Quotes by Abbas khan in Bitesapp read free

Abbas khan

Abbas khan

@arandhanpura24gmailc


तुम्हारी शायरी में हमने
देखा,,
अजब सी चाहत झलक रही हे,,
हमारी गज़ल को पढ़ के
देखो,,
खुशबू तुम्हारी महेक रही है,,,,@

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में कोई शायर नहीं

बस यूंही फ़लक पे रोशन
आफताब ☀️से रोशनी चुराता हु

ओर अपनी हसरतों के दिये
की लौ को जगमगाता हु,,,,@

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किसी ने हमसे पूछा शायरी के
अल्फ़ाज़ कहा से लाते हो

हमने कहा कुछ दर्द दूसरों के
चुराता हु कुछ अपना
हाल बताता हु

बस यूंही *तोड़जोड़* के
मरोड़ के लफ्ज़ ले आता हु,,,,@

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रोज एक ताजा शेर
कहा तक लिखूं तेरे लिए ,,
तुझमें तो रोज ही
एक नई बात हुआ करती है,,,@

ठहर जा नजर में तू
जी भर के तुझे
देख लूं
बीत जाए ना ये पल कहीं
इन पलों को में
समेट लूं,,,,@

तुम्हारे दिल में एक दुनिया
बसाने का इरादा है,,,,
निखर जाने ख्वाहिश में
बिखर जाने का इरादा
है,,,,@

अपने मांझी की जुस्तजू में
बहार
पीले पत्ते तलाश करती हे,,
एक उम्मीद बार बार आकर
अपने
टुकड़े तलाश करती हे,,,,@

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में तुम्हारे लिए क्या हु
पता नहीं,
पर मेरे लिए तुम कमाल हो,
रातों की तन्हाइयों में भी
जिसे सोचकर मुस्कुरा दू
वो खूबसूरत सा खयाल
हो तुम,,,,@
TOD.JOD

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રોજબરોજ ની આવન
જાવન નો અંજામ તો
જુઓ,,,,
સાલું "પગલુંછણીયા*ને
*પાની* સાથે પ્રેમ થઇ
ગયો,,,,,@
TOD.JOD.

લ્યો ફરી વર્ષો પહેલા ની
શાયરી કહેવાઈ ગઈ,
મૌનની જાહોજલાલીઓ ફરી
લૂંટાઈ ગઈ.

એક ક્ષણ ખાલી હસ્યો એમાં
છબી ખેંચાઈ ગઈ.

આજ મારી આંખો ની
ભીનાશનું કારણ કહું,
એક નદી મારા સુધી આવી ને
ફંટાઈ ગઈ,,,,,@

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