हैलो दोस्तो!!!
" मेरी नियु मुझे ऐसे ही तड़पा रही थी और मे भी उस से मिलने के लिये उसके साथ बात करने के लिये तड़प रहा था लेकिन मुझे बहुत ही डर लग रहा था की केसे बात करू ? शुरू कहाँ से करू ? ऐसे कई सारे सवाल मन मे उठ रहे थे । फिर सोच रहा था की मेरी प्यारी बहेन को ही बात करने के लिये बोल दु की वो हमारी बात करवाये लेकिन नही नही इतनी छोटी सी बात के लिये बहेन को क्या तकलीफ देना वेसे भी उसे पता लगेगा तो मेरी खिल्ली ही उडाने वाली है की एक लड़की से बात नही कर पा रहा है मेरा भाई। इस लिये नही उससे छुपाना ही ठीक रहेगा । "लेकिन अपनी पसन्दीदा लड़की से पेहली बार बात करना कितना ही मुश्किल होता है यार मेने स्टेज पर जाके कई बार स्पीच दी है क्लास मे बहुत बार presentation भी दिया है हमेशा प्रोफेसर सवाल पुछेत्ते हें तो मेही खड़ा हो के जवाब देता हूँ इतना सारा कोनफिडेंस है मेरे पास लेकिन क्या फायदा मेरी सेहजादी के सामने तो मुझसे कुछ बोला ही नही जाता है ।
मेरे लिये तो ऐसा लग रहा था की नियु से बात करना दुनिया का सबसे मुश्किल काम है लेकिन फिर भी ये मुश्किल काम करना तो था ही मैने बहुत प्रयास किये क्लास मे नियु से बात करने के लेकिन बात ही नही हो पाती थी उस और नियु कब से बात करने के लिये तड़प रही थी और यहाँ पे मे उससे बात करने के लिये तड़प रहा था।
जब मे कॉलेज से हॉस्टल पर आता था तब मे अपने आप से बहुत सारी बाते करता था और हर दिन का मेरा एक ही डाइलोग तो मानो फिक्स ही था की, " कोई बात नही आज नियु से बात नही हो पाई तो क्या हुआ कल पका बात होगी। " लेकिन जब मे क्लास मे उसे देखता तो बोलने की तो दूर की बात है खुद का नाम भी भूल जाता मेरा दिल सिर्फ नियु का हो जाता मेरे दिलो दिमांग का मानो कंट्रोल ही नियु के पास चला जाता था क्या करू ये शेर जब शेरनी से मिलता है तो खरगोश बन जाता है।
"ये प्यार का पागल पन बहुत खूब सूरत होता है प्यार वाले दुनिया से अलग नही होते उनकी दुनिया ही अलग होती है और वो दुनिया इतनी सुंदर होती है की हर किसी को नसीब मे ये दुनिया नही मिलती किस्मत से ही प्यार की फीलिंग मिलती है और मुझे और नियु को प्यार का ये पहला एहसास हुआ जो बहुत ही सुंदर था।
" इश्क की जात ना पूछे कोई इश्क ना हाथ बिकाये, इश्क का मजहब दिल का मजहब सब पीछे रेह जाये।
के साथी इश्क हुआ.... इश्क हुआ.... इश्क हुआ रे।"
प्यार का पहला एहसास जिसने भी किया हो वो भी ठीक से बया नही कर सकता की प्यार क्या होता है क्युकी ये एहसास सिर्फ और सिर्फ अनुभव करना होता है जो सिर्फ दो लोग ही कर सकते है कोई तीसरा दोनो के बारे मे सिर्फ कहाँनी लिख सकता है लेकिन उन दोनों का प्यार उनकी फीलिंग लिखना किसी के बस की बात नही है।
ये तो रही मेरी और से एक तरफी बाते अब नियु की और से जानते है, " पता नही मेरा हीरो कब मुझसे बात करेगा लेकिन वो कुछ तो करे सिर्फ एक कदम तो आगे बढ़ाये एक बार दोस्ती का हाथ तो बढ़ाये फिर मे प्यार के लिये तो यूही युवी को खिच लुंगी लेकिन पता नही युवी क्या सोच रहा है उसके दिल मे क्या मुझसे मिलने की तड़प है भी या नही ? या सिर्फ मे ही उस से प्यार करती हूँ युवी तो पता नही करता है भी या नही प्यार तो अभी छोड़ो लेकिन दोस्ती के लिये भी वो कितना तड़प रहा है और मुझे भी तड़पा रहा है लेकिन अब बस अब मुझसे भी रहा ही नही जाता है मे कल क्लास मे जाते ही उसे हग करके दोस्ती कर ही लुंगी।
अगले दिन मे सुबह सुबह कॉलेज मे सबसे पहले चली गई और क्लास मे युवी को मेने देखा वो तो मुझसे भी पहले आके मानो मेरा ही वेट कर रहा था मेने उसे सुबह सुबह देखा और हँसी तो उसने भी एक प्यारी सी समाइल दी। उसके बाद मे बेंच पर बैठी जैसे तेसै करके मे उस से बात करने ही वाली थी इतने मे प्रोफेसर आ गये और सारे स्टूडेंट भी धीरे धीरे करके आने लगे और क्लास शुरू हो गई आज फिर से मेरी युवी से बात नही हो पायी पता नही ये लड़का कब मुझसे बाते करेगा हाये... ये कितना प्यारा है कोई और लड़की इसके साथ दोस्ती करे उसके पहले मुझे उसकी दोस्त बन जाना है।
"लेकिन अब इंतेजार की घड़ियाँ समाप्त होने वाली थी मेरी युवी के साथ बात होने ही वाली थी लेकिन ये इतना भी आसान नही था जब हमारी पहली बार बात हुई तो बहुत ही हँसने वाला मोमेंट था साथ मे रोने वाला भी क्युकी हम दोनों कितनी ही दिनों से एक दूसरे को पा ने के लिये तरस रहे थे हमारे बीच क्या बाते हुई थी वो हम कहाँनी मे आगे जानेंगे। "
!! चलो दोस्तो चलती हूँ आगे की कहाँनी मे फिर से आपसे मिलती हूँ तब तक के लिये अपना ख्याल रखना!!