The Download Link has been successfully sent to your Mobile Number. Please Download the App.
Continue log in with
By clicking Log In, you agree to Matrubharti "Terms of Use" and "Privacy Policy"
Verification
Download App
Get a link to download app
अक्सर तेरी मेरी संडे के दिन,बहस कूंच ज़्यादा ही होती है क्योंकि एक तो ऐ सरकारी छुट्टी होती है और मेरे लिए संडे के दिन आराम कम और तुम्हारी आफ़त ज़्यादा होती है ।। नरेन्द्र परमार ✍️😂🤣🤣😀
आलम मेरी तन्हाईयों का मत पुछिए आप ??? हम जैसे भी हैं,हम ठीक है खामखां आप,मेरी वज़ह से दुःखी मत होइए आप ।। नरेन्द्र परमार " तन्हा "
आपस की बात है हम-दोनों आपस में ही समझते हैं ! खामखां हम किसी और को क्यूं पूछते हैं ??? फ़िर कोई झगड़ा हो या फिर कोई बहस इनसे अच्छा है कि हम-दोनों इसका आपस में ही सोल्यूशन ढूंढते हैं ।। नरेन्द्र परमार ✍️ हैप्पी वेलेंटाइन डे
नास्तिक था में,अब में आस्तिक बन गया इंसानों पर से मुझे,भरोसा जो उठ गया ।। नरेन्द्र परमार " तन्हा "
यूंही तो मोहब्बत बड़े काम की होती है अगर वही मोहब्बत किसी बेवफा से हो जाएं तो ?? मोहब्बत हमारी नाकाम भी होती है आगे क्या कहें हम ?? जिंदगी हमारी कूंच काम की नहीं होती है ।। नरेन्द्र परमार " तन्हा "
रिश्ते बिगड़ते हुए देखे हैं मैंने छोटी छोटी बातों पर ! हमारे तलाक़ के पेपर पर पहले उसके सिग्नेचरे देखें है मैंने ।। नरेन्द्र परमार ✍️
अगर हसीनाएं ने बोल दिया है कि वो आपको मोहब्बत नहीं करतीं हैं तो आप समझ लो कि वो आपको मोहब्बत सही में नहीं करतीं हैं अगर ग़लती से आपने उसका हुस्न पा लिया है तो फ़िर भी दुबारा आपको उसका दिल जीतने में पूरी जिंदगी कम पड़ती है ।। नरेन्द्र परमार ✍️
हर भारतीय नागरिक को २६ जनवरी की हार्दिक शुभकामनाए आप और आपका घर परिवार सही सलामत और सुरक्षित रहे।। जय हिन्द जय भारत वंदेमातरम 🇮🇳 🙏
जब वक्त बुरा होता है उस वक्त कोई किसी का नहीं होता है ! सिर्फ बातें बड़ी-बड़ी करता है मगर सच तो ये है कि हर कोई हुस्न का गुलाम होता है ।। नरेन्द्र परमार ✍️
यूंही तो हट्टे-कट्टे है हम फ़िर भी गहरे सदमे में हैं हम ।। नरेन्द्र परमार " तन्हा "
Copyright © 2025, Matrubharti Technologies Pvt. Ltd. All Rights Reserved.
Please enable javascript on your browser