hindi Best Women Focused Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Women Focused in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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  • शादी व आत्मसम्मान

    विमला जी आज सुबह से ही अपनी बेटी आरती के आने का इंतजार कर रही थी। उसकी शादी अभी...

  • सीजीरियन बच्चा

    कहानी - सिजेरियन बच्चा “ छाया कहाँ है , उसे जल्दी से बुलाओ . “ वर्माजी न...

  • अनुगूँज

    अनुगूँज सुधा ओम ढींगरा तापमान इतना गिर गया कि बारिश बर्फ़ बन कर बरस रही है। रुई...

नारीयोत्तम नैना - 5 By Jitendra Shivhare

नारीयोत्तम नैना भाग-5 राकेश के बेडरूम में कोलाहल होता हुआ देखकर धनीराम ने द्वार खोला--" तुम दोनों भाई-बहन फिर लड़ने लगे।" राकेश को भय था कि नूतन कहीं पापा को सबकुछ बता न दे। नूतन न...

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फ़ैसला - 11 By Rajesh Shukla

फ़ैसला (11) अगले दिन सवेरे सिद्धेश ऑफिस जाने के लिए तैयार ही हो रहा था कि अचानक किसी ने कॉल बेल बजायी। उसकी आवाज से सिद्धेश भी खिड़की से गेट की ओर झांकने लगा। तब तक भोला गेट पर पहुंच...

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सबरीना - 28 By Dr Shushil Upadhyay

सबरीना (28) दानिकोव की लार टपकाती निगाह दानिकोव बार-बार सबरीना की ओर देख रहा था। सुशांत ने एक बार दानिकोव और फिर सबरीना को देखा। सबरीना ने पहले सुशंात और फिर दानिकोव को देखा। इस सि...

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आधा मुद्दा (सबसे बड़ा मुद्दा) - अध्याय ११. By DILIP UTTAM

-----अध्याय ११."प्रेम कहाँ?"----- प्यार में प्राय: पुरुष ही नारी को धोखा देते हैं, क्यों? बहुत से पुरुष भाई यह कहते हैं कि शादी वह घर वालों की मर्जी से ही करेंगे, अरे भाई आप तो य...

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HELP ME APP By Rudra S. Sharma

जहाँ देखो वहाँ सभी जगह मासूम लड़कियों के साथ बर्बरता से बलात्कार की खबरें आम हो गई है।पूरा देश इस घिनोने अपराध को अनेको प्रयासों के पश्चात भी होने से नहीं रोक पा रहा है ।HELP ME APP...

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शादी व आत्मसम्मान By Saroj Prajapati

विमला जी आज सुबह से ही अपनी बेटी आरती के आने का इंतजार कर रही थी। उसकी शादी अभी 2 महीने पहले ही हुई थी। शादी के बाद पहली बार वह रुकने आ रही थी ‌ विमला जी की तो पूरी दुनिया ही आरती...

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कड़वा सच By Chandni Sethi Kochar

कड़वा सच मधु सुबह से आज बहुत परेशान थी, क्योंकि उसको आज महसूस हो गया, कि वह कितनी भी अच्छी क्यों ना हो जाए , लेकिन रहेगी हमेशा एक बहु ही ! बहु जितनी भी बेटी बनने की कोशिश कर ले ,...

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उसका आकाश धुँधला है..... By Sudha Om Dhingra

उसका आकाश धुँधला है..... सुधा ओम ढींगरा वर्षों पहले उन दोनों ने कुछ निर्णय लिए थे और एक दूसरे को पत्र लिखने का बचन दिया था। जिसे वे ईमेल के इस युग में भी निभा रही हैं। दोनों ही घर...

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सीजीरियन बच्चा By S Sinha

कहानी - सिजेरियन बच्चा “ छाया कहाँ है , उसे जल्दी से बुलाओ . “ वर्माजी ने पत्नी उमा को फोन पर कहा “ क्या बात है मुझे बताएं , छाया ऊपर छत पर धुले कपड़े डालने गयी है . “ “ न...

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गिद्ध - 2 By Divya Shukla

गिद्ध (2) बस क्लच उठा कर बाहर निकल ही रही थी कि काशी ने आकर कहा ‘’दीदी गाडी लग गई है। रात को क्या बनाऊ? या आप बाहर खायेंगी?” “मुझे नहीं खाना। तुम लोग अपने लिए जो चाहो बना लो। ........

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बात बस इतनी सी हुई By Ashish Dalal

रात के डेढ़ बज रहे थे । घर के सभी दरवाजे खिडकियां बंद होने के बावजूद पलंग से नीचे फर्श पर पैर रखते ही उर्मिला जिज्जी के पूरे बदन में कंपकंपी चढ़ गई । हाथ में छड़ी पकड़कर पलंग पर बैठे ब...

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अनचाही By Pallavi Saxena

यह कहानी एक स्त्री की कहानी है। वह स्त्री जो अपने घर परिवार के लिए अपना सारा जीवन होम कर देती है और बदले में क्या पाती है अपमान तरिस्कार न जाने क्या कुछ झेलकर खुद को बार बार समेट क...

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अनुगूँज By Sudha Om Dhingra

अनुगूँज सुधा ओम ढींगरा तापमान इतना गिर गया कि बारिश बर्फ़ बन कर बरस रही है। रुई जैसी नहीं, शीशे जैसी। उसके लिए यह सब अचम्भित करने वाला है। कुछ दिन पहले उसने रुई जैसी बर्फ़ गिरते दे...

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न्यूड ग़ज़ल - 4 By Junaid Chaudhary

आप उसे समझाइये ना के दोबारा मुझसे बात कर ले,उन्होंने मुझसे कुछ नही पूछा कि किस बात पर ब्रेकअप हुआ,सिर्फ इतना कहा कि अगर तुम गलत नही हो तो वो तुमसे बात कर लेगा,और अगर तुम्हारी गलती...

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अकेलापन By Dr pradeep Upadhyay

आज मैं सोचती रही कि नींद की सारी गोलियां एकसाथ खाकर अपनी इहलीला समाप्त कर लूं।इतनी बेबसी,इतनी लाचारी तो मैंने तब भी महसुस नहीं की थी जब विनय के पिता हार्ट अटैक से एकाएक चल बसे थे...

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मेट्रो गर्ल By r k lal

मेट्रो गर्ल आर0 के लाल उस दिन मेट्रो में बहुत भीड़ थी। राघव किसी तरह मेट्रो में चढ़ा और धीरे-धीरे जगह बनाता हुआ एक साइड में खड़ा हो गया । कहीं कोई जगह नहीं थी, महिलाएं भी धक्का-म...

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अजीब औरत By Jayanti Ranganathan

बिल्डिंग के सामने उर्षिला ने अपनी लंबी गाड़ी पार्क की ही थी कि सीढिय़ों के पीछे खंभे से सटकर खड़ी वह दिख गई। उर्षिला उसकी निगाहों से नहीं बच सकती थी। चार घंटे पहले वह यहां आ चुकी थी...

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नारीयोत्तम नैना - 5 By Jitendra Shivhare

नारीयोत्तम नैना भाग-5 राकेश के बेडरूम में कोलाहल होता हुआ देखकर धनीराम ने द्वार खोला--" तुम दोनों भाई-बहन फिर लड़ने लगे।" राकेश को भय था कि नूतन कहीं पापा को सबकुछ बता न दे। नूतन न...

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फ़ैसला - 11 By Rajesh Shukla

फ़ैसला (11) अगले दिन सवेरे सिद्धेश ऑफिस जाने के लिए तैयार ही हो रहा था कि अचानक किसी ने कॉल बेल बजायी। उसकी आवाज से सिद्धेश भी खिड़की से गेट की ओर झांकने लगा। तब तक भोला गेट पर पहुंच...

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सबरीना - 28 By Dr Shushil Upadhyay

सबरीना (28) दानिकोव की लार टपकाती निगाह दानिकोव बार-बार सबरीना की ओर देख रहा था। सुशांत ने एक बार दानिकोव और फिर सबरीना को देखा। सबरीना ने पहले सुशंात और फिर दानिकोव को देखा। इस सि...

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आधा मुद्दा (सबसे बड़ा मुद्दा) - अध्याय ११. By DILIP UTTAM

-----अध्याय ११."प्रेम कहाँ?"----- प्यार में प्राय: पुरुष ही नारी को धोखा देते हैं, क्यों? बहुत से पुरुष भाई यह कहते हैं कि शादी वह घर वालों की मर्जी से ही करेंगे, अरे भाई आप तो य...

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HELP ME APP By Rudra S. Sharma

जहाँ देखो वहाँ सभी जगह मासूम लड़कियों के साथ बर्बरता से बलात्कार की खबरें आम हो गई है।पूरा देश इस घिनोने अपराध को अनेको प्रयासों के पश्चात भी होने से नहीं रोक पा रहा है ।HELP ME APP...

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शादी व आत्मसम्मान By Saroj Prajapati

विमला जी आज सुबह से ही अपनी बेटी आरती के आने का इंतजार कर रही थी। उसकी शादी अभी 2 महीने पहले ही हुई थी। शादी के बाद पहली बार वह रुकने आ रही थी ‌ विमला जी की तो पूरी दुनिया ही आरती...

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कड़वा सच By Chandni Sethi Kochar

कड़वा सच मधु सुबह से आज बहुत परेशान थी, क्योंकि उसको आज महसूस हो गया, कि वह कितनी भी अच्छी क्यों ना हो जाए , लेकिन रहेगी हमेशा एक बहु ही ! बहु जितनी भी बेटी बनने की कोशिश कर ले ,...

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उसका आकाश धुँधला है..... By Sudha Om Dhingra

उसका आकाश धुँधला है..... सुधा ओम ढींगरा वर्षों पहले उन दोनों ने कुछ निर्णय लिए थे और एक दूसरे को पत्र लिखने का बचन दिया था। जिसे वे ईमेल के इस युग में भी निभा रही हैं। दोनों ही घर...

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सीजीरियन बच्चा By S Sinha

कहानी - सिजेरियन बच्चा “ छाया कहाँ है , उसे जल्दी से बुलाओ . “ वर्माजी ने पत्नी उमा को फोन पर कहा “ क्या बात है मुझे बताएं , छाया ऊपर छत पर धुले कपड़े डालने गयी है . “ “ न...

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गिद्ध - 2 By Divya Shukla

गिद्ध (2) बस क्लच उठा कर बाहर निकल ही रही थी कि काशी ने आकर कहा ‘’दीदी गाडी लग गई है। रात को क्या बनाऊ? या आप बाहर खायेंगी?” “मुझे नहीं खाना। तुम लोग अपने लिए जो चाहो बना लो। ........

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बात बस इतनी सी हुई By Ashish Dalal

रात के डेढ़ बज रहे थे । घर के सभी दरवाजे खिडकियां बंद होने के बावजूद पलंग से नीचे फर्श पर पैर रखते ही उर्मिला जिज्जी के पूरे बदन में कंपकंपी चढ़ गई । हाथ में छड़ी पकड़कर पलंग पर बैठे ब...

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अनचाही By Pallavi Saxena

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अनुगूँज By Sudha Om Dhingra

अनुगूँज सुधा ओम ढींगरा तापमान इतना गिर गया कि बारिश बर्फ़ बन कर बरस रही है। रुई जैसी नहीं, शीशे जैसी। उसके लिए यह सब अचम्भित करने वाला है। कुछ दिन पहले उसने रुई जैसी बर्फ़ गिरते दे...

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न्यूड ग़ज़ल - 4 By Junaid Chaudhary

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अकेलापन By Dr pradeep Upadhyay

आज मैं सोचती रही कि नींद की सारी गोलियां एकसाथ खाकर अपनी इहलीला समाप्त कर लूं।इतनी बेबसी,इतनी लाचारी तो मैंने तब भी महसुस नहीं की थी जब विनय के पिता हार्ट अटैक से एकाएक चल बसे थे...

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मेट्रो गर्ल By r k lal

मेट्रो गर्ल आर0 के लाल उस दिन मेट्रो में बहुत भीड़ थी। राघव किसी तरह मेट्रो में चढ़ा और धीरे-धीरे जगह बनाता हुआ एक साइड में खड़ा हो गया । कहीं कोई जगह नहीं थी, महिलाएं भी धक्का-म...

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अजीब औरत By Jayanti Ranganathan

बिल्डिंग के सामने उर्षिला ने अपनी लंबी गाड़ी पार्क की ही थी कि सीढिय़ों के पीछे खंभे से सटकर खड़ी वह दिख गई। उर्षिला उसकी निगाहों से नहीं बच सकती थी। चार घंटे पहले वह यहां आ चुकी थी...

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