hindi Best Fiction Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Fiction Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cu...Read More


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तेरे मेरे दरमियां यह रिश्ता अंजाना - (भाग - 26) वाणी की प्रेम कह By Priya Maurya

दूसरे सुबह अस्मिता उठती है तो सुबह सुबह ही मेहंदी का भी बुलावा आ जाता है। किसी तरह आज का दिन निकलता है और आखिरकार आता है शादी वाला दिन। सुबह से ही चहल पहल थी । सभी काम कर रहे औरतें...

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फूल बना हथियार - 8 By S Bhagyam Sharma

अध्याय 8 "मैं परशुराम। उनका दोस्त, डॉक्टर से मुझे बात करनी है। आप उनकी पत्नी हैं ?" "हां... जी वे अभी कार ड्राइव कर रहे हैं। कोई जरूरी बात है क्या ?" "हां...!" "एक मिनट!" परशुराम क...

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कैथरीन और नागा साधुओं की रहस्यमयी दुनिया - 7 By Santosh Srivastav

भाग 7 कैथरीन ने छाल का एक टुकड़ा तने से अलग किया और उस पर हाथ फेरती हुई देर तक उसे देखती रही। फिर उसने शोल्डर बैग में से डायरी और पेन निकाला और डायरी पर भोजपत्र रखकर लिखने लगी -&#3...

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अतीत के पन्ने - भाग ९ By RACHNA ROY

मेरी अवस्था अब अच्छी नहीं है और अब आगे।।फिर डायरी को बन्द कर दिया और फिर छत पर चली गई अपने आलेख को याद करने लगी।छाया ने कहा दीदी ये सारे पापड़ तो सुख गए हैं। काव्या ने कहा हां पर आ...

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टेढी पगडंडियाँ - 40 By Sneh Goswami

टेढी पगडंडियाँ 40 गुरनैब ने अभी आधा ही रास्ता पार किया था कि हल्की हल्की बारिश शुरु हो गयी । अभी कुछ देर पहले तो चारों ओर सुनहरी धूप खिली थी कि अचानक पता नहीं कहाँ से उङती हु...

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बागी स्त्रियाँ - (भाग अट्ठाइस) By Ranjana Jaiswal

मैं (नन्हीं मीता)परेशान थी कि मुझे गोली बनाना कैसे आएगा?गोली से बहुत कुछ बन जाता हैं। उसको दाएं -बाएं, ऊपर- नीचे से मिटाने से ,उस पर आड़ी -तिरछी रेखाएं खींचने से,उसकी संख्या बढ़ाने स...

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चाय पर चर्चा - 2 By राज कुमार कांदु

”भ्रष्टाचार ही सारी बुराइयों की जड़ है। भ्रष्टाचार की वजह से ही महँगाई का भी बोलबाला है। आप लोगों को भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में मोदीजी का हाथ मजबूत करना चाहिए।" अजय भरसक रामू काका...

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उड़ान - 10 By ArUu

कॉलेज के एक्जाम आने वाले थे। हर कोई जोर शोर से तैयारी कर रहा था। काव्या और उसकी टीम भी पढाई में मशगूल थे। कैंटीन से लेकर क्लास तक सब जगह बस किताबें ही किताबें दिखती थी। और धीरे धीर...

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बसंती की बसंत पंचमी - 13 By Prabodh Kumar Govil

रसोई में गैस पर बनने वाली कढ़ी उबल- उबल कर आधी रह गई थी लेकिन श्रीमती कुनकुनवाला का उधर ध्यान ही नहीं था। शायद रख कर भूल गई हों। वो तो गनीमत थी कि बर्तन बहुत बड़ा लिया गया था और दू...

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मोहल्ला-ए-गुफ़्तगू - 7 By Deepak Bundela Arymoulik

7. मोहल्ला -ए -गुफ़्तगूऔर बस वहीं से उन्होंने मुझ पर आरोप लगाने शुरू कर दिए कि में नमिता को मानसिक प्रताड़ना दें रहा हूं फिर नमिता के एक भाई और हैं जो पेशे से लॉयर हैं उन्होंने मुझसे...

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साहेब सायराना - 5 By Prabodh Kumar Govil

मानव मन भी विचित्र है और मानव तन भी! हर इंसान वही ढूंढता है जो न मिले। उन्नीस सौ चौवालीस में जन्म लेने वाली सायरा ने बचपन से ही अपने पिता को मिस किया क्योंकि वह हिंदुस्तान छोड़ कर...

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वो अनकही बातें - 34 By RACHNA ROY

शालू दानी को लेकर डाक्टर नीरजा के चेंबर पहुंच गई। वहां पर दानी को टीका लग गया और फिर डाक्टर ने कहा कि हल्का बुखार आ सकता है। नहाना नहीं है, मालिश भी तीन दिन तक नहीं करवाना है। शालू...

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नैनं छिन्दति शस्त्राणि - 63 By Pranava Bharti

63 अगले ही दिन रोज़ी व जैक्सन का भी आरक्षण हो गया और दो दिन बाद वे सब दिल्ली थे | समिधा विवाह के बाद पहली बार पापा के पास आई थी, वह भी बिना बताए | पापा के हर्ष का ठिकाना न था | उन्ह...

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लावण्या - भाग 12 By Jagruti Joshi

लावण्या ने जैसे ही तमाचा जडा शेखर के गालो पर तो विक्रांता के साथ बाकी तीन लोग भी आ गए ......... जैसे ही शेखर ने विक्रांत को देखा,,,, वो उसके पास आकर बोला......... यह त...

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वो पहली बारिश - भाग 19 By Daanu

निया उस दिन के बारे में सोच ही रही होती है, की उतने में इसकी सहेली सिमरन का फोन आ जाता है। "कर दिया मैंने तेरा काम।" "है? कैसे?" "मैंने इस शनिवार को सबको यहां पार्टी प्लेस रेस्ट्रो...

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मानो या मानो - भाग - 4 By Koushik B

दोस्तो काई दिनो बाद आपके फिर से आपके लिए नई कहानी ले के आया हुआ हूं। देरी के लिए क्षमा करें । अपनी ही उल्झानो में फसा था किसी के दूर जाने का गम क्या होता है ये आज पता चला, खैर आपका...

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द एजेंटस - 5 By Shamad Ansari

*द एजेंटस-5*अरे यार ऐसा नहीं है की मैंने उसका फ़ोन हैक कर लिया था असल में वो मरे साथ ही हॉल में बैठी थी फिर अचानक उसको कोई काम याद आया तो वो वहां से...

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हारा हुआ आदमी (भाग 47) By Kishanlal Sharma

"अरे नही।एक ही दिन की बात है।फिर काम से जा रहे हो,"निशा बोली,"मैं तो मजाक कर रही थी।"अच्छा तो मैं चलूं।"देवेन चलने को तैयार हुआ तो निशा बोली,"एक चीज भूल रहे हो।"निशा ने पति का हाथ...

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मै तो ओढ चुनरिया - 38 By Sneh Goswami

मै तो ओढ चुनरिया 38 विजय दीदी की शादी के बाद सात महीने बीते होंगे कि उनसे चार साल छोटी मनोरमा जीजी की शादी भी तय हो गयी । परिवार बहुत अच्छा था और जीजाजी संस्कारी । शादी का मुहु...

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मिलन पुर - 2 By Mehul Pasaya

अरे बेटा इतनी जल्दी कैसे उठ गया वो हर दिन तो वो देर तक सोए रहेता हैहा मालकिन जी वो बहुत जल्दी उठ गया और रेडी हो कर कही पे चला भी गया है लेकिन कहा पे गया है वो पता नहीं हैठीक है में...

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पश्चाताप. - 15 By Ruchi Dixit

आज पूर्णिमा के लिए बेहद ही खुशी का दिन था उसके गुजरे हुए दिनो मे यह पहला ऐसा दिन था जिसने पूर्णिमा को अपने निर्णय के प्रति संतुष्टि के भाव दिये | पूर्णिमा के बेटे विधु ने जहाँ इंजी...

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तेरे मेरे दरमियां यह रिश्ता अंजाना - (भाग - 26) वाणी की प्रेम कह By Priya Maurya

दूसरे सुबह अस्मिता उठती है तो सुबह सुबह ही मेहंदी का भी बुलावा आ जाता है। किसी तरह आज का दिन निकलता है और आखिरकार आता है शादी वाला दिन। सुबह से ही चहल पहल थी । सभी काम कर रहे औरतें...

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फूल बना हथियार - 8 By S Bhagyam Sharma

अध्याय 8 "मैं परशुराम। उनका दोस्त, डॉक्टर से मुझे बात करनी है। आप उनकी पत्नी हैं ?" "हां... जी वे अभी कार ड्राइव कर रहे हैं। कोई जरूरी बात है क्या ?" "हां...!" "एक मिनट!" परशुराम क...

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कैथरीन और नागा साधुओं की रहस्यमयी दुनिया - 7 By Santosh Srivastav

भाग 7 कैथरीन ने छाल का एक टुकड़ा तने से अलग किया और उस पर हाथ फेरती हुई देर तक उसे देखती रही। फिर उसने शोल्डर बैग में से डायरी और पेन निकाला और डायरी पर भोजपत्र रखकर लिखने लगी -&#3...

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अतीत के पन्ने - भाग ९ By RACHNA ROY

मेरी अवस्था अब अच्छी नहीं है और अब आगे।।फिर डायरी को बन्द कर दिया और फिर छत पर चली गई अपने आलेख को याद करने लगी।छाया ने कहा दीदी ये सारे पापड़ तो सुख गए हैं। काव्या ने कहा हां पर आ...

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टेढी पगडंडियाँ - 40 By Sneh Goswami

टेढी पगडंडियाँ 40 गुरनैब ने अभी आधा ही रास्ता पार किया था कि हल्की हल्की बारिश शुरु हो गयी । अभी कुछ देर पहले तो चारों ओर सुनहरी धूप खिली थी कि अचानक पता नहीं कहाँ से उङती हु...

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बागी स्त्रियाँ - (भाग अट्ठाइस) By Ranjana Jaiswal

मैं (नन्हीं मीता)परेशान थी कि मुझे गोली बनाना कैसे आएगा?गोली से बहुत कुछ बन जाता हैं। उसको दाएं -बाएं, ऊपर- नीचे से मिटाने से ,उस पर आड़ी -तिरछी रेखाएं खींचने से,उसकी संख्या बढ़ाने स...

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चाय पर चर्चा - 2 By राज कुमार कांदु

”भ्रष्टाचार ही सारी बुराइयों की जड़ है। भ्रष्टाचार की वजह से ही महँगाई का भी बोलबाला है। आप लोगों को भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में मोदीजी का हाथ मजबूत करना चाहिए।" अजय भरसक रामू काका...

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उड़ान - 10 By ArUu

कॉलेज के एक्जाम आने वाले थे। हर कोई जोर शोर से तैयारी कर रहा था। काव्या और उसकी टीम भी पढाई में मशगूल थे। कैंटीन से लेकर क्लास तक सब जगह बस किताबें ही किताबें दिखती थी। और धीरे धीर...

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बसंती की बसंत पंचमी - 13 By Prabodh Kumar Govil

रसोई में गैस पर बनने वाली कढ़ी उबल- उबल कर आधी रह गई थी लेकिन श्रीमती कुनकुनवाला का उधर ध्यान ही नहीं था। शायद रख कर भूल गई हों। वो तो गनीमत थी कि बर्तन बहुत बड़ा लिया गया था और दू...

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मोहल्ला-ए-गुफ़्तगू - 7 By Deepak Bundela Arymoulik

7. मोहल्ला -ए -गुफ़्तगूऔर बस वहीं से उन्होंने मुझ पर आरोप लगाने शुरू कर दिए कि में नमिता को मानसिक प्रताड़ना दें रहा हूं फिर नमिता के एक भाई और हैं जो पेशे से लॉयर हैं उन्होंने मुझसे...

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साहेब सायराना - 5 By Prabodh Kumar Govil

मानव मन भी विचित्र है और मानव तन भी! हर इंसान वही ढूंढता है जो न मिले। उन्नीस सौ चौवालीस में जन्म लेने वाली सायरा ने बचपन से ही अपने पिता को मिस किया क्योंकि वह हिंदुस्तान छोड़ कर...

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वो अनकही बातें - 34 By RACHNA ROY

शालू दानी को लेकर डाक्टर नीरजा के चेंबर पहुंच गई। वहां पर दानी को टीका लग गया और फिर डाक्टर ने कहा कि हल्का बुखार आ सकता है। नहाना नहीं है, मालिश भी तीन दिन तक नहीं करवाना है। शालू...

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नैनं छिन्दति शस्त्राणि - 63 By Pranava Bharti

63 अगले ही दिन रोज़ी व जैक्सन का भी आरक्षण हो गया और दो दिन बाद वे सब दिल्ली थे | समिधा विवाह के बाद पहली बार पापा के पास आई थी, वह भी बिना बताए | पापा के हर्ष का ठिकाना न था | उन्ह...

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लावण्या - भाग 12 By Jagruti Joshi

लावण्या ने जैसे ही तमाचा जडा शेखर के गालो पर तो विक्रांता के साथ बाकी तीन लोग भी आ गए ......... जैसे ही शेखर ने विक्रांत को देखा,,,, वो उसके पास आकर बोला......... यह त...

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वो पहली बारिश - भाग 19 By Daanu

निया उस दिन के बारे में सोच ही रही होती है, की उतने में इसकी सहेली सिमरन का फोन आ जाता है। "कर दिया मैंने तेरा काम।" "है? कैसे?" "मैंने इस शनिवार को सबको यहां पार्टी प्लेस रेस्ट्रो...

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मानो या मानो - भाग - 4 By Koushik B

दोस्तो काई दिनो बाद आपके फिर से आपके लिए नई कहानी ले के आया हुआ हूं। देरी के लिए क्षमा करें । अपनी ही उल्झानो में फसा था किसी के दूर जाने का गम क्या होता है ये आज पता चला, खैर आपका...

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द एजेंटस - 5 By Shamad Ansari

*द एजेंटस-5*अरे यार ऐसा नहीं है की मैंने उसका फ़ोन हैक कर लिया था असल में वो मरे साथ ही हॉल में बैठी थी फिर अचानक उसको कोई काम याद आया तो वो वहां से...

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हारा हुआ आदमी (भाग 47) By Kishanlal Sharma

"अरे नही।एक ही दिन की बात है।फिर काम से जा रहे हो,"निशा बोली,"मैं तो मजाक कर रही थी।"अच्छा तो मैं चलूं।"देवेन चलने को तैयार हुआ तो निशा बोली,"एक चीज भूल रहे हो।"निशा ने पति का हाथ...

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मै तो ओढ चुनरिया - 38 By Sneh Goswami

मै तो ओढ चुनरिया 38 विजय दीदी की शादी के बाद सात महीने बीते होंगे कि उनसे चार साल छोटी मनोरमा जीजी की शादी भी तय हो गयी । परिवार बहुत अच्छा था और जीजाजी संस्कारी । शादी का मुहु...

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मिलन पुर - 2 By Mehul Pasaya

अरे बेटा इतनी जल्दी कैसे उठ गया वो हर दिन तो वो देर तक सोए रहेता हैहा मालकिन जी वो बहुत जल्दी उठ गया और रेडी हो कर कही पे चला भी गया है लेकिन कहा पे गया है वो पता नहीं हैठीक है में...

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पश्चाताप. - 15 By Ruchi Dixit

आज पूर्णिमा के लिए बेहद ही खुशी का दिन था उसके गुजरे हुए दिनो मे यह पहला ऐसा दिन था जिसने पूर्णिमा को अपने निर्णय के प्रति संतुष्टि के भाव दिये | पूर्णिमा के बेटे विधु ने जहाँ इंजी...

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