DO YOU LOVE ME - PART 1 in Hindi Love Stories by Paagla books and stories PDF | DO YOU LOVE ME - PART 1

The Author
Featured Books
Categories
Share

DO YOU LOVE ME - PART 1

वो कहती थी प्यार सच्चा था

मैं आयान हूँ। ये कहानी मेरी ज़िंदगी की सबसे बड़ी भूल और उससे मिली सबसे कीमती सीख की है। मैं हमेशा से दिल से विश्वास करने वाला इंसान रहा हूँ, और यही मेरी सबसे बड़ी कमजोरी भी साबित हुई।

मुझे रिया से पहली बार कॉलेज के कैंटीन में मुलाक़ात हुई थी। वो अकेले बैठी थी, अपनी कॉपी में कुछ लिख रही थी, और उसकी मुस्कान में एक अजीब सा सुकून था। मैं धीरे-धीरे उसकी तरफ बढ़ा, और बस इतना कहा, “क्या मैं यहां बैठ सकता हूँ?” वो उठकर मुस्कुराई और मुझे अपनी जगह दे दी। उसी मुस्कान ने मेरे दिल में एक अजीब हलचल पैदा कर दी।

शुरुआत में हम बस दोस्त बन गए। उसकी बातें, हँसी, छोटे-छोटे मज़ाक, सब कुछ मेरे लिए नए थे। मुझे लगता था कि शायद यही वो लड़की है जिसे मैं हमेशा से ढूंढ रहा था। कुछ महीनों में हमारी बातें रोज़ की आदत बन गईं। सुबह का पहला मैसेज, रात का आख़िरी, सब कुछ उसके नाम। मैं उसका protector बन गया था, उसकी हर छोटी-बड़ी बात में involve होने लगा।

फिर एक दिन मैंने दिल की बात कह दी,
“रिया, मुझे लगता है मैं तुमसे प्यार करता हूँ।”
वो थोड़ी देर चुप रही, और फिर बोली,
“मुझे भी शायद तुमसे लगाव हो गया है, आयान, लेकिन मैं पक्का नहीं कह सकती ये प्यार है या नहीं।”

शायद किसी के लिए ये जवाब अधूरा था, लेकिन मेरे लिए ये पूरा जहाँ था। मैंने उसे time और space दिया, और खुद को समझाया कि प्यार कभी भी force नहीं किया जा सकता।

कुछ हफ़्तों तक सब अच्छा चला। हम साथ कॉफी पीते, कॉलेज की library में पढ़ाई करते, छोटी-छोटी बातें शेयर करते। मुझे लगता था कि यही वो सच्चा प्यार है, जो कहानी में लिखा जाता है, mutual care, trust और comfort।

लेकिन धीरे-धीरे बदलाव आने लगे। पहले जहां वो हर बात में इमोशन दिखाती थी, अब उसकी बातें छोटे, हल्के और formal लगने लगीं। कभी-कभी मुझे लगता कि उसने मेरी मौजूदगी को भारी समझ लिया था।

एक दिन मैंने पूछा,
“रिया, तुम अब पहले जैसी क्यों नहीं हो?”
वो हँसते हुए बोली,
“आयान, हर चीज़ को इतना serious मत लो। थोड़ा space दो।”

मैं चुप रह गया। उस दिन मेरे दिल में पहली बार डर पैदा हुआ, डर कि कहीं मेरी उम्मीदें सिर्फ़ मेरे लिए ही सच्ची हों।

धीरे-धीरे मैं देखता गया कि रिया सोशल मीडिया पर ज्यादा सक्रिय होने लगी। नए लोग, नए comments, नई तस्वीरें, और हर बार जब मैं ये देखता, मेरा दिल और टूटता। मुझे एहसास हुआ कि जिस इंसान को मैं अपनी दुनिया मान बैठा था, उसके लिए मैं सिर्फ़ एक “option” बन गया हूँ।

फिर एक दिन मैंने हिम्मत जुटाकर पूछ ही लिया,
“रिया, क्या तुम अब मुझसे प्यार नहीं करती?”
वो हँस दी –
“प्यार? आयान, आजकल कौन सीरियसली प्यार को लेता है? ये सब feelings टाइमपास के अलावा कुछ नहीं।”

मेरे लिए वो हँसी जैसे ज़हर बन गई। मैं समझ गया कि अब मेरे लिए जो सच्चा प्यार था, उसके लिए वो सिर्फ़ खेल था।

उस रात बारिश हो रही थी। मैं छत पर बैठा था, हवा ठंडी थी और दिल में आग जल रही थी। फोन में आख़िरी संदेश चमक रहा था —
“It’s over. Move on.”
चार शब्द मेरे पूरे जहाँ को बदल गए। मैं खुद से पूछ रहा था, क्या प्यार सच में इतना सस्ता हो गया है कि लोग इसका इस्तेमाल अपनी बोरियत मिटाने के लिए कर लें?

कुछ हफ़्ते तक मैं टूटकर रह गया। मुझे नींद नहीं आती, खाना नहीं बनता, और हर जगह उसका चेहरा नजर आता। लेकिन धीरे-धीरे मैंने खुद से बात करना शुरू किया। मैंने अपने दर्द को डायरी में उतारा, हर लाइन में अपने emotions को लिखा। और हर शब्द ने मुझे मजबूत बनाया।

मैंने लिखा —

> “प्यार का मतलब किसी को पाना नहीं, किसी की इज्ज़त करना है। अगर कोई तुम्हें समझ न पाए, उसे दोष मत दो। बस खुद से वादा करो कि अब तुम किसी का टाइमपास नहीं बनोगे।”



धीरे-धीरे मैं समझ गया कि प्यार का गलत इस्तेमाल सिर्फ़ किसी इंसान को नहीं तोड़ता, बल्कि उसके लिए सच्चाई की अहमियत भी खत्म कर देता है। मैंने अपनी energy खुद को बदलने में लगाई, अपनी कमजोरियों को ताकत में बदला।

कुछ महीने बाद, मैं फिर से खुश महसूस करने लगा। मेरी कहानी अब सिर्फ़ मेरी नहीं रही, ये उन सभी लोगों की कहानी बन गई जो प्यार के नाम पर धोखा खा चुके थे। मैंने लोगों को समझाया, प्यार करना गलत नहीं, लेकिन किसी के झूठे वादों में खुद को मत खो देना।

रिया ने भी एक दिन मेरी सोशल पोस्ट देखी, जिसमें लिखा था —

“कभी-कभी किसी को छोड़ देना ही सबसे बड़ा प्यार होता है, क्योंकि कुछ लोग तुम्हारे नहीं, तुम्हारे सबक बनने आते हैं।”



मुझे पता है कि उसे एहसास हुआ होगा कि उसने मेरा दिल तोड़ा, लेकिन अब मैं बदल चुका था। मैं किसी के लिए अपनी खुशी का रास्ता रोकने वाला इंसान नहीं रहा।

अब मैं किसी से नफरत नहीं करता। मैं जान गया था कि प्यार सच्चा हो या झूठा, उसकी असली परीक्षा इंसान की समझदारी और आत्म-सम्मान है। हर टूटन ने मुझे मजबूत बनाया और हर धोखा एक सीख।

और यही मेरी सबसे बड़ी सीख थी,
प्यार का गलत इस्तेमाल करने वाले ये भूल जाते हैं कि जिस इंसान ने सच में दिल से चाहा है, वो फिर कभी किसी झूठे प्यार का शिकार नहीं बनता।