Quotes by jagrut Patel pij in Bitesapp read free

jagrut Patel pij

jagrut Patel pij

@jagrutpatel1479


चार दिन की ज़िन्दगी है,
दो आरज़ू में कट गए दो जुगाड़ में..

हम कहीं और ढूँढ़ निकालेंगे ठिकाना अपना,
उनका सहरा-ए-मिज़ाज फ़ासलें और बढ़ा रहा..

शमा-ए-इश्क़ जो दिल में जल उठा हो,
वो हवा से क्या बुझें जो आँधियों से लड़ा हो..

वक़्त वक़्त तुझें तहरीर करता रहता हूँ,
ज़िंदगी,
रम्ज़-ए-गुमां में फिर भी तेरा ख़याल नहीं आना..

तेरी यादों का असर हमने यूँ देखा है,
तुझें सामने देखा फ़िर कुछ नहींं देखा है..

करता है तु क्यों गुमां उसपे जो होनी ख़ाक है..
रूह ने तो पहनी महज़ जिस्म कि पोशाक है..

ચાલ ને આજ હું મૌન ને થોડું સીવી લઉં,
તું કંઈક બોલને હું આજ થોડું જીવી લઉં..

तेरी ग़ैरमौजूदगी में भी तुझें ही पुकारते है,
मेरे हर ख़याल तेरा ही ख़याल गुनगुनाते है..

खूबसूरत इतनी कि नज़र उतार लूं,
नकचड़ी इतनी कि इंट से मार दूँ..

मुझें भी फ़न दे नशेमन बनाने का ख़ुदा,
सर ये आसमान को देख दुखता बहोत है..