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है हर जाम की कसम ए दोस्त रहने दो अब नशे में हमें,, अगर यह नशा भी उतर जाए क्या मजा रहे जाएगा जीने में.. होगा कोई दौलत के नशे में किसी को जवानी की गुरूर का नशा,, अरे तो कोई है दोस्ती के नशे में तो किसी को है मोहब्बत का नशा.. अरे यह कमबख्त चीज ही ऐसा है नशा यहां नशे के नाम पर हर कोई है बदनाम,, तौहिन कर दिया खराब है कहेकर नशा दिल के हर जख्म का इलाज है नशा.. बाहर निकालो सपनों के भी नशे से वरना ये दुनिया जीने लायक कहां है ? एक नशा है जिसमे जीना भी चाहते हैं और नशे मे मर जाना भी चाहते है.. अमी...
Happy independence day...🇮🇳🇮🇳🫡
જો ભાઈ કોફી તો મને કંઈ બહુ ખાસ પસંદ છેજ નહી..અરે ભાઈ હું તો Koffee with Karan નામનો reality show પણ નોતી જોતી...😌 અરે હા પણ છેલ્લો દિવસ ગુજરાતી movie નો comedy scene જરૂરથી યાદ છે..😄 જ્યાં હિરોઈન પ્રાપ્તિ અજવાલીયાની એક જ જગ્યાએ પીન અટકી હતી.. " તે મારા માટે કોફી કેમ મંગાઈ "😩☕☕ 😄😄😄😄 #coffee
* अब मायुस होकर जा रहे हैं ,, जिस रिश्ते से दिल से जुड़े हम.. * इस तर्हा से बीखरे हे रिश्ते ,, की केसे समेट पाते हम ? * जाते गर बता कर आपको ,, तो शायद ना जाने देते .. * या खुद ही ना पाते ऐसे ,, आपकी जिंदगी से हम .. * इसी लीऐ खामोश हो कर ,, जा रहे है हमेशा के लीऐ हम .. * की कही फीर से रुक ना जाऐ ,, आपकी गुझारीश से हम... * अब ढूढना नही कीसी गली में ,, सुकु से सोऐ होंगे कही कब्र में हम ... अमी... #Depression
कभी-कभी हद से ज्यादा मोहब्बत भी,, #Depression का कारण बन जाती है। जिस राह दिल एक बार लग चुका है अमी,, वहां से बाहर निकलने की कोई राह नही होती है।
આ તે કેવો ન્યાય મૂંગા પશુઓ માટે સફાઈ અભિયાન અને ગૌરક્ષાની વાતો તો બહુ સાંભળવામાં આવે છે.. તો આ કોની ગાયો છે ? અને તે ક્યાંથી આ ગંદો કચરો વાસી એંઠવાડ અને પ્લાસ્ટીકની કોથળીઓ ખાય છે અને આમ ખાઈને તે બીમાર થાય તો તેની સારવાર માટે આંખ આડા કાન પણ કોણ ધરતું હશે ? અમી #Justice
મેં કેટલાય ચહેરા પર મુખોટા જોયા છે. ક્યાંક કોઈની હસી પાછળ છલ કપટ જોયા છે. તો ક્યાંક પોતાના દુઃખોને છુપાવી જોકર બની હસતા જોયા છે. #Joker
हर चीज बिकती है जनाब बाजार में ,, मगर क्यां भरोसा भी बिकता हे बाजार में ? हर चीज का मोल होगा दुनिया में मगर क्यां ,, दिल के रिश्ते भी बिकते है कीसी बाजार में ? महंगी से महंगी घड़ि मील जाऐगी दुनिया में ,, मगर क्यां वक्त बिकता है किसी बाजार में ? देकर समय को मात शायद जिंदगी खरीद पाते ,, मगर क्यां सांसे खरीद पाते किसी बाजार में ? खरीद कर पत्थर की मूरत ले आओगे घर ,, मगर क्यां ईश्वर भी बिकते हैं किसी बाजार में ? शौक होते तो पूरे करने को खरीद लाते ,, मगर क्या सपने भी बिकते हैं किसी बाजार में ? शायद रिश्ते भी बिकते हो बाजार में मगर ,, क्या मां-बाप भी बिकते है किसी बाजार में ? ....अमी.…
તમારા શોખ અને ઈચ્છાઓને પણ થોડો સમય આપજો સાહેબ.. નહીં તો જવાબદારીઓમાં કયા જીવન પૂરું થઈ જશે ખબર પણ નહીં પડે...
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