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निष्कलंक By राही

खून से सने हाथ,, जिनसे उसने अपना मुंह छुपाया हुआ था,, बाल बिखरे हुए,, घूटनों तक आता सफेद रंग का फ्रोक,, जो खून से लथपथ था,, चौदह साल कि आशा बुरी तरह से कांप रही थी,, खबर थी,, आशा न...

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अंत... एक नई शुरुआत By निशा शर्मा

कभी किसी नें कहा था मुझसे कि हर एक अंत एक नई शुरुआत का सूचक होता है मगर ये कितना सच है और कितना झूठ,ये तो मैं स्वयं भी नहीं जानती ! अब आपका अगला सवाल कि आखिर ये मुझसे किसने कहा था...

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सूनी आंखे By Kishanlal Sharma

"मारो क्या सोच
सरला के आदेश पर रमन ने गोली चलायी लेकिन भागते हुए आतंकी पर नही लगी।तब वह गुस्से में बोली,"ऐसे निshana लगाओगे।अगर तुम्हारा निसाना चूक गया तो आतंकी तुम्हे ग...

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कर्तव्य By Asha Saraswat

व्यक्ति को अपने जीवन में माता-पिता,भाई -बहन का ध्यान रखना चाहिए; जब शादी हो जाये तो जीवन पर्यंत जीवन साथी का पूरा ध्यान और भरणपोषण करना चाहिए।जब बच्चे हों तो उनकी पूरी ज़िम्मेदारी...

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मज़बूर By Shrikar Dixit

ये कहानी एक ऐसे मजदूर की है,जो अपने परिवार के साथ घर से बहुत दूर काम की तलाश में जाता है,अचानक से लॉकडाउन होने की वजह से कमाई और आवागमन के सारे रास्ते बंद हो जाने के कारण कुछ दिनों...

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आवारा हूँ By Saroj Verma

आज बारहवीं का रिजल्ट निकला है और दीपक अपने स्कूल में अव्वल आया है, ये खुशखबरी वो अपनी विधवा माँ और विधवा दादी को बताने घर की ओर दौड़ा चला आया लेकिन तभी उसने दरवाजों के बाहर से सुना...

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अकेले ही आना By Ratna Pandey

छोटे से गाँव में रहने वाली शुभांगी सोलह वर्ष की हो गई थी। उसका अंग-अंग मानो सुंदरता की परिभाषा गढ़ रहा हो। चेहरे पर उगते सूरज जैसी लालिमा, पूनम की चाँदनी जैसा बदन पर निखार, ऐसा लगत...

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पलायन By Kishanlal Sharma

उसका मन अजीब सा हो रहा था।दिल उदास था।मन मे एक के बाद एक उटपटांग ख्याल आ रहे थे।दिन भर निठल्ला इधर उधर घूमने के बाद वह घर लौटा था।कमरे में आते ही उसे सालू की याद आने लगी
सालू आज...

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अंतिम इच्छा By Kishanlal Sharma

"क्या मेरी अंतिम इच्छा पूरी करोगी?"
राजेश,दिनेश और कविता कॉलेज में साथ पढ़ते थे।राजेश और कविता के पिता सरकारी अफसर थे।जबकि दिनेश के पिता किसी प्राइवेट कंपनी में काम करते थे...

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मीना कुमारी...एक दर्द भरी दास्तां By Sarvesh Saxena

"इन्हीं लोगों ने.. इन्हीं लोगों ने..
इन्हीं लोगों ने ले लीना.. दुपट्टा मेरा"

दोस्तों शायद ही ऐसा कोई हो जिसने इस गाने को नहीं सुना होगा और इस गाने को सुनते ही आंखों क...

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निष्कलंक By राही

खून से सने हाथ,, जिनसे उसने अपना मुंह छुपाया हुआ था,, बाल बिखरे हुए,, घूटनों तक आता सफेद रंग का फ्रोक,, जो खून से लथपथ था,, चौदह साल कि आशा बुरी तरह से कांप रही थी,, खबर थी,, आशा न...

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अंत... एक नई शुरुआत By निशा शर्मा

कभी किसी नें कहा था मुझसे कि हर एक अंत एक नई शुरुआत का सूचक होता है मगर ये कितना सच है और कितना झूठ,ये तो मैं स्वयं भी नहीं जानती ! अब आपका अगला सवाल कि आखिर ये मुझसे किसने कहा था...

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सूनी आंखे By Kishanlal Sharma

"मारो क्या सोच
सरला के आदेश पर रमन ने गोली चलायी लेकिन भागते हुए आतंकी पर नही लगी।तब वह गुस्से में बोली,"ऐसे निshana लगाओगे।अगर तुम्हारा निसाना चूक गया तो आतंकी तुम्हे ग...

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कर्तव्य By Asha Saraswat

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मज़बूर By Shrikar Dixit

ये कहानी एक ऐसे मजदूर की है,जो अपने परिवार के साथ घर से बहुत दूर काम की तलाश में जाता है,अचानक से लॉकडाउन होने की वजह से कमाई और आवागमन के सारे रास्ते बंद हो जाने के कारण कुछ दिनों...

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आवारा हूँ By Saroj Verma

आज बारहवीं का रिजल्ट निकला है और दीपक अपने स्कूल में अव्वल आया है, ये खुशखबरी वो अपनी विधवा माँ और विधवा दादी को बताने घर की ओर दौड़ा चला आया लेकिन तभी उसने दरवाजों के बाहर से सुना...

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छोटे से गाँव में रहने वाली शुभांगी सोलह वर्ष की हो गई थी। उसका अंग-अंग मानो सुंदरता की परिभाषा गढ़ रहा हो। चेहरे पर उगते सूरज जैसी लालिमा, पूनम की चाँदनी जैसा बदन पर निखार, ऐसा लगत...

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पलायन By Kishanlal Sharma

उसका मन अजीब सा हो रहा था।दिल उदास था।मन मे एक के बाद एक उटपटांग ख्याल आ रहे थे।दिन भर निठल्ला इधर उधर घूमने के बाद वह घर लौटा था।कमरे में आते ही उसे सालू की याद आने लगी
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"इन्हीं लोगों ने.. इन्हीं लोगों ने..
इन्हीं लोगों ने ले लीना.. दुपट्टा मेरा"

दोस्तों शायद ही ऐसा कोई हो जिसने इस गाने को नहीं सुना होगा और इस गाने को सुनते ही आंखों क...

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