त करना मुश्किल हो जायेगा।
मेरे देश की धरती।
भारत मेरा देश एक ऐसा हिस्सा है इस जहान में जहाँ सारे त्योहरों को बराबर का महत्व दिआ जाता है। भारत वासिओं की खासियत ये है कि अपने त्योहरों से ज़यादा वो अंग्रेजी त्योहरों को मानाने में विशवास रखता है। हम संवधिनक रूप से आज़ाद हो चुके हैं पर हमारी मानसिकता अभी भी अंग्रेज़ों कि गुलामी कर रही है।
वैलेंटाइन का हफ्ता : 7 फरवरी - 14 फरवरी :
7 फरवरी ( रोज डे ) : पिछले साल इसी दिन यूँ ही रास्ते में गाडी चलते चलते हमारे वाहन चालक ने मेरे पिताजी से बोला " साहब, आज तो फुल्लो का त्यौहार है " , ये आते हैं मुजफरनगर के एक गाओं से। इस बात से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि गाओं गाओं में ये त्यौहार कि मान्यता बढ़ गयी है। स्कूलों और कॉलेजों के बहार लड़के फूल लिए फिरते हैं, कब वो आये और कब उसको फूल दे कर श्री गणेश हो प्यार में। फूल वालों कि तगड़ी कमाई 10 रूपए में बिकने वाला आज 50 का बिकता है।
8 फरवरी ( प्रोपोस डे) : लड़के लड़कियों के आगे अपने प्यार का प्रस्ताव रखते हैं। कभी कभी ये काम लड़कियाँ भी कर देती हैं , बदलते ज़माने में लड़कियाँ किसीसे कम नहीं हैं। खैर फिर आता है अगला दिन।
9 फरवरी (चॉकलेट डे) : गुलाब दे दिया , प्रस्ताव रख दिया अब बारी है मीठा खाने की " कुछ मीठा हो जाए " . चॉकलेट बनाने वाली कम्पनीआं करोड़ों के सपने देखती हैं आज के दिन। लड़कियों का सबसे मनपसंद दिन होता है ये। जितनी ज़यादा चॉकलेट उतना ही ज़यादा प्यार।
10 फरवरी (टेडी डे) : आज के दिन भूसे भरे भालू की काफी बिक्री होती है। गुलाबी , पीला , भूरा , अन्य कई प्रकार के रंगों के भालू बिकते हैं आज। बड़ी बड़ी आँखों वाले इस प्राणी को लड़कियां दिल से लगा कर रखती हैं एक दिन के लिए। बाद में पता नहीं उस भूसे भरे जीव का क्या होता है। अभी बाकी दिन भी तो मानाने हैं।
11 फरवरी (प्रॉमिस डे) : "वादा कर ले साजना" , बड़े बड़े वादों के साथ शुरुवात होती है आज के दिन कि, साथ निभाएंगे कभी जुदा ना होंगे। दिलों में घनघोर प्यार उमड़ रहा होता है।
12 फरवरी (हग डे ) : गले लगने का दिन। और किसी दिन गले लगो या ना लगो आजके दिन बिना गले लगे नहीं रहा जाता है। ईद पर भी गले लगा जाता है, पर 12 फरवरी कि बात ही निराली है।
13 फरवरी (किस डे) : इसको चुंबन का दिन कहा जाता है। इसका तो बस नाम ही काफी है। बाकी आप समझदार हैं।
14 फरवरी (वैलेंटाइन्स डे) : सबसे खास दिन। ख़ास होने के साथ साथ इस दिन खतरें बहुत हैं। माता पिता एक दम से चौकन्ने हो जाते हैं, चाचा चौधरी से तेज़ दिमाग चलता है उनका। बेटे/बेटी पर एकदम शातिर नज़र राखी जाती है, जैसे करमचंद्र जासूस से प्रशिक्षण लिआ हो। जेब खर्चा कम और कभी कभी घर से नहीं निकलने देते हैं, निकलना मतलब शक़ के घेरे में आ जाना। माता पिता से बच भी गए तो फिर शिव सेना, राम सेना और अन्य पार्टियाँ अहम् भूमिका निभाती हैं। साल के एक दिन दिल वाले गुब्बारे फोड़ना, लड़कियों कि बेईज़ती करना , लड़कों कि हड्डियां तोड़ कर अपनी संस्कृति को बचाते है।
14 फरवरी बस एक बार मेहबूब का दीदार हो जाए तो दिन बन जाता है। पूरे साल जो प्यार ना हो सका 14 को परवान चढ़ जाता है। जेब ढीली हो जाती है , लड़कियों के नखरे बढ़ जाते हैं। वाह रे वाह अजब है ये प्यार। दिल बस एक ही धुन गुनगुनाता है :
पल भर के लिए कोई हमें प्यार कर ले, झूंठा ही सही !!
हैप्पी वैलेंटाइन्स डे !