Paththardil Pyaar - 3 in Hindi Love Stories by Sri books and stories PDF | पत्थरदिल प्यार - 3

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पत्थरदिल प्यार - 3

न्यू यॉर्क की रातें चमकती थीं,

पर दिया अरोड़ा की ज़िंदगी में सिर्फ़ अंधेरा और मेहनत थी। उसका मासूम दिल ईशान मल्होत्रा के लिए धड़कता था, पर उसका प्यार हर बार उसे सिर्फ़ दर्द और अपमान देता था। आज की कहानी में हंसी, तनाव और भावनाओं का तूफान एक साथ उमड़ने वाला था, जो दिया के दिल को और भी तोड़ देगा।


रात की मेहनत और सुबह की उम्मीद

रात के समय, कॉलेज की कैंटीन में दिया ग्राहकों को कॉफी परोस रही थी ☕। घंटों तक खड़े रहने से उसकी गर्दन में दर्द होने लगा। आधी रात को, जब वो सड़क पर चल रही थी, उसने अपनी गर्दन को मलते हुए सोचा, हाय, फिर से गर्दन में दर्द!


पर अभी तो एक और पार्ट-टाइम नौकरी बाकी है। थकी हुई, वो एक रेस्टोरेंट में पहुँची, जहाँ वो बर्तन धो रही थी और फर्श साफ कर रही थी, उसका चेहरा थकान से लटक रहा था 😓।


घर पहुँचते ही वो बिस्तर पर मृत शरीर की तरह गिरी और तुरंत सो गई। नींद में भी उसका दिल बड़बड़ा रहा था, “आज मेरे ईशान ने मुझे देखा... 😊” भूल गई कि ये कल की बात थी, क्योंकि अब सुबह के 2:30 बज रहे थे।


सुबह कॉलेज के प्रवेश द्वार पर, दिया ईशान का इंतज़ार कर रही थी। तभी ईशान अपनी लग्ज़री कार से उतरा, उसका मर्दाना अंदाज़ देखकर दिया का दिल फिर धक-धक करने लगा 💓।


उसकी नज़रें ईशान से मिलीं, और वो मासूमियत से मुस्कुराई। लेकिन ईशान ने उसे घृणा भरी नज़र से देखा और बड़बड़ाया, “टच, कितनी घिनौनी!” दिया का दिल चकनाचूर हो गया 😞, और वो उदास होकर नज़रें झुका ली।


अपमान का नया दौर

तभी सलोनी, ईशान की दोस्त, ने उसे चिढ़ाते हुए कहा, “क्यों यहाँ खड़ी है? अगर उससे बात करनी है तो जा ना!” और उसने दिया को धक्का दे दिया। दिया के हाथ में था एक मिल्कशेक, जो धक्के की वजह से ईशान के सूट पर गिर गया। ईशान का चेहरा गुस्से से लाल हो गया 😣। “स...सॉरी,” दिया ने हड़बड़ाते हुए कहा।



ईशान ने उसका हाथ पकड़ा और जोर से एक थप्पड़ मार दिया। “तू घिनौनी कचरा!” उसने चिल्लाया। दिया ज़मीन पर गिर पड़ी, अपनी गाल को पकड़कर स्तब्ध। तभी आर्यन बोस, उसका दोस्त, बीच में आ गया।

“अरे, तूने उसे थप्पड़ क्यों मारा? तेरी दोस्त ने ही उसे जानबूझकर धक्का दिया! स्टूडेंट काउंसिल लीडर होकर तुझे किसी पर हाथ उठाने का हक है?”



दिया ने आर्यन का हाथ पकड़ लिया, “नहीं, मैंने गलती की। कृपया इसे और न बढ़ाओ।” आर्यन ने गुस्से से कहा, “दिया, तुझे कब अहसास होगा?” लेकिन दिया ने उसे अनसुना कर दिया और ईशान के सामने खड़ी हो गई। उसने अपना हाथ बढ़ाया, “कृपया अपना सूट दे दो, मैं इसे साफ कर दूँगी।”


ईशान ने गुस्से में अपना सूट उतारा और उसके चेहरे पर फेंक दिया। “मेरे सामने दोबारा मत दिखना!” वो गुस्से में अंदर चला गया। आर्यन ने कुछ कहना चाहा, पर दिया ने उसका हाथ पकड़कर रोका, “बस, और नहीं।”


गपशप और हंसी का दौर

कॉलेज में गपशप का बाज़ार गर्म था। एक लड़की ने हँसते हुए कहा, “सुना? उस चिपकू चींटी ने सुबह बड़ा हंगामा किया!” सलोनी ने चटखारे लेते हुए कहा, “वो अपने कचरे जैसे लुक के साथ प्रवेश द्वार पर खड़ी थी, सोचा उसे सबक सिखाऊँ। पर ये तो मेरी उम्मीद से भी ज़्यादा मज़ेदार हो गया!”



स्टीफन, ईशान का दोस्त, बोला, “विश्वास नहीं होता कि ईशान, जो अपनी इज्ज़त को सबसे ऊपर रखता है, ने सबके सामने उस कचरे को थप्पड़ मारा। इससे पता चलता है कि उसने हमारे लीडर को कितना गुस्सा दिलाया!” एक रैंडम लड़की ने तंज कसा, “टच, उसे तो ये डिज़र्व था!”



ईशान क्लास में घुसा, उसका चेहरा गुस्से से तमतमाया हुआ था। वो अपनी सीट पर बैठा, मुट्ठियाँ भींचे हुए, जैसे गुस्सा अभी भी ठंडा नहीं हुआ था 😣।


आँसुओं से धुला सूट

बाहर, दिया ईशान का सूट धो रही थी, उसकी आँखें आँसुओं से भरी थीं 😢। आर्यन ने पास खड़े होकर कहा, “अब खुश हो? तुझे समझ आया कि वो कितना घमंडी और बेरहम है? कम से कम अब अपनी ये बेकार जिद छोड़ दे।”



दिया ने सूट धोया और पलटकर कहा, “मैं इसे उसे दूँगी।” आर्यन ने चेतावनी दी, “सुन, अगर तू फिर उसके सामने गई, वो और बड़ा हंगामा करेगा।” लेकिन दिया ने मुस्कुराकर कहा, “चिंता मत कर, मैं कुछ नहीं करूँगी। इसे देने के बाद सीधे क्लास में लौटूँगी।” वो सूट लेकर चली गई। आर्यन ने गुस्से में बड़बड़ाया, “कब सुनेगी तू, बेवकूफ!”


दिया ने चिल्लाकर जवाब दिया, “सुनूँगी! इसे देने के बाद!”

गंध और गुस्से का तमाशा


लंच के समय, कैंटीन में हल्की सी मिल्कशेक की गंध फैली थी। एक लड़की ने नाक सिकोड़कर कहा, “ये दूध की बदबू कहाँ से आ रही है? घिनौनी है!” दूसरी लड़की ने उसे चुप कराया, और तभी ईशान वहाँ से गुज़रा। उसकी नज़रें गुस्से से लाल थीं।



रिया मेहता उसके सामने आई। ईशान ने उसे देखा, पर रिया ने नाक रगड़ते हुए उसे क्रॉस किया, जैसे गंध उसे परेशान कर रही हो। ईशान का गुस्सा और भड़क गया 😡। तभी दिया वहाँ पहुँची, उसके हाथ में साफ किया हुआ सूट था। “तुम्हारा सूट, मैंने इसे अच्छे से साफ किया,” उसने मासूमियत से कहा।



ईशान ने लाल आँखों से उसे घूरा। उसने गुस्से में दिया का गला पकड़ा और उसे दीवार पर दे मारा। दिया हैरान रह गई, उसकी साँसें रुकने लगीं। आसपास के स्टूडेंट्स डर से देख रहे थे। सलोनी ने कुछ नहीं कहा, बस तमाशा देखती रही।



एक स्टूडेंट ने हँसते हुए कहा, “अरे, उसे मार मत डाल, फिर हमारा मनोरंजन कौन करेगा?” ईशान ने उसे इतनी खतरनाक नज़र से देखा कि वो चुप हो गया। फिर उसने दिया का हाथ पकड़ा और उसे स्टोररूम में खींच ले गया। वहाँ उसने दिया को ज़मीन पर धकेल दिया।



दिया खाँसते हुए साँस लेने की कोशिश कर रही थी। ईशान ने गुस्से में उसे फिर थप्पड़ मारा। “तू कचरे का टुकड़ा! मैंने कहा था मेरे सामने मत आना!” उसने फिर से थप्पड़ मारे। दिया के मुँह से खून निकलने लगा, उसकी आँखें आँसुओं से भरी थीं। “तुझे हिम्मत कैसे हुई मेरे सामने खड़े होने की? मर जा!” उसने एक और जोरदार थप्पड़ मारा।


दिया का शरीर कमज़ोर पड़ गया, और वो बेहोश होकर ज़मीन पर गिर पड़ी 😢। तभी लेक्चरर और कुछ स्टूडेंट्स स्टोररूम में घुस आए, डर और हैरानी से देखते हुए।


इन्फर्मरी में आँसू

जब दिया की आँखें खुलीं, वो कॉलेज की इन्फर्मरी में थी। उसके गाल और पेट में असहनीय दर्द था। “आह...” उसने कराहते हुए कहा।



डॉक्टर ने उसकी तरफ देखा। “तू जाग गई। तेरा दोस्त आर्यन यहाँ था, अभी-अभी गया। तू कैसी है?”

दिया ने सिर हिलाया, “दर्द हो रहा है।”


डॉक्टर ने चिंता से कहा, “होगा ही, इतने थप्पड़ और घूँसे खाने के बाद। मैंने पेनकिलर इंजेक्शन दिया है, दर्द कम होगा।”


दिया ने तकिए पर सिर टिकाया और आँसुओं भरी आँखों से दीवार की तरफ देखने लगी। “क्यों? क्यों तुमने मुझे मारा, लात मारी? क्या मैंने फिर से तुम्हें गुस्सा दिलाया? 😢

😭╥﹏╥╥﹏╥क्या तुम मुझसे इतनी नफरत करते हो कि मुझे मार डालना चाहते हो? मैं सॉरी बोलती हूँ। मेरी वजह से तुम्हें सबके सामने अपनी ठंडक खोनी पड़ी। सॉरी,

मैं अब तुम्हें फिर कभी परेशान नहीं करूँगी   Ó╭╮Ò।” उसकी आँखों से आँसू बह निकले, और वो चुपचाप उन्हें पोंछती रही।