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  • बरसों बाद तुम - 13

    ️ एपिसोड 13: “रिश्तों की नयी परिभाषा”> “जब ज़िंदगी में कोई नया रिश्ता जुड़ता है,...

  • कलकत्ता यात्रा (प्रथम संस्मरण )

     भारत आर्याब्रत सनातनीय बाहुल्य भू भाग जिसके सामजिक भौगोलिक परिवर्तन के जाने कित...

  • ओ मेरे हमसफर - 10

    (प्रिया, रिया से आदित्य को लेकर उसकी भावनाएँ जानना चाहती है। रिया झूठ बोलती है क...

  • पत्थरदिल प्यार - 2

        यू  यॉर्क की चमकती गलियों में, दिया अरोड़ा का मासूम दिल एक बार फिर उस पत्थरद...

  • शापित हवेली का रहस्य - 4

    कमरे की पुरानी पेंडुलम घड़ियाँ अब भी एक साथ टन-टन बज रही थीं, मानो कोई अदृश्य शक...

  • अनपढ़ पति

    गुड्डी ने M.A (इंग्लिश) अच्छे नंबरों से पास कर लिया था । वह देखने में अत्यंत सुं...

  • दानव द रिस्की लव - 94

    अदिति के हाथ में है सबकी किस्मत.....अब आगे.............अघोरी बाबा के भभूत डालने...

  • वो जो मैं नहीं था - 2

    भाग 2: “वो जो दिखता है, वो होता नहीं”(जहाँ भरोसा पहली बार हिलता है… और प्यार सवा...

  • अदाकारा - 3

                              अदाकारा  3*       इंस्पेक्टर बृजेशने अजनबी पर और ज़ोर...

  • Multiverseg - ब्रम्हाड का प्रांरभ - 1

    प्रस्तावना - इस बुक लिखने का हमारा ईरादा सिर्फ मनोंरज के लिए है ना की किसी भी प्...

मंटो की चुनिंदा कहानियाँ By Saadat Hasan Manto

नाज़िम जब बांद्रा में मुंतक़िल हुआ तो उसे ख़ुशक़िसमती से किराए वाली बिल्डिंग में तीन कमरे मिल गए। इस बिल्डिंग में जो बंबई की ज़बान में चाली कहलाती है, निचले दर्जे के लोग रहते थे। छोटी...

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मंटो की श्रेष्ठ कहानियां By Saadat Hasan Manto

दिन भर की थकी माँदी वो अभी अभी अपने बिस्तर पर लेटी थी और लेटते ही सो गई। म्युनिसिपल कमेटी का दारोगा सफ़ाई, जिसे वो सेठ जी के नाम से पुकारा करती थी। अभी अभी उस की हड्डियां पसलियां झ...

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मंटो की बेख़ौफ़ कहानियां By Saadat Hasan Manto

ये 1919-ई- की बात है भाई जान जब रौलट ऐक्ट के ख़िलाफ़ सारे पंजाब में एजीटेशन होरही थी। मैं अमृतसर की बात कररहा हूँ। सर माईकल ओडवायर ने डीफ़ैंस आफ़ इंडिया रूल्ज़ के मातहत गांधी जी का दाख़...

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मंटो की विवादित कहानियां By Saadat Hasan Manto

“मेरी तो आप ने ज़िंदगी हराम कर रखी है…. ख़ुदा करे मैं मर जाऊं।” “अपने मरने की दुआएं क्यों मांगती हो। मैं मर जाऊं तो सारा क़िस्सा पाक हो जाएगा...... कहो तो मैं अभी ख़ुदकुशी करने के लि...

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HELMET By Vismay

अहमदाबाद हाइवे, फोर लेन, speed के दीवानोकी भाषामें बोले तो इकदम मखखन रोड. और उसी ऱोड पर इक जगह बहुत भयानक turn आता हैं.accident होने का खतरा :इक धंटे में एक तो होता ही है. मानो अैस...

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हिटलर की प्रेमकथा By Kusum Bhatt

बचपन के दिन थे- चिंता से मुक्त और कौतूहल से भरे पाँवों के नीचे आसमान बिछ जाता। पंख उग आए..., पंखों को फैलाए हम नाना के आसमान में जाने को बेताब..., हम यानि मैं, माँ और छोटी, वैसे हम...

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सुरजू छोरा By Kusum Bhatt

..... तो एक ठहरी जिद के तहत सुरजू ने निर्णय लिया और गांव में मुनादी पिटा दी....
भूकंप आ गया गांव में.....! गोया सुरजू ने पृथ्वी तल पर घुस कर धीरे से खिसका दी हो प्लेट...., गांव के...

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वर्दी वाली बीवी By Arpan Kumar

तेलंगाना एक्सप्रेस लेट हो गई है। पौने दस बजे की जगह अब पौने बारह में चलेगी। मैं वेटिंग रूम में बैठा हुआ था। सहसा, एक चिर-परिचित चेहरे पर मेरी नज़र गई। क्षणांश में मैं जान पाया कि ये...

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तब राहुल सांकृत्यायन को नहीं पढ़ा था By Arpan Kumar

यह कहानी अनुरंजन की कैशोर्य कल्पनाशीलता की है। उसकी अनगढ़ता और दुःसाहस की है। एक ग्रामीण किशोर की अदम्य जिजीविषा भी है यहाँ। जाने क्या है इस कहानी में और जाने क्या नहीं है! कुछ भी ह...

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नदी बहती रही.. By Kusum Bhatt

‘‘सलोनी!’’
किवाड़ तो बन्द थे..., अन्दर कैसे घुस गई...! मैंने ही किये थे इन्हीं हथेलियों से .... तुम रोई थी... छटपटाई थी.... तड़फ कर कितना कुछ कह रही थी... आकुल तुम्हारी हिरनी आँखों...

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मंटो की चुनिंदा कहानियाँ By Saadat Hasan Manto

नाज़िम जब बांद्रा में मुंतक़िल हुआ तो उसे ख़ुशक़िसमती से किराए वाली बिल्डिंग में तीन कमरे मिल गए। इस बिल्डिंग में जो बंबई की ज़बान में चाली कहलाती है, निचले दर्जे के लोग रहते थे। छोटी...

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मंटो की श्रेष्ठ कहानियां By Saadat Hasan Manto

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मंटो की बेख़ौफ़ कहानियां By Saadat Hasan Manto

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मंटो की विवादित कहानियां By Saadat Hasan Manto

“मेरी तो आप ने ज़िंदगी हराम कर रखी है…. ख़ुदा करे मैं मर जाऊं।” “अपने मरने की दुआएं क्यों मांगती हो। मैं मर जाऊं तो सारा क़िस्सा पाक हो जाएगा...... कहो तो मैं अभी ख़ुदकुशी करने के लि...

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..... तो एक ठहरी जिद के तहत सुरजू ने निर्णय लिया और गांव में मुनादी पिटा दी....
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वर्दी वाली बीवी By Arpan Kumar

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तब राहुल सांकृत्यायन को नहीं पढ़ा था By Arpan Kumar

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