पहली तस्वीर, पहला सपना by Dimpal Limbachiya in Hindi Novels
मुझे सब याद है…मैं अपने घर में थी।वही घर... जहाँ की हर दीवार, हर कोना मुझे पहचानता था।वही सोफ़ा, जिस पर मैंने पहली बार अ...
पहली तस्वीर, पहला सपना by Dimpal Limbachiya in Hindi Novels
भाग 2(जहाँ सपने भी सच बन जाते हैं... और चाबी सिर्फ ताला नहीं, रास्ता खोलती है।)उस रात मैं नींद में करवटें बदलती रही।लेकि...