Quotes by Meera Singh in Bitesapp read free

Meera Singh

Meera Singh

@meerasingh3946


तुम कैसे अंजान रह गए मेरे दर्द से
तुम तो बिन कहे मेरी हर बात समझ लेते थे।।

मीरा सिंह

रेशम के पावन धागे से बंधा
भाई-बहन का प्यार
मुबारक हो आपको
रक्षाबंधन का ये त्योहार। ।

मीरा सिंह

सूखे पत्तों से बिखरे है जज्बात
तुम होते तो इन्हें सम्हाल लेते। ।

मीरा सिंह

इन खामोशियों को जरा पढ़ लो
इन बेचैन निगाहों को तुम्हारी ही तलाश है।।

मीरा सिंह

तुम्हें आवाज देते-देते
ये जुबान भी थक सी गई है
तुमने कितने अपनेपन से कहा था
मैं हर पल तुम्हारे साथ रहूंगा। ।

मीरा सिंह

Read More

जब मुझमें ऐसी बात नही
मैं उसके जैसी खास नही
तो फिर क्यों तुमने अपनाया था
जीने की राह दिखाया था
तू ऐसी थी तू वैसी थी
तू तब न जाने कैसी थी
तुमने मुझको बतलाया था
तुमने आंखों में स्वप्न दिए
जो मिट न सके वो जख्म दिए
तुमने लड़ना सिखलाया था
अपनी ताकत समझाया था
फिर क्यों तू हताश खड़ा
चल कदम उठा और पाँव बढ़ा
जीने का मकसद तू पा जाएगा
तुझको जीना आ जाएगा।।

मीरा सिंह

Read More

मैनें तेरे ख्वाबों से यूँ अपनी मांग सजाई है
जैसे आज कृष्ण और मीरा की सगाई है
तू मुझमें मेरी सांसों से ज्यादा है
इस लिए मैं तुझ बिन अधूरी और तू किसी दूसरे का साया है।।

मीरा सिंह

Read More

तू मुझसे दूर रहकर गर खुश है
तो ये दूरियाँ
सारी उमर के लिए मुझे मंजूर है।।

मीरा सिंह

आज हवाओं की ये खुशबू
खुद बयाॅ कर रही है
कि ये तेरी गली से होकर गुजरी है
मेरे साथी।।

मीरा सिंह

शत-शत नमन🙏