Shadows Of Love ♥️ in Hindi Thriller by Amreen Khan books and stories PDF | Shadows Of Love

Featured Books
Categories
Share

Shadows Of Love

मुंबई की शाम हमेशा किसी फिल्म के सेट जैसी लगती थी. ऊँची बिल्डिंग्स की चमकती खिडकियाँ, गाडियों का लगातार शोर, और बीच- बीच में समुद्र की आवाज. उसी समुद्र किनारे खडी थी आयरा मेहता. उसके हाथ में एक छोटी सी डायरी थी, जिसमें वो अपनी अधूरी कहानियाँ लिखती थी. हर पन्ने पर अधूरे ख्वाब, अधूरी बातें और वो सबकुछ जिसे वो कह तो नहीं सकती थी, मगर लिख सकती थी.




बारिश की हल्की बूँदें उसके बालों से फिसलकर चेहरे पर गिर रही थीं. वो आंखें मूँदकर उस एहसास को महसूस कर रही थी. तभी एक काली मर्सिडीज उसके पास आकर रुकी. दरवाजा खुला और बाहर उतरा एक शख्स—लंबा, चौडे कंधों वाला, grey suit में सजा हुआ. उसकी आँखों में वो confidence था जो किसी भी भीड को खामोश कर दे.




Excuse me, उसने गहरी आवाज में कहा, Oberoi Hotel जाना है, रास्ता बता सकती हैं?




आयरा थोडा सकपका गई. उसने जल्दी से जवाब दिया—

सीधे. फिर बायीं तरफ. वहाँ से साफ दिखेगा।




उस आदमी ने हल्की मुस्कान दी.

Thank you. वैसे. आप मुझे देखकर ऐसे नर्वस क्यों हो गईं? मैं कोई फिल्म स्टार नहीं हूँ।




आयरा ने नजरें चुराते हुए धीरे से कहा—

फिल्म स्टार से ज्यादा attitude है आपके अंदर।




वो हँसा और हाथ आगे बढाया.

अर्जुन मल्होत्रा।




आयरा ने उसके हाथ को हल्के से थामा और नाम दोहराया.

अर्जुन.




अर्जुन ने उसकी डायरी की तरफ इशारा किया.

लिखती हो?




हाँ, कोशिश करती हूँ, आयरा ने कहा. लिखना आसान है, पर अपनी जिंदगी जीना बहुत मुश्किल।




अर्जुन ने गहरी नजर से उसकी आँखों में देखा और धीमे से कहा—

शायद अब तुम्हारी जिंदगी की असली कहानी शुरू होने वाली है।




अगली शाम आयरा अपनी दोस्त सान्या की birthday पार्टी में थी. हॉल सुनहरी रोशनी में नहा रहा था. हर तरफ महंगे कपडे, महंगी मुस्कानें और वो नशा था जो सिर्फ अमीरों की पार्टियों में मिलता है. अचानक DJ ने announce किया—

Ladies and gentlemen, please welcome, Mister Arjun Malhotra!




सारे लोग तालियाँ बजाने लगे. अर्जुन ने entry ली, और उसकी आँखें भीड में सिर्फ एक चेहरा तलाश रही थीं. जब उसकी नजर आयरा पर पडी, वो वहीं थम गया. दोनों की नजरें मिलीं और समय जैसे रुक गया.




सान्या दौडकर अर्जुन से मिली और बोली—

Finally! Meet my best friend, Ayra Mehta. दुनिया की सबसे simple और boring लडकी।




सान्या! आयरा ने नाराज होकर कहा.




अर्जुन हँस पडा.

Boring? Not at all. ये तो रहस्यमयी लगती है. और रहस्यमयी लोग हमेशा खतरनाक होते हैं।




पार्टी खत्म होते- होते अर्जुन बालकनी में खडा whisky का गिलास हाथ में लिए दूर शहर की लाइट्स देख रहा था. बारिश शुरू हो चुकी थी. तभी पीछे से आयरा आई.




तुम मुझमें इतनी दिलचस्पी क्यों ले रहे हो? उसने सीधा सवाल किया.




अर्जुन ने धीरे से कहा—

क्योंकि तुम्हारी आँखों में ऐसे सवाल हैं, जिनसे तुम खुद भी डरती हो।




आयरा चौंकी.

क्या कहना चाहते हो?




अर्जुन उसके और करीब आया. उसका चेहरा अब आयरा के बहुत पास था. उसने फुसफुसाकर कहा—

तुम्हारी जिंदगी में एक ऐसा राज है, जो तुम नहीं जानती. और शायद. मैं जानता हूँ।




आयरा के चेहरे पर डर और हैरानी दोनों थे. उसकी धडकनें तेज हो गईं. अर्जुन की आँखों में अजीब सा रहस्य था, जैसे वो कुछ छुपा रहा हो.




तुम्हें लगता है हर कहानी किताबों में लिखी जाती है? अर्जुन की आवाज ठंडी और बहुत गहरी थी.




कम से कम मेरी तो सिर्फ डायरी में है, आयरा ने बालकनी की रेलिंग पकडते हुए कहा, लेकिन मेरी जिंदगी. वो तो किसी फिल्म से भी ज्यादा उलझी हुई है।




अर्जुन ने मुस्कुराकर गिलास किनारे रखा. उलझनें ही तो कहानियों को खूबसूरत बनाती हैं. तुम्हारी आँखों में जो डर है, वो बताता है कि तुम खुद भी अपने सच से भाग रही हो।




तुम मुझे कुछ भी समझो” आयरा ने उसकी तरफ सीधा देखते हुए कहा, पर ये डायलॉग देना बंद करो. तुम हो कौन, और मेरे बारे में इतना कैसे जानते हो?




अर्जुन करीब आया. उसकी खुशबू में महंगे परफ्यूम और हल्की शराब की महक थी. कभी- कभी अजनबी वो जान लेते हैं जो अपने भी नहीं समझ पाते।




आयरा ने नजरें फेर लीं. मुझे ऐसे गेम्स पसंद नहीं।




ये गेम नहीं है, आयरा. ये रियलिटी है. तुम्हारी फैमिली तुम्हारे पापा. तुम सोचती हो सब नार्मल है? ट्रस्ट मी, तुम जिस दुनिया में जी रही हो, वो सिर्फ एक दिखावा है।




उसकी बातें सुनकर आयरा का चेहरा सफेद पड गया. तुम कहना क्या चाहते हो?




सही वक्त आने पर बताऊँगा। अर्जुन ने कहा. बस इतना जान लो कि तुम बहुत स्पेशल हो. और तुम्हारे आसपास जो चमक- दमक है, उसके पीछे बहुत अंधेरा छुपा है।




बारिश तेज होने लगी. आयरा अंदर चली गई. दिल की धडकनें इतनी तेज थीं कि उसे लगा जैसे पूरी पार्टी सुन लेगी. अंदर सब हँस रहे थे, नाच रहे थे, मगर उसके लिए हर आवाज धुंधली पड चुकी थी.




सान्या ने उसे हाथ पकडकर खींचा. तू यहाँ है? कम आन. लेट्स डांस




मेरा मूड नहीं है, आयरा ने खुद को संभालने की कोशिश की.




सान्या ने भौंहें चढाकर कहा, मूड? कहीं अर्जुन की वजह से तो नहीं? Don’t tell me he is hitting on you.




आयरा चौंकी. व्हाट? नान्सेंस!




प्लीज, आई वो हिम. ही इज चार्मिंग, रिच, एन्ड डेन्जरस. और ऐसे लडके कभी भी किसी के लिए सीरियस नहीं होते।




डेन्जरस? आयरा ने फुसफुसाकर कहा.




सान्या ने सिर हिलाया. तू दूर रह उससे. उसके पास सीक्रेटसहैं. जो तुझे हर्ट करेंगे।




आयरा ने कुछ नहीं कहा. बस चुपचाप दूर खडे अर्जुन को देखा. वो भी उसे ही देख रहा था. दोनों की आँखें मिलीं और एक पल के लिए जैसे पूरी भीड गायब हो गई.




पार्टी खत्म होने पर आयरा होटल के बाहर खडी कैब का इंतजार कर रही थी. तभी अर्जुन की कार उसके पास आकर रुकी.




कैन आई हेल्प यू? उसने खिडकी से लीन होकर पूछा.




नहीं, कैब आ जाएगी।




कैब्स इतनी जल्दी नहीं मिलतीं इस मौसम में. बैठ जाओ।




आयरा ने कुछ सोचा, फिर दरवाजा खोलकर बैठ गई. कार के अंदर हल्की म्यूजिक चल रही थी. खामोशी इतनी भारी थी कि दोनों की सांसें भी सुनाई दे रही थीं.




कुछ देर बाद अर्जुन ने कहा—

तुम सोच रही हो न. मैं कौन हूँ, और तुम्हारे बारे में इतना कैसे जानता हूँ?




आयरा ने उसकी तरफ देखा. हाँ. और मैं ये भी सोच रही हूँ कि तुमसे मिलना इत्तेफाक था. या प्लान।




अर्जुन ने मुस्कुराया, उसकी आँखों में हल्की चमक थी.

नथिंग इज कोइनसीडेंस, आयरा जिंदगी में सब कुछ प्लान्ड होता है. और तुम्हारा मेरे रास्ते में आना भी।




आयरा ने गहरी सांस ली. तो अब मैं Kiss कहानी का हिस्सा हूँ?




अर्जुन ने कार रोक दी, उसकी तरफ झुकते हुए बोला—

उस कहानी का. जिसकी शुरुआत आज से है. और जिसका end सिर्फ मैं तय करूँगा।




कार के शीशे पर बारिश की बूँदें गिरती रहीं, और दोनों की आँखों में अनकहा सा तूफान था.




कार रुकते ही आयरा ने खिडकी से बाहर झाँका. सडक पर सन्नाटा था, सिर्फ बारिश की बूंदें और स्ट्रीट लाइट की चमक. वो उलझन में थी, फिर भी अर्जुन की तरफ खींची चली जा रही थी.




तुम ये सब क्यों बोल रहे हो? उसने धीरे से पूछा.




क्योंकि सच छुपाने से पहले ही मैं तुम्हें तैयार करना चाहता हूँ, अर्जुन ने calm आवाज में कहा.




सच? कौन सा सच?




अर्जुन ने उसकी तरफ देखा, उसकी आँखों में वो गंभीरता थी जो किसी रहस्य का बोझ उठाए हुए थी.

तुम्हारे पापा. जो दुनिया के सामने एक परफेक्ट बिजनेस मेन हैं. उन्होंने वो सब किया है, जिसकी कल्पना भी तुम नहीं कर सकती।




आयरा का चेहरा पीला पड गया.

इनफ! मेरे पापा ईमानदार इंसान हैं. उन्हें बदनाम करने की कोशिश मत करो।




अर्जुन ने एक हल्की सांस छोडी.

मुझे उम्मीद थी तुम यही कहोगी. लेकिन तुम्हें जल्द ही सब पता चल जाएगा।




आयरा ने खामोशी से खिडकी के बाहर देखा. कार उसके घर के सामने रुकी. अर्जुन ने दरवाजा खोला.

Good Night आयरा




वो उतरी, मगर उसके दिल में सवालों का तूफान था.




अगली सुबह मेहता हाउस में सब कुछ नार्मल लग रहा था. उसकी माँ नाश्ते की टेबल पर अखबार पढ रही थीं, और पापा फोन पर किसी से तेज आवाज में बात कर रहे थे.




डैड, सब ठीक है? आयरा ने पूछा.




राजेश मेहता ने हडबडाकर फोन काटा.

हाँ, बिल्कुल. बिजनेस की बातें हैं. तुम्हें चिंता करने की जरूरत नहीं।




लेकिन आयरा की नजरें उनके हाथ पर पडीं—हल्का सा cut था, और उस पर अभी भी सूखी हुई खून की परत.




ये चोट.




कुछ नहीं, बस गलती से cut गया, उन्होंने बात टाल दी और जल्दी से टेबल से उठ गए.




आयरा चुपचाप बैठी रही. उसके दिमाग में अर्जुन की बातें गूंज रही थीं—“ तुम्हारी फैमिली नार्मल नहीं है. सब दिखावा है।




उस रात उसे नीन्द नहीं आई. बार- बार उसे अर्जुन का चेहरा याद आ रहा था. अचानक उसका फोन वाइब्रेट हुआ. अन नोन नम्बर से मैसेज आया—




अगर सच जानना चाहती हो तो कल रात ग्यारह बजे पुराने डोकेयर्ड पर आना. अकेली आना. –ओके




उसने घबराकर फोन गिरा दिया. उसका दिल तेजी से धडकने लगा.




अगली रात वो सचमुच वहाँ पहुँची. चारों तरफ अंधेरा था, हवा में जंग और नमक की गंध. एक कोने में अर्जुन खडा था, ब्लैक जेकैट पहने हुए.




तुम आ गईं, उसने कहा




ये सब ड्रामा क्यों? मुझे डर लग रहा है।




अर्जुन उसके करीब आया और उसकी आँखों में देखा.

डरना जरूरी है, क्योंकि जिस दुनिया में तुम रह रही हो, वो उतनी साफ नहीं है जितनी दिखती है. तुम्हारे पापा के नाम पर बने एम्पायर की नींव. खून से भरी है।




आयरा काँप गई.

जस्ट शट अप! ये सब झूठ है।




अर्जुन ने उसके हाथ में एक फाइल थमा दी.

झूठ नहीं, सबूत. देख लो।




आयरा ने कांपते हाथों से file खोली. उसमें कान्ट्रेक्ट, बैंक स्टेटमेंट और कुछ फोटोग्राफ थे. एक तस्वीर में उसके पापा किसी अजनबी आदमी के साथ थे, और अगले पन्ने में वही आदमी खून से लथपथ पडा था.




आयरा की आँखों से आंसू छलक पडे.

नहीं. ये पॉसिबल नहीं है।




अर्जुन ने धीरे से उसका चेहरा ऊपर उठाया.

अब तुम्हें समझ आया मैं क्यों कह रहा था. तुम्हारी जिंदगी सिर्फ दिखावा है।




लेकिन तुम क्यों. तुम्हें इस सबकी परवाह क्यों है?




अर्जुन ने एक पल उसकी आँखों में देखा, फिर नजरें झुका लीं.

क्योंकि ये सिर्फ तुम्हारे पापा की कहानी नहीं है, आयरा. ये मेरी भी कहानी है. और शायद. तुम मेरी आखिरी उम्मीद हो।

आखिरी उम्मीद? आयरा ने कांपती आवाज में पूछा, तुम कहना क्या चाहते हो?




अर्जुन ने फाइल वापस ली और उसे अपने बैग में रख दिया. उसकी आँखों में दर्द था, जैसे किसी बोझ से दबा हो.

तुम्हारे पापा. और मेरे पापा. कभी पार्टनर थे. बिजनेस नहीं, बल्कि उस दुनिया में जहाँ पावर सबकुछ होती है. और जब मेरे पापा ने पीछे हटने की कोशिश की. उन्होंने मेरी फैमिली बर्बाद कर दी।




आयरा की सांस अटक गई. नहीं. तुम झूठ बोल रहे हो. मेरे पापा ऐसे नहीं हो सकते।




अर्जुन की आवाज भारी हो गई.

अगर झूठ होता तो मैं आज यहाँ खडा नहीं होता. मैंने सब कुछ खोया है, आयरा. और अब. अब सिर्फ दो रास्ते हैं. या तो मैं बदला लूँ. या तुम्हारे जरिए सच सामने लाऊँ।




उसने एक पल को उसकी आँखों में गहरी नजर डाली.

लेकिन ये आसान नहीं होगा. क्योंकि सच सामने लाने का मतलब है तुम्हारे अपने पापा को गिरते हुए देखना।




आयरा के चेहरे पर आंसू बहने लगे. मैं. मैं कन्फ्यूज हूँ. एक तरफ तुम हो, जो मुझे ये सब बता रहे हो. और दूसरी तरफ मेरे पापा. मेरी दुनिया. अगर तुम्हारी बात सही निकली तो मैं टूट जाऊँगी।




अर्जुन ने धीरे से उसका हाथ थाम लिया.

मैं तुम्हें टूटने नहीं दूँगा।




उस स्पर्श में सच्चाई और गहराई थी. कुछ सेकंड दोनों खामोश खडे रहे, सिर्फ बारिश की बूँदों की आवाज गूंज रही थी.




अचानक डाकेयर्ड के दूसरी तरफ हल्की सी हलचल हुई. किसी ने अंधेरे से कैमरा क्लिक किया. अर्जुन ने तुरंत आयरा को अपनी तरफ खींचा और गाडी की ओर बढा.




कौन था वो? आयरा ने घबराकर पूछा.




तुम्हारे पापा के लोग, अर्जुन ने गाडी स्टार्ट करते हुए कहा. अब उन्हें पता चल गया है कि तुम सच्चाई के करीब आ रही हो।




गाडी तेज रफ्तार से सडक पर दौड रही थी. आयरा सीट पर चुपचाप बैठी थी, उसकी आँखों में डर साफ झलक रहा था.

अगर ये सब सच है तो मेरे पापा मुझे क्यों छुपाएँगे?




क्योंकि वो तुम्हें बचाना चाहते हैं. लेकिन सच से नहीं. सच के नतीजों से. आयरा, तुम्हें अंदाजा भी नहीं है कि तुम्हारी फैमिली Kiss लेवल तक इन्वॉल्वड है।




बस करो, अर्जुन! आयरा अचानक चिल्लाई. मुझे और कुछ नहीं सुनना. मैं अपने पापा को कभी गलत नहीं मान सकती।




अर्जुन ने गाडी रोक दी. उसकी आँखों में गुस्सा था लेकिन लहजा शांत.

ठीक है. सच मानने की जरूरत नहीं. लेकिन याद रखना—एक दिन तुम खुद उस अंधेरे को देखोगी. और जब वो दिन आएगा. तुम्हें मेरी जरूरत होगी।




आयरा ने खामोशी से उसकी तरफ देखा. उसके दिल में गुस्सा, डर और अजीब सा खिंचाव सब एक साथ था. उसने दरवाजा खोला और बाहर निकल गई.




बारिश अब भी रुकने का नाम नहीं ले रही थी. सडक पर खडे होकर उसने अर्जुन की कार को दूर जाते देखा. उसके दिल में सवालों का तूफान था—क्या अर्जुन सच बोल रहा है, या वो सिर्फ उसके दिमाग से खेल रहा है?




उधर अर्जुन गाडी चलाते हुए अपनी जेब से एक पुरानी तस्वीर निकालता है. तस्वीर में उसका बचपन का चेहरा और साथ में एक आदमी—राजेश मेहता. उसकी आँखों में नफरत की आग थी.




अब खेल शुरू होगा, राजेश मेहता, उसने धीमे से कहा. और इस खेल की चाबी तुम्हारी बेटी है।

आयरा पूरी रात सो नहीं सकी. कमरे में इधर- उधर घूमते हुए उसके दिमाग में वही तस्वीरें घूम रही थीं. उसके पापा का चेहरा, वो फाइल. सब एक साथ. अचानक दरवाजा खटखटाने की आवाज आई.




आयरा, सब ठीक है न? उसकी माँ समीरा की आवाज थी.




हाँ मम्मी. मैं ठीक हूँ।




तो नाश्ते पर आ जाओ. तुम्हारे पापा इंतजार कर रहे हैं।




आयरा ने आईने में खुद को देखा. चेहरा थका हुआ था, आँखें लाल थीं. उसने जल्दी से मेकअप से सब छुपाया और डाइनिंग हॉल में आ गई.




टेबल पर राजेश मेहता हमेशा की तरह अखबार पढ रहे थे. मगर उनकी नजरें लगातार आयरा पर थीं.




कल रात इतनी देर से कहाँ थी? उन्होंने ठंडी आवाज में पूछा.




आयरा का दिल धडकने लगा. दोस्तों के साथ थी।




कौन से दोस्त?




सान्या. उसने झूठ बोल दिया.




राजेश ने अखबार तह किया और मुस्कुराए. तुम्हें पता है न, मैं तुम्हें कुछ भी छुपाते हुए तुरंत पकड लेता हूँ?




आयरा की सांस रुक गई. मगर उसने कुछ कहा नहीं.




एनीवेयज” उन्होंने चाय का घूंट लिया, कल रात किसी ने मुझे बताया कि तुम डाकेयर्ड के आसपास देखी गई थी. क्या कर रही थी वहाँ?




आयरा के हाथ कांप गए. डाकेयर्ड? नहीं पापा. आप गलत समझ रहे हैं।




राजेश ने गहरी नजरों से उसे देखा, फिर हल्की मुस्कान दी. ठीक है. मैं मान लेता हूँ।




लेकिन उस मुस्कान में अजीब सा खतरा छुपा था.




उसी शाम आयरा को मैसेज आया—“ मुझे तुमसे मिलना है. अर्जेंट. होटल द सूर्या Room नम्बर तीन सौ छप्पन, नौ PM.




वो डरते- डरते वहाँ पहुँची. अर्जुन पहले से इंतजार कर रहा था. उसकी आँखों में बेचैनी साफ थी.




तुम्हारे पापा को शक हो गया है कि तुम सच्चाई के करीब पहुँच रही हो. तुम्हें अब और सावधान रहना होगा।




तुम समझते क्यों नहीं? आयरा ने गुस्से में कहा. तुम्हारी बातें सुनकर मेरी दुनिया बिखर रही है. मैं हर वक्त डर में जी रही हूँ. मुझे नहीं पता Kiss पर भरोसा करूँ।




अर्जुन ने उसका हाथ पकड लिया. मुझ पर भरोसा करो।




आयरा ने उसकी आँखों में देखा. उस स्पर्श में अजीब सी गर्माहट थी. जैसे सारी दुनिया से लडने का हौसला वहीं मिल जाए.




लेकिन अगर तुम गलत हुए तो? उसने धीमे से कहा.




तो तुम मुझे छोड देना. लेकिन अगर मैं सही हुआ. तो.




दोनों की आँखें आपस में टकराईं. कुछ पल के लिए समय रुक गया. होटल की खिडकी से छन कर आती लाॅन की रोशनी, धीमा संगीत, और उनके बीच की नजदीकी. सब कुछ बहुत खूबसूरत था.




अचानक अर्जुन का फोन बजा. उसने Call उठाया और चेहरे का रंग बदल गया.




क्या हुआ? आयरा ने घबराकर पूछा.




अर्जुन ने धीरे से कहा—

वो सिर्फ बिजनेस मेन नहीं हैं. आज रात उनका एक ऐसा डील फाइनल होने वाला है, जिससे पूरा शहर हिल जाएगा. और अगर मैंने उन्हें रोका नहीं. तो सब खत्म हो जाएगा।




आयरा की आँखों में डर फैल गया. मतलब?




मतलब. अर्जुन ने उसकी तरफ झुककर फुसफुसाया, तुम्हारे पापा सिर्फ पैसे के खेल में नहीं. खून के खेल में भी हैं।






रात के बारह बजे, राजेश मेहता के फार्म हाउस में सन्नाटा पसरा था. ऊँची- ऊँची दीवारें, सिक्योरिटी गार्ड्स, और अंदर चमकती हुई लाइट्स. डाइनिंग टेबल पर महंगी शराब की बोतलें खुली थीं और चार- पाँच लोग उसके साथ बैठे थे—सब बडे बिजनेस टाइकून, लेकिन असली काम कुछ और था.




राजेश ने मुस्कुराते हुए कहा—

शहर की आधी जमीन अब मेरे नाम होगी. और जो भी बीच में आया. उसे मिटा दिया जाएगा।




उनकी आवाज में ठंडक थी, जैसे इंसान नहीं, शिकारी बोल रहा हो.




दूसरी तरफ, अर्जुन अपनी कार में बैठा था. उसके सामने लैपटॉप खुला था और स्क्रीन पर फार्म हाउस का लाइव सीसीटीवी फुटेज. उसकी आँखों में गुस्सा और बेचैनी दोनों थे.




अब खेल साफ है, उसने बुदबुदाया. आयरा को सच्चाई दिखानी ही होगी।




अगले दिन, आयरा को अर्जुन ने बुलाया. वो एक पुरानी वेयरहाउस में पहुँची. चारों तरफ अंधेरा, दीवारों पर पडी धूल, और बीच में एक प्रोजेक्टर.




ये सब क्या है, अर्जुन? उसने घबराते हुए पूछा.




अर्जुन ने प्रोजेक्टर ऑन किया स्क्रीन पर फुटेज चल रहा था. राजेश और उसके लोग, डील की बातें, धमकियाँ, और खून की प्लानिंग.

आयरा की आँखें भर आईं. नहीं. ये सच नहीं हो सकता. मेरे पापा.




अर्जुन ने उसका चेहरा अपने हाथों में लिया. आयरा, अब भी वक्त है. खुद से झूठ मत बोलो. तुम्हारे पापा एक मुखौटे के पीछे जी रहे हैं. असली चेहरा यही है।

आयरा का पूरा शरीर काँप रहा था. तो मैं क्या करूँ? मैं अपनी फैमिली के खिलाफ कैसे जा सकती हूँ?




अर्जुन ने गहरी आवाज में कहा

कभी- कभी सच का साथ देना ही सबसे बडा प्यार होता है—खुद से, और इस दुनिया से. लेकिन ये आसान नहीं होगा. अगर तुमने मेरे साथ कदम बढाया, तो वापस लौटने का कोई रास्ता नहीं बचेगा।




आयरा उसकी आँखों में देखती रही. वो डर भी रही थी, लेकिन कहीं न कहीं उसके दिल में अर्जुन के लिए अजीब सा खिंचाव और यकीन था.




धीरे- धीरे उसने उसकी हथेलियों को कसकर पकड लिया.

मैं तुम्हारे साथ हूँ।




दोनों के बीच खामोशी छा गई. सिर्फ उनकी धडकनों की आवाज सुनाई दे रही थी. अर्जुन झुककर उसके बेहद करीब आया. उनकी साँसें मिल रही थीं, और उसी पल दुनिया जैसे थम गई थी.




लेकिन तभी अचानक दरवाजा जोर से खुला. बाहर से गोलियों की आवाज आई.




अर्जुन ने आयरा को पकडकर पीछे किया और अपनी जेब से पिस्तौल निकाल ली.

तुम्हारे पापा के लोग आ गए हैं।




आयरा चीख पडी—“ अर्जुन!




गोलियों की गूँज, टूटे शीशे की खडखडाहट और उस अंधेरे वेयरहाउस में अब खेल शुरू हो चुका था—एक ऐसा खेल, जहाँ प्यार और मौत आमने- सामने खडे थे.




वेयरहाउस की टूटी खिडकियों से गोलियों की बारिश हो रही थी. अर्जुन ने तुरंत आयरा को साईड कर दिया




झुको! उसने चिल्लाकर कहा.




आयरा काँपते हुए बोली—“ ये सब मेरे पापा ने भेजे हैं?




हाँ, और अब उनका एक ही मकसद है—मुझे और सच दोनों को मिटाना। अर्जुन की आँखें जल रही थीं.




उसने पिस्तौल निकाली और जवाबी फायर किया. दो लोग जमीन पर गिरे. आयरा का दिल इतनी तेज धडक रहा था कि उसे अपनी सांसें सुनाई देने लगीं.




हम ऐसे नहीं बच पाएँगे! उसने डर से कहा.




अर्जुन ने उसका हाथ कसकर पकडा. जब तक मैं जिंदा हूँ, तुम्हें कुछ नहीं होगा।




वो उसे खींचते हुए पीछे बने गुप्त रास्ते की तरफ ले गया. दोनों दौडते हुए वेयरहाउस के बाहर निकले. बाहर अंधेरे में काली एस You वी खडी थी.




बैठो अंदर! अर्जुन ने चिल्लाया.




गाडी स्टार्ट होते ही पीछे से गाडियाँ और गोलियों की बौछार शुरू हो गई. सडकों पर रात का सन्नाटा, सिर्फ इंजन की गर्जना और टायरों की चीख सुनाई दे रही थी.




आयरा ने सीट पकड ली और काँपते हुए बोली—“ अर्जुन, अगर हमें कुछ हो गया तो?




अर्जुन ने तेजी से स्टेयरिंग घुमाया और उसकी तरफ देखा.

हम दोनों एक- दूसरे के लिए बने हैं. मौत भी हमें जुदा नहीं कर सकती।




कार अचानक मोडी और सामने ट्रक आ गया. अर्जुन ने ब्रेक मारी, गाडी घूमी और पीछे वाली गाडी सीधा ट्रक से टकरा गई. धमाके की आवाज पूरे इलाके में गूँज उठी.




कुछ देर बाद रास्ता साफ हुआ. अर्जुन ने गाडी रोक दी. दोनों हाँफ रहे थे.




आयरा की आँखों में आँसू थे. वो काँपते हाथों से अर्जुन की शर्ट पकडकर बोली—“ तुम्हें चोट तो नहीं लगी?




अर्जुन ने उसकी आँखों में गहराई से देखा.

तुम्हें बचाने के लिए मैं सौ बार मरने को तैयार हूँ।




उनकी सांसें मिल रही थीं. आयरा का चेहरा आँसुओं से भीगा हुआ था, और अर्जुन ने धीरे से उसके आंसू पोंछे.




कुछ सेकंड खामोशी रही. फिर जैसे दोनों ने एक साथ अपने डर, गुस्से और प्यार को एक ही जगह निकाल दिया. अर्जुन ने झुककर उसे अपने सीने से कसकर लगा लिया.




आयरा फूट- फूटकर रो पडी.

अब मैं कभी तुम्हें छोडकर नहीं जाऊँगी. चाहे दुनिया हमारे खिलाफ हो।




अर्जुन ने उसकी ठुड्डी उठाई, आँखों में झाँका और धीमे से कहा—

यही तो चाहता था मैं।




उनके होंठ करीब आए, और उस पल जैसे सारी दुनिया गायब हो गई. सिर्फ दो दिल थे, जो खून और साजिशों के बीच भी एक- दूसरे को चुन रहे थे.




लेकिन तभी अर्जुन का फोन बजा. स्क्रीन पर एक नाम चमक रहा था—“ विक्रांत”




अर्जुन का चेहरा अचानक बदल गया. आयरा ने देखा और पूछा—

कौन है




अर्जुन ने फोन उठाया. दूसरी तरफ से आवाज आई—

गेम ओवर अर्जुन. अबकी बार तुम्हें बचाने वाली कोई नहीं।




आवाज सुनकर अर्जुन की आँखों में हैरत थी.

विक्रांत. तुम?




आयरा घबरा गई—“ ये विक्रांत कौन है?




अर्जुन ने धीरे से कहा—

मेरे बचपन का सबसे बडा दुश्मन. और तुम्हारे पापा का सबसे भरोसेमंद आदमी।

अगले दिन सुबह मुंबई की धूप भी अजीब लग रही थी. शहर की चमक- दमक के बीच आयरा का मन हल्का नहीं था. रात की गोलियों, चेस और अर्जुन के फोन की वो धडकती आवाज उसके दिमाग में लगातार घूम रही थी.




अर्जुन ने उसे अपने घर पर बुलाया. जैसे ही वो पहुँची, अर्जुन की एक्सप्रेशन गंभीर थी. उसने लैपटॉप खोलते हुए आयरा को देखा. स्क्रीन पर तस्वीरें और वीडियो चल रहे थे.




ये विक्रांत है, अर्जुन ने धीरे से कहा. मेरा बचपन का दोस्त. जो कभी मेरा भाई था, अब मेरा सबसे बडा दुश्मन बन चुका है।




आयरा ने स्क्रीन पर देखा. एक लंबा, आदमी, और आँखों में ठंडक. इतना डरावना क्यों दिखता है? उसने फुसफुसाया.




वो सिर्फ दिखता नहीं है, अर्जुन ने कहा. विक्रांत ऐसा है. पैसा पावर रीवेंज. उसके लिए कोई भी रोक नहीं है. और उसका टार्गेट अब हम दोनों हैं।




आयरा के दिल की धडकन तेज हो गई. क्यों




अर्जुन ने उसे अपनी ओर खींचा. क्योंकि तुम्हारे पापा के सारे सीक्रेट्स और मेरी फैमिली का पास्ट. दोनों उसके कन्ट्रोल में हैं. अगर उसने प्लान एगजिक्यूट किया, तो हम शहर में कहीं भी सुरक्षित नहीं रहेंगे।




आयरा ने डर के बावजूद उसकी आँखों में देखा. तो हम क्या करें?




अर्जुन ने उसकी गर्दन के पास हाथ रखते हुए कहा, अब लडना पडेगा. लडाई सिर्फ फिजिकल नहीं, दिमाग की भी है. और मैं नहीं चाहूँगा कि तुम इससे दूर रहो।




आयरा ने उसकी आंखों में डेटरमाईनेशन देखा. डर के बावजूद एक अजीब सा भरोसा और अट्रैक्शन उसके दिल में था. मैं तुम्हारे साथ हूँ।




अर्जुन ने उसकी ठुड्डी पकडकर धीरे से कहा, और मैं तुम्हें कभी खोने नहीं दूँगा।




उस समय अर्जुन ने एक सीक्रेट ड्रायर खोली. उसमें मैपस ओल्ड फाइल्स और कुछ जरूरी कागज थे. ये सब प्लान हैं, उसने कहा. विक्रांत ने शहर की बडी डील्स में इन्टरफेयर करने की कोशिश की. मैं ये सब तब तक छुपा रहा था जब तक मैं तुम्हें सेफ नहीं कर सकता था।




आयरा ने डाक्यूमेंटस देखे. उसके हाथ कांप रहे थे. ये सब इतना बडा. इतना कामप्लिकेटिड क्यों है?




अर्जुन ने गहरी सांस ली. क्योंकि Love और बेट्रायल हमेशा साथ चलते हैं. और अब तुम्हें इस गेम में हिस्सा बनना होगा. चाहे डर लगे या न लगे।




आयरा ने उसकी तरफ देखा. डर और अट्रैक्शन, दोनों उसके चेहरे पर साफ झलक रहे थे. ठीक है. मैं तय्यार हूँ।




अर्जुन ने उसके हाथ को पकडते हुए धीरे से कहा, फिर चलो. अब शहर की सडकों पर सिर्फ हम और वो होगा. कोई पीछे नहीं।




उस शाम से आयरा और अर्जुन दोनों एक- दूसरे के साथ ट्रैन होने लगे. सिटी की गलियों में पीछा, सीक्रेटस मीटिंग्स, और हर कदम पर नजर. लेकिन हर खतरे के बीच, उनके बीच अट्रैक्शन और प्यार और गहरा होता गया.




एक रात, जब वे रूफटॉप पर खडे थे, और शहर की लाइट्स चमक रही थीं, आयरा ने अर्जुन से पूछा—

अगर हम जीत गए. तो क्या हमारा प्यार सेफ रहेगा?




अर्जुन ने उसके गाल पर हाथ रखते हुए कहा, अगर हम साथ हैं, तो कोई भी खतरा हमें जुदा नहीं कर सकता. और ये सिटी, ये डार्कनेस. सब फेड हो जाएगा. बस तुम और मैं।




आयरा ने उसकी बाहों में खुद को दबा लिया. उस पल, बारिश की हल्की बूंदें, सिटी की रोशनी और उनके बीच का प्यार सिनेमाटिक लग रहा था. लेकिन दोनों जानते थे—विक्रांत अभी पीछे है, और अगला मूव सबसे खतरनाक होगा.






रात का अंधेरा सिटी पर छाया हुआ था. मुंबई की लाइट्स नीचे चमक रही थीं, लेकिन रूफटॉप पर सिर्फ आयरा और अर्जुन ही थे. हवा तेज थी, और बारिश की हल्की बूंदें उनकी शर्ट और बालों पर गिर रही थीं.




अचानक, रूफटॉप के दूसरे छोर पर हल्की खडखडाहट हुई. आयरा ने डर के मारे अर्जुन की बांह पकड ली.

क्या हुआ? उसने फुसफुसाया.




अर्जुन ने आँखें तरेरी और धीरे से कहा—

विक्रांत।




उसने पीछे देखा. अंधेरे में एक लंबा शैडो मूव कर रहा था. उसकी आँखें जैसे लेसर बीम की तरह चमक रही थीं.




तुम यहाँ क्यों हो? अर्जुन ने गहरी आवाज में कहा.




विक्रांत ने हँसते हुए कहा—

क्योंकि खेल अब शुरू हुआ है. तुम्हें बचाना अब नामुमकिन है, अर्जुन।




आयरा ने डरते हुए अर्जुन की बाहें और कसकर पकडी.

हम यहाँ से कैसे बचेंगे?




अर्जुन ने उसकी आँखों में देखा.

मुझे भरोसा करो. बस मेरी बात सुनो और मूव करो।




विक्रांत तेजी से रूफटॉप की ओर आया. अर्जुन ने पिस्तौल निकाली और फायर किया. गोलियाँ हवा में तैर रही थीं. आयरा पीछे झुकी और अचानक एक शैडो उसके पास आई.




विक्रांत ने उसे पकडने की कोशिश की. अर्जुन ने तेजी से उसका हाथ पकडा और पीछे खींचा. दोनों लडते हुए रूफटॉप के दूसरी तरफ पहुँचे.




आयरा की सांसें तेज थीं, और उसकी आँखों में डर और वहशत थी

तुम डरते क्यों नहीं? उसने फुसफुसाया.




अर्जुन ने उसकी आँखों में देखा, हल्की मुस्कान के साथ कहा—

डर तब होता अगर तुम सेफ नहीं होती. अब बस मेरा हाथ पकडो।




दोनों ने रूफटॉप के एज की तरफ दौड लगाई. अचानक विक्रांत ने पीछे से एक रोप का इस्तेमाल कर रूफटॉप पर चढाई की. अर्जुन ने तुरंत उसे पकड लिया.




तुम इतने रूथलेस कैसे हो? आयरा ने क्रोध में पूछा.




विक्रांत ने ठंडी आवाज में कहा—

क्योंकि मैं वही हूँ जो कभी किसी से हार नहीं मानता. और अर्जुन, तुम्हें ये लेसन जल्दी सीखना होगा।




अर्जुन ने जोर लगाकर उसे गिरा दिया. विक्रांत लास्ट मूमेंट में रूफटॉप से स्विंग हुआ और नीचे शैडो में गायब हो गया.




आयरा काँपते हुए अर्जुन के पास आई.

मुझे डर लग रहा था.




अर्जुन ने उसे अपनी बाहों में कसकर लिया.

अब कोई डर नहीं रहेगा. मैं हमेशा तुम्हारे पास हूँ।




आयरा ने उसकी आंखों में देखा. उनके बीच की नजदीकी उस पल city की बारिश और रूफटॉप की खतरनाक हवा के बीच और बढ गई.




अगर तुम्हारे बिना ये फाइट होती. मैं शायद सरवाईव नहीं कर पाती। आयरा ने धीरे से कहा.




अर्जुन ने उसका चेहरा उठाया और फुसफुसाया—

अब हम दोनों साथ हैं. कोई भी हमारे बीच नहीं आ सकता. और विक्रांत. वो चाहे जितना रूथलैस क्यों न हो, मैं उसे कभी तुम्हारे पास नहीं आने दूँगा।




बारिश की बूंदें दोनों के ऊपर गिर रही थीं, शहर की रोशनी उनके पीछे चमक रही थी, और रूफटॉप पर दोनों की नजदीकी सिनेमाटिक मूमेंट की तरह फ्रीज हो गई.




दोनों जानते थे—ये सिर्फ पहला अटैक था. विक्रांत पीछे है, और अगली बार उसके प्लान्स और डीडलेय होंगे.














अगली सुबह, अर्जुन ने आयरा को अपने प्राईवेट ऑफिस में बुलाया.




आज से हम सिर्फ रिएक्शन नहीं करेंगे, आयरा, उसने गंभीर आवाज में कहा. अब हमें प्रोटेक्टिव होना होगा. मुझे पता चला कि विक्रांत शहर की मेजर डील्स में इन्टरफेयर करने वाला है. और तुम्हारे पापा की कंपनी उसके नेक्स्ट टार्गेट में है।

आयरा ने डरते हुए पूछा

तो हम क्या करेंगे? सीधे जाकर कॉनफरोन्ट करें?

अर्जुन ने लैपटॉप खोला. मैप्स, डॉक्युमेंट्स और सीक्रेटस कैमरा के फुटेज थे.

ये सीक्रेट Mission है. हमें शहर के चारों मेजर पॉइंट्स पर मौजूद होना होगा, ताकि वो कन्फ्यूज हो जाए. और मैं चाहता हूँ तुम मेरे साथ रहो. तुम्हें अब डरने की जरूरत नहीं, मैं हर कदम पर हूँ.

आयरा ने उसकी आँखों में देखा. डर के बावजूद उसमें ट्रस्ट और प्यार की चमक थी.

ठीक है, मैं साथ हूँ. लेकिन अगर कुछ हुआ

अर्जुन ने उसका हाथ पकड लिया.

कुछ नहीं होगा. हम एक- दूसरे के साथ हैं. हमेशा.

रात को जब दोनों शहर के स्काईलाईन में रूफटॉप से नीचे उतर रहे थे, अर्जुन ने कहा

तुमने अब तक जो देखा, वो सिर्फ शुरुआत है. तुम्हारे पापा के सीक्रेटस. वो बहुत गहरे हैं. और मुझे डर है कि तुम्हें उनके बारे में पता चलने के बाद तुम्हारा भरोसा झटके में आएगा।

आयरा ने धीरे से उसकी बाहों में हाथ डालते हुए कहा—

तुम्हारे साथ मैं किसी भी सच का सामना कर सकती हूँ. चाहे वो कितना भी डरावना क्यों न हो।

अर्जुन ने उसके बालों को हल्के से सहलाया. तुमने मुझे मजबूत बनाया है. अब हम दोनों मिलकर इस खेल को खत्म करेंगे।

अब आगे क्या होगा?

अर्जुन और आयरा की life Kiss मोड पर पहुँचती है?

क्या वे विक्रांत के ट्रैप से बच पाएँगे?

और उनके प्यार और trust की परीक्षा कैसी होगी?

Shadows of Love की कहानी यहाँ से और intense होने वाली है.

पढते रहिए