📍पिछले अध्याय तक:
अनन्या ने Mount Crimson पर ‘Project D.E.V.I.L’ की असलियत देखी।
आर्यन जिंदा था… लेकिन बदल चुका था।
और अब सवाल सिर्फ इतना नहीं कि कौन बचा, बल्कि ये है —
“किसे बचाना चाहिए?” 😶🌫️
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🌌 शुरुआत – एक सपना या संकेत?
रात...
अनन्या एक अजीब सपना देखती है —
वो चर्च के अंदर है 🕯️💒
हर तरफ मोमबत्तियाँ… पर किसी का चेहरा नहीं दिख रहा…
सिर्फ एक भारी आवाज़ —
> “उसने शरण मांगी थी… लेकिन वो सच लाया था। चर्च ने उसे बंद किया, मिटाया नहीं।” ⛓️🗝️
उसने आंखें खोलीं —
> “वो चर्च… जो बंद था… वहीं तो सब शुरू हुआ था।” 😳
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🏰 पुराना चर्च – सच का दरवाज़ा
सुबह होते ही वो उसी चर्च पहुंची जो बचपन से बंद था।
जहाँ पहली बारिश में रयान से पहली बार टकराई थी…
अब उसे याद आया — रयान वहीं से आया था। 😨
गेट पर खुदी हुई इबारत:
> “Here lies the voice that rose... and fell.” 🕯️📜
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🕳️ तहख़ाने की सीढ़ियाँ
दरवाज़ा खुद खुल गया…
नीचे एक तहख़ाना था — सीढ़ियाँ लहू से रंगी हुई थीं 🩸🔦
वो नीचे गई, टॉर्च जलाकर…
और देखा —
तीन ताबूत
और दीवार पर नाम —
> “Rayan Kaul 🧍♂️
Aryan Malhotra 🧍♂️
Kunal Sehgal 🧍♂️”
पर तीनों ताबूत... ख़ाली थे 😰
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📜 चर्च की डायरी – "The Sacred Error"
एक पुरानी पवित्र किताब खुली पड़ी थी —
> "The Sacred Error: 1993"
> "तीन बच्चों को ईश्वर की छाया समझ कर चुना गया…
उनके ज़हन में एक चेतना रोपित की गई…
ताकि 'The Voice' फिर से उठ सके…" 📖🧬
अनन्या कांप उठी —
> “तो ये सब बचपन से सेट किया गया था?” 😱
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📷 रयान और कैमरा – एक और चेहरा?
दीवार पर एक पुरानी सीसीटीवी टेप चल रही थी —
रयान, कुणाल और आर्यन बचपन में चर्च में खड़े थे।
एक पादरी कुछ पढ़ रहा था —
> “These are the bearers of D.E.V.I.L...
They won’t die… they will replicate.” 🧛♂️🔁
फिर अचानक एक काली छाया सब कुछ निगल गई…
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❤️ आर्यन और अनन्या – भावनाओं की पहली दरार
चर्च के तहख़ाने में ही, पीछे से एक धीमी सी सांस की आवाज़ आई —
आर्यन खड़ा था… थका हुआ, टूटा हुआ… लेकिन ज़िंदा।
> “मैं भागा नहीं, अनन्या… मुझे छुपाया गया था।”
“इस चर्च ने मुझे बचाया… या कैद किया, अब भी नहीं जानता।”
अनन्या ने उसकी ओर देखा, आँखों में नमी 🥺
> “और तुमने मुझे क्यों नहीं बताया…?”
> “क्योंकि मैं जानता था, तुम मुझे बचा लोगी…
भले ही मैं अब वही ना रहा हूं…” 💔
> “तुम आज भी वही हो मेरे लिए…” वो फुसफुसाई 🫂
दोनों कुछ पलों तक एक-दूसरे के बेहद क़रीब थे…
गर्म सांसें… और वो पहली सच्ची, टूटी-सी, लेकिन ज़िंदा-सी मुस्कान…
💏✨
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🔓 चर्च का सच – मासूम नहीं था!
आर्यन ने कहा —
> “यह चर्च अब सिर्फ इबादत की जगह नहीं… यह एक लैब था।
यहीं D.E.V.I.L के असली ट्रायल हुए थे।”
तभी एक दीवार पीछे से खुल गई —
एक सीक्रेट रूम जिसमें स्क्रीनें थीं, तारों के जाल, और दिमागी नक्शे 🧠💡
एक वॉइस रिकॉर्डिंग ऑटो-प्ले हुई —
> "अनन्या वर्मा — Phase II Candidate.
Memory Retention: 87%. Stability: Unstable." 📈
> “मैं भी… एक हिस्सा हूं?” 😨
आर्यन का चेहरा गिर पड़ा…
> “तुम्हें चुना गया था… पर तुमने सिस्टम को तोड़ा।”
“तुम वो हो… जो बच सकती है।” 🧬🔥
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⚰️ तीन ताबूतों का सच
अनन्या ने तीन ताबूतों को फिर से देखा —
अब उन पर चेहरे उभरने लगे थे — जैसे स्मृतियाँ लौट रही थीं।
तीनों दोस्त, तीन होस्ट…
पर अब उनमें से सिर्फ एक पूरी तरह जाग चुका था…
रयान नहीं… कुणाल नहीं… आर्यन भी नहीं…
बल्कि —
अनन्या खुद। 😳
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🧨 अंतिम काउंटडाउन शुरू
कमरे के कोने में एक स्क्रीन लाल हो गई —
> “MEMORY RESET IN 72 HOURS”
“If not stopped, Phase III will commence.” ❌💥
> “तो अब हमें ये सब खत्म करना होगा।”
अनन्या ने दृढ़ता से कहा।
आर्यन ने उसका हाथ थामा —
> “साथ में…” 🤝❤️🔥