The Download Link has been successfully sent to your Mobile Number. Please Download the App.
Continue log in with
By clicking Log In, you agree to Matrubharti "Terms of Use" and "Privacy Policy"
Verification
Download App
Get a link to download app
#Unattainable ** जिन्दगी में सब अधूरा मिला मुझे तुम जब आना तो पूरा आना मैने बहुत कुछ खोया है बहुत चाहने के बाद तुम मुझे फिर खोने मत देना सबने चुना जो सबके लिए सही था तुम मुझे सबसे पहले चुनना मैने अपना बचपन छुपा रखा पिटारे में तुम आना तो उसे ढूंढ लेना अब कुछ नहीं है हाथों में तुम इसे कभी सुना मत छोड़ना बहुत तरसी हु प्यार के लिए तुम आना तो कमी मत करना मैं कहती नहीं कभी तुम मेरा हाल समझ लेना बहुत संभाला है खुद को टूटने से तुम वो आंगन बन जाना जहां टूट कर समिट जाऊ मैने सोचा है सबके लिए तुम कभी सोच लेना मेरे लिए बस मेरे लिए कभी आ जाना मुझे मौका देना कमजोर होने का जी भर के रोने का जी भर के सोने का
तुम मेरे लिए वो अंधा कुआं हो जो बाहर से बहुत उजाला और ठंडक देने वाला लगता वो चांद की रोशनी में एक उम्मीद सा दिखता है के यहां प्यास बुझेगी । पर जब उस कुएं में गिर जाते है तब समझ आता है के वो तो खुद सुखा है। मैं तुममें खोती जा रही हु ये गहरा कुआं है जिसका अंत पता नहीं कहा है इससे निकलने का कोई रास्ता नहीं है। मैं जितनी कोशिश करूं मैं तुमसे निकल नहीं पाती । तुम्हारी आंखे , तुम्हारी आवाज मुझे गिरफ्त में लिए हुए है । हम सोचते है दूरियां लोगो को दूर कर देती है पर ये उनके लिए काम करता है जो उसे दिल में बसाए ना हो। अगर वास्ता दिल से हैं तो ये आपके खामोश होने पर भी बार बार पुकार करता है, बार बार वो चेहरा वो आवाज दोहराता है। आपके साए की तरह जिसको आप हटा नहीं सकते आप जितना हलचल करोगे वो उतनी नई आकृति बना के आपके सामने आएगा ।
कभी तो ऐसा होगा जब तुम भी मुझे महसूस करोगे कभी एक दिन ऐसा भी आएगा जब तुम सिर्फ मेरे लिए आओगे मुझे वो सब दोगे जो मैने कभी तुमसे मांगा नहीं मुझे बेवजह संभालोगे कभी तो होगा जब तुम मेरा हाथ सम्मान के साथ पकड़ना चाहोगे कभी तो ऐसा दिन आएगा जब हम साथ नम आंखों से देखेंगे कभी तो ऐसा होगा जब तुम भी वही चाहो जो मैं चाहती हु कितना खूबसूरत होगा वो पल अगर तुम वापस आ जाओ
ये भूल जाओ के जिंदगी आपके हिसाब से चलेगी नहीं चलती ये सच्चाई है । 2 3 घंटे की बॉलीवुड मूवी ने ओर bf gf वाले लफड़े ने सबका दिमाग खराब करके रखा है। हमेशा जो दिखता है वो सही हो वो खुश हो ऐसा जरूरी नहीं । कर्मा अपनी तरह काम करेगा वो किसी को दिखने के लिए काम नहीं करेगा । तो अगर खुद के साथ बहुत बुरा हो रहा है बाकी सब गलत करके भी खुश है तो उनसे कंपेयर करना ही बंद कर दो । क्यों किस लिए मत सोचो । ये कंपेयर करके ही जिंदगी जीने की अधि उम्मीद हम खो देते है क्योंकि हमें अपनी लाइफ अच्छी चाहिए उसी वक्त ही हमारी हिम्मत दूसरों के सुख देख कर टूट जाती है के यार इसका भी हो गया मेरा नहीं हुआ । पर क्या कही से भी किसी की जिंदगी आपस में रिलेट करती है ? नहीं करती ना! ये हमारी जिंदगी हमारे हिसाब से ही चलेगी किसी ओर जगह देखने से मतलब ही नहीं है। सुसाइडल thoughts अगर आते है तो तुम्हारे जाने से भी क्या ही जायेगा ये सोचो और एक नई तरह से जिंदगी जीने का सोचो सारे डर को अलग कर दो । मुझे पता है कैसा लगता है जब सब तरफ से गलत ही हो रहा हो तब भी सही बने रहना और जीने की कोशिश करना कितना मुश्किल होता है एक दिन काटने से ज्यादा आसान मरना लगता है पर ये खुद की जिदंगी के साथ सही नहीं है हमने जितना भी एफर्ट अब तक किया उसके साथ सही नहीं है । सूइसाइड करके हम खुद के साथ ही सबसे बुरा करते हैं ऐसा मत करो अगर सब खत्म हो गया है रियल में खत्म करके नई जगह नए लोगों से शुरुआत करो खुद को नयापन दो ये मत करो
जिन्दगी से मैने सीखा# * सब मिलता है पर उस समय नहीं जब आपको उसकी सबसे ज्यादा जरूरत हो इसलिए जो जितना है उसे महसूस करने की कोशिश करो * दुख में याद रखो वक्त अपने हिसाब से चलता हमारे हिसाब से नहीं * जब ज्यादा दुख दर्द सताने लगे तो उस कारण को अपनाने की कोशिश करो * जब कुछ न हो पाए तो संतोष करो * जब प्यार करो तो उम्मीद न करो क्योंकि प्यार तब ही ज्यादा दर्द देता है जब हम उम्मीद करते है * और अच्छाई करने के बाद ये मत सोचो के आपके साथ अच्छा होगा । अच्छा आप अपने चरित्र के हिसाब से करो ना कि आगे फल अच्छा मिलेगा ये सोच कर या कोई क्रेडिट मिलेगा ऐसा सोच कर ।
ये बदला हुआ सा मौसम ये ठंडी भारी हवा ये बारिश की नमी मुझे याद दिलाता है तेरी ये रात का अंधेरा असमा में फैले तारे वो दूर चमकता चंदा मुझे याद दिलाता है तेरी
ये प्यार भी बड़ी अजीब चीज है दर्द भी इससे हैं और पल पल मरते भी इसी के लिए है
काश......कभी ऐसा दिन भी आए जब मुझे खुद को संभालना न पड़े, जब मुझे खुद को समझाना न पड़े। मुझे जिंदगी गिननी न पड़े । कोई तो ऐसा दिन आए जब में दिल से खुश हो जाऊ । हे मुरारी ,कोई तो हो जो मुझे संभाल ले ! क्या ऐसा हो पाएगा? या मेरा जीवन कल न रहे तो भी कोई शिकायत नहीं । बस ये लोहे सा भरी जिगर लेकर दिनभर गुजारना नहीं हो पाता।
वो संकुचित कर रहा है खुद को के कही और न उलझ जाऊ मैं उससे कही कोई दरारें दिख ना जाए उसकी मुझे मैं देखती हु उसका चेहरा मुस्कुरा देती हु दिल ए करार तुझे इतना तो जानती हु मैं अब इतना भी ना समझूं तो क्या ही उस मोहब्बत का वजूद मानूं
तू चरखे का धागा सजना मैं चरके की चाल चारों ओर घूम भी लू फिर भी तेरे पास उलझी सुलझी डोरी तेरी रोए रोए से ख्वाब मैं आगे बढ़ाऊं तुझे करूं कतरा कतरा साफ फिर बार बार तू आना हर बार तुझे सुलझा सुदृढ़ करूं न रखूं तिनका भी साथ फिर तैयार करूं उस धागे को उस डोरी को उस मौली को जो जोड़ ले हर सुख को हर उम्मीद को
Copyright © 2025, Matrubharti Technologies Pvt. Ltd. All Rights Reserved.
Please enable javascript on your browser