गुप्त योन रोगआज तुम सब से ऐसी बात कहूंगा, ऐसी बात कहूंगा, जो आज तक किसी ने किसी से नहीं कही है और वह बात यह है कि ऐसी कोई बात नहीं हैगुड इवनिंग माय मेडिकल स्टूडेंट्समाय नाम इस डॉक्टर धर्मेंद्र बिलोटिया प्राइवेट पार्ट प्रॉब्लम यूनिवर्सिटी में आप सब का स्वागत हैआप जिन जिन के पास प्राइवेट पार्ट्स है वह मेरी बात को ध्यान से सुने क्योंकि हमारा आज का सब्जेक्ट गुप्त यौन रोग से रिलेटेड हैप्राइवेट पार्ट तिन तरह के होते हैं एक्टिव, अन एक्टिव एंड आलसी।जिनके प्राइवेट पार्ट एक्टिव होते हैं वह शिकार करने के लिए 24 घंटे तत्पर रहते हैं, ऐसे लोग काले - गोरे, रंग में भेद नहीं करते, वह सभी शिकार को समानता से देखते हैं।जिनके प्राइवेट पार्ट अन एक्टिव होते हैं, वह डॉक्टर राज को ढूंढते हैं क्योंकि डॉक्टर राज ही जानता है, हर राज का इलाज।और जिनके प्राइवेट पार्ट आलसी होते हैं, उन लोगों को भूख तो बहुत लगती है और ठीक से वर्क नहीं करते, वह लोग सोचते-सोचते शिकार करते हैं, वह लोग सबसे पहले यह सोचते हैं कि यह शिकार होगा कि नहींमैं आज गुप्त योन रोग पर अपने विचार साझा कर रहा हूं इसे थोड़ा ध्यान से सुनिएगा।हमारे देश में गुप्त योन रोग एक बहुत बड़ी समस्या है क्योंकि जिसे गुप्त रोग होता है, वह उसे गुप्त ही रखना चाहता है,।हमारे देश के लोग गुप्त रोगों का उतना ही सम्मान करते हैं, जितना अपने बाप का करते हैं।खूनी बवासीर पिछवाड़े होता है और लोग अगवाड़े को बदनाम करते हैं, पेट दर्द हो रहा है, दाढ़ दर्द कर रही है। "साला, आज तक समझ नहीं आया, बवासीर का दाढ़ से क्या कनेक्शन है।पर लोग छुपाते हैं कई लोग इतने शर्मीले होते हैं कि डॉक्टर तक को अपने गुप्त रोग के बारे में नहीं बताते। "इलाज कराने, शीघ्रपतन का जाते हैं और सिर दर्द का इलाज करा आते हैं।"ना बाप, बेटे को बताता है। ना बेटा, बाप को।ना पति, पत्नी को बताता है। ना पत्नी पति को।ना मां, बेटी को बताती है। ना बेटी मां को ।ना दोस्त, दोस्तों को बताता है।मेरे ख्याल से दोस्तों को गुप्त रोग के बारे में बताना भी नहीं चाहिए क्योंकि हर एक फ्रेंड कमीना होता हैमेरा एक दोस्त लड़कियों को देखते ही अपनी आंखें बंद कर लेता है, मैं उसे संत महात्मा समझता था पर बाद में पता चला उसे शीघ्रपतन है, लड़कियों को देखते ही चड्डी खराब।मेरे गांव के एक बुजुर्ग मरते, मर गए पर अपनी बीमारी किसी को नहीं बताई, -"कहते थे, मेरी बीमारी का राज, मेरी चिता के साथ जलेगा, वह मरे तब पता चला, उन्हें खूनी बवासीर था"।मेरा एक दोस्त कभी किसी के पास नहीं सोता है, सुहागरात के दिन, छत पर अकेला लेटा मिला।मैंने पूछा -"मैंने सीरियसली पूछा, अगर ऐसी प्रॉब्लम है तो शादी क्यों की"?उसने कहा -"ज्यादा दिमाग मत चला"! "नींद में पेशाब करने की बीमारी है"।मेरा एक दोस्त लड़कियों से इतनी नफरत करता है, जितना इंसान खुद की टट्टी से करता है, लड़कियों को देखकर उसका खून खोलता है पर बेचारा क्या करें, नपुसंकता का शिकार है।मेरा गुप्त रोग विशेषज्ञ बनने का सबसे बड़ा कारण, मेरा स्वयं का गुप्त रोग ही है, जो आज तक ठीक नहीं हुआ, ना दूसरे डॉक्टरों से, ना खुद से।पहले मैं भी गुप्त रोग से परेशान था तो इंदौर आया, सरवटे बस स्टैंड पर बहुत जोर से पेशाब आई तो पब्लिक टॉयलेट गया, वहां इतनी भयंकर बदबू आ रही थी।जैसे - किसी ने सामूहिक मूत्र कांड कर दिया हो, मैं जबरदस्ती अपनी सांसो को रोक कर अंदर गया और एक पोस्टर फाड़ कर, तुरंत बाहर आ गया।दोस्त ने पूछा -"तू गया और आ गया, मूत्र विसर्जन नहीं किया।मैंने कहा -"पेंट में कर लूंगा पर वहां नहीं करूंगा फिर मैंने एकांत में वह पोस्टर खोलकर पड़ा, उस पर लिखा था -"गोल्ड मेडलिस्ट"! "डॉक्टर राज"।"गुप्त रोगी"! मिले हर रविवार।"पता राजवाड़ा 55 दुकान के पास।"मिलने का समय, रात दो बजे से सुबह चार।उस पोस्ट पर डॉक्टर का नंबर भी था, इसलिए मैंने पहले फोन लगाया तो मुझसे पहले डॉक्टर बोला -"गोल्ड मेडलिस्ट"! "डाक्टर राज बोल रहा हूं"।मैंने कहा -"यह तो मुझे पता है, यह बताओ, राजवाड़ा में कहां आना है"।डॉक्टर ने कहा -"राजवाड़ा नहीं, भंवरकुआं आना है"।मैंने पूछा -"पोस्टर में तो राजवाड़ा का पता लिखा है"।डॉक्टर ने कहा "पोस्टर से इलाज करा ले"।मैंने पूछा -"डॉक्टर साहब, आपने समय रात का लिखा है क्या दिन में मिल सकते हो"?डॉक्टर बोला -"तुझे सार्वजनिक रोग है या गुप्त रोग है"?मैंने कहा -"गुप्त रोग"!तो डॉक्टर बोला -"तो क्यो"? "दिन में आकर, अपना रोग सार्वजनिक करना चाहता है, बेटा रात के काम रात में ही अच्छे लगते हैं"।रात 2:00 बजे अपने दोस्त के साथ डॉक्टर के क्लीनिक के सामने पहुंचा तो वहां मेरी आंटी मिल गई।मेने आंटी जी से पूछा "आप यहां क्या कर रही हो आंटी"।आंटी बोली -" तेरे अंकल को पेशाब नहीं आ रही है, उनका इलाज कराने आई हूं और तू यहां क्यों आया है"?तुझे भी कोई गुप्त रोग है"? आंटी ने कुटिलता से हंसते हुए पूछाऔरतों के पेट में कोई बात नहीं पचती है, मेने सोचा यह सभी रिश्तेदारों को बता देगी, इसलिए मैंने, अपने दोस्त की कुर्बानी दी और कहा -"मुझे कुछ नहीं हुआ है, मेरे दोस्त को लड़कीयो के सपने आते हैं और ये सपनों में उनके साथ उल्टी सुलटी हरकतें करता है और रोज चड्डी खराब करता है, इसका इलाज कराने आया हूं"।आंटी बोली -"ऐसे लुच्चे लफंगों के साथ छोड़ दे, नहीं तो जिंदगी खराब हो जाएगी"।दोस्त को गुस्सा आते देख, मैंने आंटी से कहा -"आप अंकल का इलाज कराओ"।आंटी के जाने के बाद मैंने हंसते हुए दोस्त की ओर देखा तो दोस्त ने कहा -"कुत्ते कमीने"! "चुतिये"! "सूअर"! "बहन के लफड़े"!मैंने कहा -"ठीक है यार"! "दुख मुसीबत में दोस्त ही दोस्त के काम आता हैं, तूने भी अपनी दोस्ती निभाई है"।दोस्त ने कहा -"गधे"! "उल्लू"! तेरी आंटी, मेरी पड़ोसन है पूरा मोहल्ले में इज्जत की बैंड बजा देगी"।मैंने कहा -"ओ थारी जीजी की, यो तो सब उल्टो हो गयो, अबे कयं होगो, रुक मैं अंकल को फोन लगाता हूं, वह आंटी जी को समझा देंगे, तो वह किसी को कुछ नहीं बताएगी"।फिर मैंने अंकल को फोन लगाया और कहां -"हेलो अंकल"! "क्या कर रहे हो"?अंकल ने कहा -"हिला रहा हूं, "लाइट चली गई है, हाथ पंखा हिला रहा हूं"। "तू ,तो सच में हिला रहा होगा"।मैंने कहा -"आखा इंदौर में लाइट चल रही है और तुम मुझे बत्ती दे रहे हो, मुझे सब पता चल गया है, तुम्हारी तबीयत खराब है, हालचाल पूछने के लिए ही फोन लगाया है"।अंकल बोले -"अबे झंडू तेरे जैसे 10 लोंडो को उठाकर फेंक दूं, इतना फिट हूं और तुझे क्या पता चल गया है"? मैंने कहा -"4 दिन से पेशाब बंद पड़ी है, पहले उसे तो चालू कर लो, फिर उठाकर फेंकने की बात करना, अभी आंटी जी ने तुम्हारी सारी सच्चाई बताई है"।अंकल ने कहा -'अबे"! "चुतिया नंदन घासीराम, तेरी आंटी जी मेरे पास सोई हुई है, अरे कहां गई, लगता है किसी के साथ भाग गई"।और फोन कट गयाफिर मैं अपने दोस्त के साथ क्लीनिक के अंदर पहुंचा, वहां सभी मरीजों ने अपने मुंह छुपाए हुए थे, किसी ने अपने मुंह पर रुमाल बांध रखा था तो किसी ने मास्क लगा रखा था, ताकि कोई उनको पहचान नहीं पाए।मैंने बेशर्मो को शर्म करते, पहली बार देखा था, वह सभी दिखाई तो खामोश दे रहे थे पर उनके मन में इतनी बातें कर रहे थे, जिसका अंदाजा लगाना मुश्किल है पर मैंने उनके मन की समीक्षा की और जो जाना था, वह आपसे शेयर कर रहा हूं, प्लीज किसी को बताना मत।😀😀एक अधेड़ अंकल ने मुझे देख कर अपने मन में कहा -"अरे इस 25 साल के लौंडे को क्या हुआ होगा"? मुझे लगता है इसे दुनिया की सबसे खूबसूरत बीमारी एड्स है या फिर इसके पोपट ने बोलना बंद कर दिया होगा।उसी खुसट अंकल के पास बेठी एक हाई सोसाइटी की आंटी सोच रही थी -"आई थिंक, ही हैज प्रीमेच्योर इजेकुलेशन, डेट्स वाय ही इज, इजेकुलेटिंग सो फास्ट"!"मुझे लगता है इसे जरूर, शीघ्रपतन हुआ होगा, इसीलिए यह इतनी शीघ्रता कर रहा है"।वहीं खड़े एक हाथी जैसे अंकल मेरे बारे में सोच रहे थे -"मुझे लगता है, इस लौंडे को खूनी बवासीर हुआ है, इसीलिए यह टेढ़ा मेढ़ा चल रहा है और बैठ नहीं पा रहा है"।जबकि वहां कहीं भी बैठने के लिए जगह नहीं थी, तभी मेरे कानों में डॉक्टर साहब की आवाज पड़ी वह हमारे सामने बेंच लगाए बैठे हुए थे उन्होंने कहा -"डॉ राज जानता है, हर राज का इलाज"।"बताओ अपना राज और कराओ अपना इलाज"।डॉक्टर राज ने उस मोटे आदमी से पूछाउस मोटे आदमी ने धीरे से कहा -"डॉक्टर साहब बवासीर हुआ है"।डॉक्टर ने जोर से पूछा -"कहां हुआ है, खूनी बवासीर"?मोटे आदमी ने गुस्से में कहा -"मेरे पैर में हुआ है"डॉक्टर ने कहा -"अच्छा हुआ पैरों के बीच में नहीं हुआ"अगला नंबर आंटी का था, वह अपने पल्लू से मुंह छुपाते हुए डॉक्टर के सामने जाकर धीरे से बोली -"डॉक्टर साहब, 4 दिन से पेशाब नहीं आ रही है"।डॉक्टर ने जोर से कहा -"4 दिन से पेशाब बंद है और तुम अब आ रही हो, कितना पानी पिया 4 दिन में"?आंटी ने कहा -"सिर्फ एक गिलास"।डॉक्टर ने कहा -"खाने से वह बनता है और पानी से पेशाब बनता है, पानी नहीं पियोगे तो पेशाब कहां जाएगा, जाओ पानी पियो"।फिर मेरा नंबर आया डॉक्टर ने पूछा -"क्या हुआ है तुम्हें"?मैंने कहा -"कुछ भी नहीं"।डॉक्टर ने पूछा -"तो यहां क्यों आए हो"?मैंने कहा "कुछ हो जाए इसलिए"।डॉक्टर ने पूछा -"ऐसा कब से हो रहा है"?मैंने कहा "मुझे नहीं पता"।डॉक्टर ने पूछा -"फिर किसे पता है"।मैंने कहा -"पता नहीं"।डॉक्टर ने पूछा -"सनी लियोन को देखकर कैसा लगता है"?मैंने कहा -"राखी बंधवाने का मन करता है"।डॉक्टर ने पूछा -"इमरान हाशमी के हॉट सीन देखकर कैसा लगता है"?मैंने कहा "जैसे भूखा शेर खाना खा रहा हो"।डॉक्टर ने पूछा -"डर्टी वीडियो देखकर कैसा लगता है"?मैंने कहा "जैसे मिकी माउस पर बच्चे उछल कूद कर रहे हो"।डॉक्टर ने कहा -"तुम्हें दवा की नहीं, दुआ की जरूरत है फिर भी ट्रिपल एक्स के सो कैप्सूल दे रहा हूं, रोज एक साथ 10 कैप्सूल खाना, सुधार हो तो वापस आना, नहीं तो ताली बजाना, सीख जाना"।मैंने ट्रिपल एक्स के कैप्सूल उठाएं और दोस्त से कहा -"चलो"।तो दोस्त ने कहा -"अबे जा रे हिजड़े"।और वह डॉक्टर के सामने बैठ गया, मैं हैरान रह गया, उसने मुझे हिजड़ा कहा इसलिए नहीं, वह, वहां बैठ गया इसलिए, इसीलिए मैं भी वही खड़ा हो गया।डॉक्टर ने दोस्त से पूछा -"बताओ अपना राज और कराओ अपना इलाज"।दोस्त ने कहा -"चड्डी खराब बीमारी हुई है, "डॉक्टर साहब"! "बिना कुछ किए ही सपनों में रोज, कुप्पी खाली हो जाती है, कोई दोस्त कहता हैं, स्वपनदोष है, कुछ दोस्त कहते हैं नाइट फेल हो गई हैं, मुझे लगता है इस बीमारी को चड्डी खराब नाम देना ज्यादा अच्छा होगा"।डॉक्टर ने कहा -"मुझे मत सीखा, किस बीमारी का क्या नाम है"? "इसे ड्रीम सेक्स कहते हैं नालायक"! "अब यह बता यह किस उम्र से शुरू हुआ"?दोस्त ने कहा -"17 साल की उम्र से खतरा मंडरा रहा है, पूरे 4 साल हो, गए डॉक्टर साहब"।डॉक्टर ने कहा -"1 साल और ऐसे ही चलने दे फिर सब ठीक हो जाएगा, क्योंकि 1 साल बाद तू भी तेरे दोस्त जैसा हो जाएगा और तेरी बीमारी जड़ से खत्म हो जाएगी"।फिर बाहर निकले तो आंटी जी हमारे इंतजार में खड़ी थी आंटी जी ने कहा -"बेटा, मेरी बीमारी के बारे में किसी को बताना मत"।मैंने कहा "आंटी जी, आप भी हमारी बीमारी के बारे में किसी को बताना मत"।😀😀😀😀🙏🙏