रूह से रूह तक. by Paagla in Hindi Novels
आरव हमेशा से चुपचाप रहने वाला लड़का था। उसकी दुनिया में न दोस्त थे, न महफ़िलें, न ही भीड़ का शोर। उसे लोगों से ज़्यादा क...
रूह से रूह तक. by Paagla in Hindi Novels
हॉस्पिटल के उस कमरे में जहाँ अनाया का कंगन पहली बार उसकी हथेली में आया था, वहीं से आरव की ज़िंदगी ने नया मोड़ लिया। वह अ...