Pahli Baar..... Tum by Priyam Gupta

Pahli Baar..... Tum by Priyam Gupta in Hindi Novels
लाइब्रेरी हमेशा से उसकी पनाहगाह थी—एक ऐसी जगह जहाँ किताबों की ख़ामोशी में उसे अपनी धड़कनों की आवाज़ भी धीमी लगने लगती थी...
Pahli Baar..... Tum by Priyam Gupta in Hindi Novels
उस एक मुलाक़ात ने जैसे लड़की की दुनिया में एक धीमी-सी रोशनी भर दी थी।वो बदलना नहीं चाहती थी… पर बदल रही थी।अब जब भी लाइब...
Pahli Baar..... Tum by Priyam Gupta in Hindi Novels
उन दोनों की बातों को अब हफ़्ते भर हो चुका था।हर दिन के छोटे-छोटे पलजैसे एक-दूसरे को चुपचाप करीब ला रहे थे—बिना किसी वादा...