Oral Hygiene in Hindi Health by S Sinha books and stories PDF | ओरल हाइजीन

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ओरल हाइजीन

                                                                                      ओरल हाइजीन 

 

टंग स्क्रेपर ( Tongue Scraper )  या जीभ खुरचनी 


ओरल  हाइजीन ( Oral Hygiene ) , जिसे मौखिक हाइजीन भी कहते हैं ,का अर्थ हुआ मुंह और दांतों को स्वस्थ और साफ़  रखने की आदत  . हम ओरल  हाइजीन में दांतों को ब्रश करना , फ्लॉस करना और बीच बीच में डेंटिस्ट के यहाँ जा कर उनकी चेकिंग करते  हैं  . इसके अतिरिक्त  जीभ की सफाई पर भी नियमित रूप से ध्यान देना चाहिए  . ऐसा करने से दंत रोग और मुंह या सांसों से बदबू की समस्या से बचा जा सकता है  . 


जीभ की सफाई क्यों जरूरी - जब हम ब्रश करते हैं तब दांतो  को बैक्टीरिया से मुक्त करते हैं और जब फ्लॉस करते हैं तब दांतों के बीच के बैक्टीरिया को हटाते हैं  . पर जीभ का क्या होगा ? हमारे मुंह में अनेक बैक्टीरिया होते हैं जिनमें कुछ अच्छे होते हैं और कुछ बुरे या हानिकारक होते हैं , खासकर जो जीभ के इर्द गिर्द रहते हैं  . इन्हें नहीं हटाने से इनकी संख्या बहुत ज्यादा बढ़ जाती है और जीभ नेचरल हल्का पिंक नही रहता है . जीभ पर बैक्टीरिया , डेड सेल और गंदगी ( खाद्य पदार्थ के अवशेष ) का  एक सफ़ेद या हल्का पीला लेयर बैठ जाता है जिसके चलते मुंह से दुर्गंध आती  है और अन्य मौखिक रोग या पाचन क्रिया बाधित होने की संभावना रहती है  . डीहाइड्रेशन , स्मोकिंग , पुअर  ओरल हाइजीन  और ज्यादा शुगर युक्त भोजन से बैक्टीरिया का जमावट बढ़  जाता है  .  इसलिए ब्रशिंग और फ्लॉसिंग के अलावा जीभ को खुरच कर साफ़ करना भी उतना ही जरूरी है . टंग स्क्रेपिंग के बाद मुंह , जीभ और स्क्रेपर  को रिंज कर लें  . 


जीभ खुरचने  के लिए आमतौर हम टंग स्क्रेपर या जीभ खुरचनी का प्रयोग करते हैं  . टंग स्क्रेपर तरह तरह के शेप में मिलते हैं , जैसे सीधा या आधा गोलाकार जिसके दोनों छोर पर सीधा हैंडल होता है जिसे पकड़ कर जीभ साफ़ कर सकते हैं  . आमतौर पर खुरचनी स्टेनलेस स्टील , तांबा और प्लास्टिक का  बना  होता है  . आप अपनी सुविधा या पसंद के अनुसार कोई भी टंग स्क्रेपर यूज कर सकते हैं  . प्लास्टिक वाले स्क्रेपर को समय समय पर बदलते रहना चाहिए  . 


जीभ कैसे खुरचें - यह बहुत ही आसान है , स्क्रेपर को पकड़ कर जीभ को अंदर से बाहर की तरफ खुरचना चाहिए  . आवश्यकतानुसार  एक ,  दो या और भी ज्यादा बार खुरच सकते हैं ताकि जीभ पर सफ़ेद लेयर न हो और जीभ नार्मल हल्का पिंक दिखे  . ध्यान रहे इसके लिए बहुत ज्यादा  शक्ति या प्रेशर की जरूरत नहीं है बल्कि हल्के प्रेशर से जीभ की सफाई करें  . 


हालांकि थोड़ी मात्रा में जीभ पर बैक्टीरिया के  लेयर को नजरअंदाज किया जा सकता है पर यह ज्यादा न बढ़े  इसके लिए नियमित रूप से ब्रशिंग और फ्लॉसिंग के साथ जीभ को भी खुरचते रहना चाहिए  . 


टंग स्क्रेपिंग से लाभ - 


यह जीभ से बुरे बैक्टीरिया को हटाता है  . बैक्टीरिया का जमावट बढ़ने से ड्राई माउथ की समस्या भी बढ़ सकती है  . 
जीभ नेचरल साफ़ और स्वस्थ दिखता है  .  हमारा जीभ फ्लैट या सीधा सपाट नहीं होता है  . इस पर सैकड़ों छोटे छोटे उभार बिंदु ( bumps ) होते हैं जिन्हें  पपिल्लै  ( papillae ) कहते हैं  जो फ़ूड के स्वाद और टेक्सचर का अनुभव हमें कराते  हैं . इन बिंदुओं पर बैक्टीरिया का जमा होना आसान और स्वाभाविक है  . इसलिए उनके बढ़ने के पहले ही टंग स्क्रेपर या जीभ खुरचनी से सफाई करनी चाहिए  . 

मुंह और सांसों की दुर्गंध से बचाव - जीभ की सफाई नहीं करने से उन पर बैठे  बैक्टीरिया मुंह में फ़ैल जाते हैं  . उनकी सफाई नहीं होने से मुंह से दुर्गंध आती है  . 

बेहतर स्वाद - जीभ की सफाई से  पपिल्लै पर बैक्टीरिया जमा नहीं हो पाता है जिसके चलते हम फ़ूड का नेचुरल स्वाद अनुभव कर सकते हैं  . 

हालांकि टंग क्लीनिंग एक सरल हेल्दी ओरल हाइजीन है अधिकतर पश्चिमी विकसित देशों में अक्सर लोग ऐसा नहीं करते हैं  . ऐसा वहां  के डेंटिस्ट एसोसिएशन द्वारा टंग स्क्रेपिंग का पूर्ण समर्थन और अनुमोदन नहीं करने से है  . आमतौर पर लोगों की धारणा है कि ब्रश करने से जीभ और दांत दोनों साफ़ हो जाते हैं  . उनकी संस्कृति में यह परंपरा नहीं रही है जबकि दक्षिण पूर्व एशिया और यूरोप के कुछ भाग में यह परंपरा सदियों से रही है  इसके अतिरिक्त अक्सर लोग इसे अनावश्यक काम समझते हैं  . हाल में वहां के  कुछ डेंटिस्ट एसोसिएशन ने टंग स्क्रेपिंग की ओर लोगों की जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया है  .  


बॉटम लाइन - जीभ की सफाई एक  बेहतर ओरल हाइजीन है  .  इससे बुरे बैक्टीरिया से मुक्ति मिलती है , मुंह से  दुर्गंध से राहत मिलती है और भोजन के नेचुरल स्वाद महसूस करने में मदद मिलती है  . जीभ खुरचते समय  ज्यादा बल या प्रेशर नहीं दें अन्यथा जीभ को चोट पहुँचती है और खून भी निकल सकता है  . 


समाप्त