hindi Best Moral Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Moral Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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  • पर्दाफाश - भाग - 8

    रात में रौनक ने जैसे ही वंदना को अपनी बाँहों में भरने की कोशिश की वंदना ने उसे अ...

  • सन्यासी -- भाग - 15

    जब जयन्त चक्कर खाकर धरती पर गिर पड़ा तो वीरेन्द्र भागकर उसके पास आया,उसे सम्भालने...

  • लोकतंत्र का उत्सव

    1. लोकतंत्र का उत्सवएक छोटे से गाँव में एक साधारण - सा परिवार रहता था । परिवार म...

पर्दाफाश - भाग - 8 By Ratna Pandey

रात में रौनक ने जैसे ही वंदना को अपनी बाँहों में भरने की कोशिश की वंदना ने उसे अलग करके दुत्कारते हुए कहा, “तुम्हें कोई और काम नहीं है। कुछ और नहीं सूझता है क्या?” “वंदना, यह कैसा...

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सन्यासी -- भाग - 15 By Saroj Verma

जब जयन्त चक्कर खाकर धरती पर गिर पड़ा तो वीरेन्द्र भागकर उसके पास आया,उसे सम्भालने के लिए,साथ में उसने एक और लड़के की भी मदद ली,फिर दोनों जयन्त को सहारा देकर काँलेज तक ले गए और उसे एक...

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ख्वाहिश,,,,कत्ल उम्मीदों का - भाग 3 By Paramjeet Kaur

भाग 3सुखविंदर जी अलका जी को समझा कर और हिम्मत रखने का बोल कर खुद पुलिस स्टेशन के लिए निकल गये थे। अलका जी ने सुखविंदर जी को तो बोल दिया था कि वह हिम्मत से काम लेंगी,,पर उनके लिए खु...

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शोहरत का घमंड - 92 By shama parveen

तभी आलिया के पापा बोलते हैं, "साहब आप ये कैसी बात कर रहे हैं मेरी बेटी के बारे में, देखिए हम गरीब ज़रूर है, मगर गिरे हुए नही है जो इस तरह की गिरी हुई हरकते करेंगे"।तब आर्यन के डैड...

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शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल - पार्ट 1 By Kaushik Dave

"शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल"( पार्ट -१) हिंदी में पहली बार एक धारावाहिक लिख रहा हूं।शायद पसंद आयेगी।धारावाहिक के मुख्य किरदार शुभम है जो एक डॉक्टर है।डॉक्टर शुभम के जीवन...

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लोकतंत्र का उत्सव By DINESH KUMAR KEER

1. लोकतंत्र का उत्सवएक छोटे से गाँव में एक साधारण - सा परिवार रहता था । परिवार में सभी लोग एक - दूसरे को बहुत ही प्यार करते थे और बहुत ही प्यार से रहते थे । उस परिवार में दो बेटे थ...

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उजाले की ओर –संस्मरण By Pranava Bharti

-------------------------------------- क्या होगा दोस्तों मुँह फुलाकर? जीवन में प्रेम की अलौकिक छटा को महसूस करके जब चेहरे पर मुस्कान खिल जाती है तब पूरा जीवन ही प्रेममय हो जाता है।...

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दिनेश (एक साधारण लड़का) By DINESH KUMAR KEER

1. दिनेश (एक साधारण लड़का) दिनेश गाँव में एक बहुत ही सीधा - साधा लड़का था। वह अपने माँ - बाप के साथ गाँव में रहता था। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद में उसने नौकरी करने की सोची। कुछ द...

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गुलकंद - पार्ट 10 (अंतिम भाग) By श्रुत कीर्ति अग्रवाल

गुलकंद पार्ट - 10 अंतिम भाग अनरसे वाकई बहुत अच्छे बने थे। भौंचक खड़ा वीरेश देख रहा था कि उत्साह से भरी अम्मा बड़े प्यार से तीनों के टिफिन में ठूंस-ठूंस कर भर रही थीं... गुलकंद भरे...

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अनोखी मित्रता By DINESH KUMAR KEER

अनोखी मित्रताराजा रोमपाद अयोध्या के चक्रवर्ती राजा दशरथ के बहुत ही घनिष्ठ मित्र थे। राजा रोमपाद के कोई सन्तान नहीं थी। एक बार राजा रोमपाद अपने मित्र से मिलने अयोध्या पहुँचे। राजा द...

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मां से ही बच्चों की दुनियां होती हैं .... By Purnima Kaushik

मां एक ऐसा शब्द है, जिसे कभी भी किसी भी परिभाषा में आंका जाना संभव नहीं है। मां तो अपने में समस्त संसार को समेटे हुए है। जिनके होने से कभी अकेला महसूस नहीं होता और न ही कभी डर भी ल...

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बेटा-बेटी (दोनों कुल का नाम करते हैं) By DINESH KUMAR KEER

1. बेटा - बेटीएक छोटे - से गाँव में एक परिवार रहता था । परिवार बहुत ही समझदार और खुशहाल था । परिवार में एक बुजुर्ग दादी माँ थीं, जिनकी बात हर किसी को माननी पड़ती थी । परिवार में ती...

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दूसरे के जीवन में घुसपैठ By bhagirath

दूसरे के जीवन में घुसपैठ   कामना बड़ी जिद्दी लड़की थी। वह बचपन से ही ऐसी थी, कोई चीज चाहिए तो बस चाहिए, जब तक नहीं मिलती रोती रहती और मुंह फुलाकर बैठी रहती। हर बार पिता को उसकी जिद्द...

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अधिकार By prabha pareek

                                                   अधिकारबत्तीस वर्षीय संदीप को दूसरा विवाह करते समय इस बात की पूरी जानकारी थी कि परिवार को बांधे रखने के लिये उन्हें कुछ अलग तरह के...

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दुश्मन By Rakesh Rakesh

समाज सुधारक राजा राममोहन राॅय जी की तरह अगर पूरा देश सोच तो…. “बस बस अपना भाषण बंद करो आपका भाषण गांव के कुत्ते भी नहीं सुन रहे हैं, वह भी एक हड्डी के लिए आपस में युद्ध कर रहे हैं,...

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सर्कस - 20 (अंतिम भाग) By Madhavi Marathe

                                                                                                 सर्कस:२०             दुसरे दिन सुबह छह बजे के बाद भोपाल गॅस दुर्घटना की खबर चारों ओ...

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अदिति By Kishanlal Sharma

"आपको जरूर आना हैपत्नी फोन पर बात कर रही थी।मैं भी कमरे में ही बैठा अपनी पत्नी की बाते सुन रहा था।बाते खत्म होने पर पत्नी बोली,"अदिति का फोन था"क्या कह रही थी"घर खरीदा है।गृहप्रवेश...

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पर्दाफाश - भाग - 8 By Ratna Pandey

रात में रौनक ने जैसे ही वंदना को अपनी बाँहों में भरने की कोशिश की वंदना ने उसे अलग करके दुत्कारते हुए कहा, “तुम्हें कोई और काम नहीं है। कुछ और नहीं सूझता है क्या?” “वंदना, यह कैसा...

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सन्यासी -- भाग - 15 By Saroj Verma

जब जयन्त चक्कर खाकर धरती पर गिर पड़ा तो वीरेन्द्र भागकर उसके पास आया,उसे सम्भालने के लिए,साथ में उसने एक और लड़के की भी मदद ली,फिर दोनों जयन्त को सहारा देकर काँलेज तक ले गए और उसे एक...

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ख्वाहिश,,,,कत्ल उम्मीदों का - भाग 3 By Paramjeet Kaur

भाग 3सुखविंदर जी अलका जी को समझा कर और हिम्मत रखने का बोल कर खुद पुलिस स्टेशन के लिए निकल गये थे। अलका जी ने सुखविंदर जी को तो बोल दिया था कि वह हिम्मत से काम लेंगी,,पर उनके लिए खु...

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शोहरत का घमंड - 92 By shama parveen

तभी आलिया के पापा बोलते हैं, "साहब आप ये कैसी बात कर रहे हैं मेरी बेटी के बारे में, देखिए हम गरीब ज़रूर है, मगर गिरे हुए नही है जो इस तरह की गिरी हुई हरकते करेंगे"।तब आर्यन के डैड...

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शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल - पार्ट 1 By Kaushik Dave

"शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल"( पार्ट -१) हिंदी में पहली बार एक धारावाहिक लिख रहा हूं।शायद पसंद आयेगी।धारावाहिक के मुख्य किरदार शुभम है जो एक डॉक्टर है।डॉक्टर शुभम के जीवन...

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लोकतंत्र का उत्सव By DINESH KUMAR KEER

1. लोकतंत्र का उत्सवएक छोटे से गाँव में एक साधारण - सा परिवार रहता था । परिवार में सभी लोग एक - दूसरे को बहुत ही प्यार करते थे और बहुत ही प्यार से रहते थे । उस परिवार में दो बेटे थ...

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उजाले की ओर –संस्मरण By Pranava Bharti

-------------------------------------- क्या होगा दोस्तों मुँह फुलाकर? जीवन में प्रेम की अलौकिक छटा को महसूस करके जब चेहरे पर मुस्कान खिल जाती है तब पूरा जीवन ही प्रेममय हो जाता है।...

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दिनेश (एक साधारण लड़का) By DINESH KUMAR KEER

1. दिनेश (एक साधारण लड़का) दिनेश गाँव में एक बहुत ही सीधा - साधा लड़का था। वह अपने माँ - बाप के साथ गाँव में रहता था। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद में उसने नौकरी करने की सोची। कुछ द...

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गुलकंद - पार्ट 10 (अंतिम भाग) By श्रुत कीर्ति अग्रवाल

गुलकंद पार्ट - 10 अंतिम भाग अनरसे वाकई बहुत अच्छे बने थे। भौंचक खड़ा वीरेश देख रहा था कि उत्साह से भरी अम्मा बड़े प्यार से तीनों के टिफिन में ठूंस-ठूंस कर भर रही थीं... गुलकंद भरे...

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अनोखी मित्रता By DINESH KUMAR KEER

अनोखी मित्रताराजा रोमपाद अयोध्या के चक्रवर्ती राजा दशरथ के बहुत ही घनिष्ठ मित्र थे। राजा रोमपाद के कोई सन्तान नहीं थी। एक बार राजा रोमपाद अपने मित्र से मिलने अयोध्या पहुँचे। राजा द...

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मां से ही बच्चों की दुनियां होती हैं .... By Purnima Kaushik

मां एक ऐसा शब्द है, जिसे कभी भी किसी भी परिभाषा में आंका जाना संभव नहीं है। मां तो अपने में समस्त संसार को समेटे हुए है। जिनके होने से कभी अकेला महसूस नहीं होता और न ही कभी डर भी ल...

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बेटा-बेटी (दोनों कुल का नाम करते हैं) By DINESH KUMAR KEER

1. बेटा - बेटीएक छोटे - से गाँव में एक परिवार रहता था । परिवार बहुत ही समझदार और खुशहाल था । परिवार में एक बुजुर्ग दादी माँ थीं, जिनकी बात हर किसी को माननी पड़ती थी । परिवार में ती...

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दूसरे के जीवन में घुसपैठ By bhagirath

दूसरे के जीवन में घुसपैठ   कामना बड़ी जिद्दी लड़की थी। वह बचपन से ही ऐसी थी, कोई चीज चाहिए तो बस चाहिए, जब तक नहीं मिलती रोती रहती और मुंह फुलाकर बैठी रहती। हर बार पिता को उसकी जिद्द...

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अधिकार By prabha pareek

                                                   अधिकारबत्तीस वर्षीय संदीप को दूसरा विवाह करते समय इस बात की पूरी जानकारी थी कि परिवार को बांधे रखने के लिये उन्हें कुछ अलग तरह के...

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दुश्मन By Rakesh Rakesh

समाज सुधारक राजा राममोहन राॅय जी की तरह अगर पूरा देश सोच तो…. “बस बस अपना भाषण बंद करो आपका भाषण गांव के कुत्ते भी नहीं सुन रहे हैं, वह भी एक हड्डी के लिए आपस में युद्ध कर रहे हैं,...

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सर्कस - 20 (अंतिम भाग) By Madhavi Marathe

                                                                                                 सर्कस:२०             दुसरे दिन सुबह छह बजे के बाद भोपाल गॅस दुर्घटना की खबर चारों ओ...

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अदिति By Kishanlal Sharma

"आपको जरूर आना हैपत्नी फोन पर बात कर रही थी।मैं भी कमरे में ही बैठा अपनी पत्नी की बाते सुन रहा था।बाते खत्म होने पर पत्नी बोली,"अदिति का फोन था"क्या कह रही थी"घर खरीदा है।गृहप्रवेश...

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