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उषा जरवाल

उषा जरवाल Matrubharti Verified

@usha.jarwal
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गलतियाँ इंसान के मन को भ्रमित कर देती हैं । यक़ीन नहीं होता तो एक बार बिना टिकट के ट्रेन में सफ़र करके देखो, फिर हर काले कोट वाले में आपको टीटी ही नज़र आएगा । 😂
- उषा जरवाल

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‘राखी’ महज़ डोर नहीं है रेशम के धागों की,
ये डोर है चिर - संचित स्नेहिल रागों की ।
न स्वार्थ का लेप, न इच्छाओं का अवलंबन,
है चट्टान सा मजबूत भाई-बहन का बंधन ।
कभी पूर्णमासी की भोर तो कभी उजली - सी उषा,
खोल देती है दिल में मेरे यादों की मंजूषा ।
कभी लड़ते - झगड़ते करते थे अठखेलियाँ,
कभी तकरार भरी हम बुझाते थे पहेलियाँ ।
रूठने पर मनुहार में बीते वो सुनहरे पल,
जहाँ प्यार का बसेरा था, नहीं था कोई भी छल ।
फिर न जाने कब हम अचानक से बड़े हो गए,
अपने - अपने जीवन की उलझन में कहीं खो गए ।
वो हक, वो झगड़े, वो बचपन अब कहीं खो गया है,
हम बड़े क्या हुए हर रिश्ता अब मेहमान हो गया है ।
न होती कोई आनाकानी, न
चलती मनमर्ज़ियाँ,
रिश्ते चुप बैठ गए, बोलने लगी खामोशियाँ ।
काश ! चुरा पाती बचपन के कुछ पल,
जहाँ निश्छल प्रेम की बहती थी निर्झरी हर पल ।

उषा जरवाल ‘एक उन्मुक्त पंछी’

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अपने वो नहीं जो हमेशा कमियाँ गिनाएँ । अपने वो हैं जो हमें हमारी कमियों के साथ स्वीकार करते हैं और साथ रहकर उन कमियों को दूर करने में साथ निभाते हैं ।
- उषा जरवाल

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मैं जैसी हूँ वैसी ही सही हूँ क्योंकि मैं ये जानती हूँ कि मूल प्रति की कीमत छाया प्रति से अधिक होती है ।
उषा जरवाल ‘एक उन्मुक्त पंछी’

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बेफिक्र होकर मुस्कुराते रहिए । आपके चिंता करने से समस्याएँ कम नहीं होंगी बल्कि मुस्कुराकर उनका सामना करने से ही आप उन्हें दूर कर सकते हैं ।
- उषा जरवाल

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जुनून मंज़िल तय करता है ख़्वाब नहीं । तेज बारिश आने पर सारे पंछी अपने - अपने घोंसलों में दुबककर बैठ जाते हैं लेकिन बाज ऊँची उड़ान भरकर आनंद उठा रहा होता है ।
उषा जरवाल ‘एक उन्मुक्त पंछी’

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कुछ लोग सूरज का साथ पाकर भी अदब नहीं भूलते और कुछ जुगनू का साथ पाकर ही मगरुर हो जाते हैं ।

उषा जरवाल ‘एक उन्मुक्त पंछी’

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मैं उग्र स्वभाव की नहीं हूँ, बस अनुचित शब्द मेरी उग्रता को बाहर आने पर विवश कर देते हैं ।
- उषा जरवाल

वक्त और पैसे
वक्त कहता है कि तु आए तो मैं ठहरूँ और पैसा कहता है कि तु ठहरे तो मैं आऊँ ।
- उषा जरवाल

ज़िंदगी का फ़साना भी लाजवाब है !
वैज्ञानिक मंगल पर जीवन ढूँढ़ रहे हैं और हम जीवन में मंगल ।
- उषा जरवाल