कुछ यूं हुआ by Anup Gajare in Hindi Novels
मुझे सूर्यास्त के बाद कभी भी नींद नहीं आती। रात की चादर ओढ़कर बैठ जाना मेरे लिए आसान है। कभी पुराना अखबार लेकर घंटों पढ़...
कुछ यूं हुआ by Anup Gajare in Hindi Novels
रात के ग्यारह बज चुके हैं।मैं अपने वीरान मकान में बेड पर पड़ा हु। फ़टाके बज रहे हैं। उनकी आवाजें बहुत तीव्र आवाजे जानवरों...