जिंदगी की वो काली रात जो अनामिका की जिंदगी बदल दी ............
दिल्ली के सिटी हॉस्पिटल के एक कमरे में एक लड़की बेहोश हालत में लेटी हुईं थी उसके हाथों में ड्रीप लगी हुई थी
तभी उस कमरे में नर्स आती है और उसको चेक करके रूम से बाहर चली जाती है सुबह जब उस लड़की को जब होश आता है तो वो अपनी धीरे–धीरे आंखे खोलती है और उसके सामने सफेद छत नजर आती है
वो लड़की अपनी आंखों को इधर उधर करके देखती है तो उसके हाथों में ड्रीप लगी हु थी इसका मतलब मैं हॉस्पिटल में हु पर मुझे यह कौन लाया था मैं तो उस तूफान सी बारिश में थी तो मुझे यहां कौन लाया और मुझे क्या हुआ है
वो यही सब सोच रही थी की तभी कमरे का दरवाजा खुलने की आवाज आती है तो वो दरवाजे की तरफ देखती है तो वहां एक लेडिस डॉ खड़ी थी और वो अंदर आती है और डॉ बोलती है हैलो मैम अब आप कैसी है तो वो लड़की बोलती है मैं ठीक ही अब पहले से बेहतर फील कर रही हु
ओके अब आप आराम कीजिए... तभी वो लड़की पूछती है डॉ मुझे क्या हुआ है तो डॉ बोलती है मैं आप वन मंथ प्रेगनेंट है ये सुनकर तो जैसे उस लड़की के पैरो के नीचे से जमीन खिसक जाती है .......
वो लड़की बोली पर ऐसे कैसा हो सकता है .....???
डॉ बोली मैम जो रिपोर्ट में है मै वहीं आपको बता रही हु और कुछ नहीं और ये बोलकर डॉ वहां से जाने लगी तो वो लड़की बोली मुझे यहां कौन लाया था क्या आप बता सकती है तो डॉ बोली वो एक महिला थी वो आपको बेहोशी की हालत में लाई थी ये कहकर डॉ वहां से चली जाती है
तभी उसकी लड़की को अपनी जिंदगी की वो काली रात याद आती है जिससे उसकी पूरी लाइफ बर्बाद हो गई
फ्लैश बैक .....
1 महीने पहले वो लड़की दिल्ली के एक डिजाइनर कंपनी में काम करती थी और हमेशा अपना काम ईमानदारी और लगन से कम करती थी
जब आज वो ऑफिस गई तो उस लड़की की दोस्त ने उसको आवाज दिया अनामिका रुको
जी हा ये थी हमारी कहानी की फीमेल लीड जिनका ना अनामिका मेहता है दिल्ली की एक बड़ी फैमिली से थी पर घमंड थोड़ा भी नहीं था अनामिका आपने परिवार के बल पर अपना करियर नहीं बनाना चाहती थी वो अपनी मेहनत और लगन से अपना करियर बनाना चाहती थी...........
अनामिका सावी के बुलाने पर रुक गई वो दौड़ कर उसके पास आई
ये थी सावी अग्रवाल जो मिडल फैमिली से आती है पर ये दोनों दोस्त कॉलेज से एक दूसरे के साथ है
वो दोनों बात करते करते ऑफिस आ गई और आपनी अपनी चेयर पर जाकर बैठ गई और अपना काम करने लगी तभी वहां का मैनेजर सुभाष आकर सबको मीटिंग के लिए बताता है कि बॉस हम सबको अर्जेंट बुलाए है .........
सब ये सोचने लगे आज सर हमे अर्जेंट मीटिंग के लिए क्यों बुलाए है .....???
सब उठे और कॉन्फ्रेंस रूम जाकर सब अपनी सीट पर बैठ गए और अपने बॉस का बोलने का इंतजार करने लगे की बुलाया है सर ने हमें ...........?
अगर आपको इस स्टोरी का पहला भाग पसंद आया हो तो आगे बने रहे हमारे साथ और जाने आगे क्या होता है .............???????