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हवाओं को कह दो, पीना है हमें चाय चाय से चाहत बढ़ती है सागर की लहरें भी उसे देखकर रुकती है - Kaushik Dave
#Tea ટેસ્ટ દાર ચા હોય અને દોસ્તો પણ સાથ હોય મિલી હોય કે વાઘબકરી પીવી જોઈએ થોડી થોડી
नीली आंखों का जादू चल गया, सौंदर्य एक अभिशाप बन गया। जिंदगी के चढ़ उतार में, एक न भूलने वाला दर्द दे गया। उनकी नज़रों ने जो छुआ, दिल में आग सी लग गई। एक दिन ख़ुशी के पल छिन गए, और ज़िंदगी मुश्किल हो गई। सपने जो बुने थे हमने, बिखर गए एक पल में। उनकी मुस्कान ने जो दिया, दर्द का एक अनमोल तोहफा दे गया। अब जब भी आँखें मूँदता हूँ, नीली आँखें दिखाई देती हैं। ज़िंदगी के हर मोड़ पर, वो दर्द के साथ निभाती है। - कौशिक दवे
#Tea ठंड के मौसम में चाय ही अच्छी लगती है काफी की जगह चाय बेहतर लगती है
#Tea શિયાળાની સવારમાં ગરમાગરમ ચા પીવાની મજા એવી ટેસ્ટ દાર ચા આદું અને ફૂદીનાની ગરમાગરમ ચા શિયાળાની સવારમાં ઠંડી ઠંડી લાગે સ્વેટર પહેરવા છતાં ઠંડી લાગે ફક્કડ ગરમાગરમ ચા પીવાથી શિયાળાની સવારમાં ઠંડી ભાગે - Kaushik Dave
https://www.matrubharti.com/novels/47568/shubham-kahi-deep-jale-kahi-dil-by-n-a
विचारों में बदलाव और बदलाव के सोच के खिलाफ समझने को तैयार नहीं परफेक्ट कपल की बातें नहीं जमाने की बातें हैं परफेक्ट कपल की बातें हैं? दिखने को परफेक्ट कपल है! दो चार साल की बातें हैं? अपने दम पर चलने की बातें हैं दूसरे की बातें सुनने को तैयार नहीं है हाय डार्लिंग तेरे लिए ही जीते हैं दूसरों के सामने ऐसी ही जीते हैं! बनावटीपन अब जिंदगी में आ गया है कई मनमुटाव बढ़ते जा रहे हैं रिश्तों के नाम पर चीटिंग अब करते हैं कहने को तैयार हैं,तेरे लिए हम जिंदगी जीते हैं हमारे जमाने की बातें पुरानी हो गई है परफेक्ट कपल अब किताबों में मिलते हैं आज की बातें नहीं,पापा और दादा के जमाने की बातें हैं हमें सोचना है,हम परफेक्ट कपल क्यूं नहीं बनते हैं? - कौशिक दवे
પ્રેમની સજા અપાર, પૂછો જ નહીં, કરશો બેહાલ. પ્રેમ વગર શ્વાસ અટકે, જીવન લાગે નિરસ કંકાલ સ્વર્ગ મળે તો શું લાભ, જો ન હોય પ્રેમની છાબ. પ્રેમાળ પ્રેમ મળે નહીં, જીવન બને બિનઅનાર. પ્રેમની સજા આપે છે, જે પ્રેમીને ન જાણે છે. પ્રેમ વગર જીવન શુષ્ક, પ્રેમમાં અમૃત જેવો સાથ. -કૌશિક દવે - Kaushik Dave
"उम्मीद की ज्योत" हमारी सोच से आगे, दुनिया चल पड़ी है, हर रोज़ नए आसमान में तारे चुराती रही है। हमारे आगे जाने का रास्ता कठिन बनता जा रहा है, लेकिन हम हार नहीं मानेंगे, ये हौसला हमें सिखाती है। फिर भी है हमें हमारी उम्मीदों पर भरोसा, हर कठिनाई में छुपा है, एक नया रास्ता। अपनी मेहनत से हम, बुनेंगे नया सवेरा, हर मुश्किल को पराजित कर, हम लिखेंगे नया किस्सा। धैर्य की डोर थामे, आगे बढ़ते जाएंगे, सपनों की परछाई में, नई दुनिया पाएंगे। संसार चाहे कितना भी आगे चल रहा हो, हम मेहनत से बना देंगे, अपने अरमानों का रास्ता। उम्मीद की ज्योत हर जगह फैल जायेगी, भारत के नौजवानों में जोश जगा जायेगी। कर दो दूर उदासी पन सब अपना अपना, काम आयेगा जोश हमें अपना अपना। - कौशिक दवे
बड़ी मुद्दत के बाद हम मिले थे भावनाओं में हम बह गये थे कोई न बोल सका एक दूसरे के साथ बस नैनो सेें आंसु बह रहे थे
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