Shyari by Guri Baba by Guri baba

Shyari form Guri Baba by Guri baba in Hindi Novels
"दिल के कोने में एक ग़म छुपा बैठा हूँ,जिसे हर पल अपने साथ लेकर चलता हूँ।कभी सोचा था खुश रहेंगे हम,पर अब हर रास्ता सिर्फ...
Shyari form Guri Baba by Guri baba in Hindi Novels
"गुरी के दिल में छुपा है एक ग़म,जो अक्सर उसे अकेला कर देता है।उसके चेहरे पर मुस्कान है हमेशा,पर दिल में कभी न खत्म होने...
Shyari form Guri Baba by Guri baba in Hindi Novels
तुझे देखूं या फिर ख़ुदा को देखूं,तू नहीं तो कोई नहीं।हमसे दूर जाने की सोची थी,तुमसे दूर जाने की क्या सोचा था।तेरे बाद कि...