Feeling in Hindi Classic Stories by Vartika books and stories PDF | एहसास

The Author
Featured Books
Categories
Share

एहसास




--------------


वो एक कॉलेज का एंट्रेंस था । सारे स्टुडेंट कॉलेज से बाहर आ रहे थे । एक लड़का और लड़की दोनों साथ में बाहर आ रहे थे । लड़की के चेहरे पर कुछ परेशानी थी और लड़का! वो तो कहीं खोया हुआ था । उसने लड़की को अपनी एक बांह के घेरे में ले रखा था । लडकी लगातार उसे देखे जा रही थी । 


" तुम अब मुझे छोड़ दोगे ना ? " 

चलते चलते लड़के के पैर अपनी जगह पर ही जम गए । उसने सुनी आंखों से लड़की कि तरफ देखा और ना में गर्दन हिला दी । लड़के कि इशारा समझ लड़की आगे बढ़ गई थी । उसकी आंखें भर आईं थीं । वो जानती थी कि उसका बायफ्रेंड उसे छोड़ देगा । आखिर क्यो वो उसकी जिम्मेदारी लेगा । वो ये सब सोचते - सोचते आगे बढ़ी जा रही थी कि तभी किसी ने उसका हाथ पकड़ लिया। लड़की ने कसकर अपनी आंखें बंद कर ली और गहरी सासै भरने लगी । उसने जैसे ही आंखें खोली लड़का उसके सामने था । लड़की कि आंखें बड़ी हो गई और उसने एक लड़की सांस ली । वो सच में डर गई थी लड़के को अपने सामने देख । उसे लगा वो पीछे खड़ा है । 

" तुमने डरा दिया मुझे ! "
" डरा तो तुमने मुझे दिया है ...!!! " 
लड़के ने खोए हुए स्वर में कहा । लडकी शांत पड गई थी । तभी मानो लड़के को जैसे होश आया हो । उसने अपना सर झटका और लड़की कि तरफ मुस्कुराते हुए देखा ।

लड़की ने उसकी मुस्कान देखी तो उसे थोड़ी राहत मिली मगर ये राहत कुछ पल कि ही रही । अब उन्हें डॉ के पास जाना था । 

दोनो साथ में डॉ के पास जाने कि लिए चले गए । 




◾◾◾◾◾◾
वो एक अल्ट्रासाउंड वाला रूम था । उसमें एक लड़की बैड पर लेटी हुई थी । और डॉ एक मशीन उसके युटेरस के हिस्से पर घुमा रही थी । उसकी नजर सक्रीन पर बनी हुई थी । और अचानक से उसके चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कान आ गई । लड़की ने जब डॉक्टर कि मुस्कान को देखा तो उसका दिल बैठने लगा । वो भगवान से मनाने लगी कि जो वो सोच रही है वैसा कुछ ना हो मगर शायद भगवान उसके पक्ष में नहीं थे ।

" यू आर प्रेगनेंट! " डॉ टिसु से  लड़की का पेट साफ करते हुए बोली । 
बस ये सुनते ही लड़की फुट फुट कर रोने लगी । डॉ ने जब ये देखा तो वो परेशान हो गई और वो लड़की को संभालने लगी । 

" अरे अरे ..! इतनी अच्छी खबर पर आप रौ क्यो रही है ? " डॉ ने कन्फ्यूज होकर लड़की से पुछा 


" रोउ ना तो और क्या करूं ! में श्री सारी जिंदगी खराब हो गई ! " लड़की आंसू बहाते हुए बोली

ये सुनते ही डॉक्टर का चेहरा सख्त पड़ गया और वो सारा माजरा समझ गई । उन्होंने लड़की से कुछ नहीं कहा ।और शायद लड़की भी इस समय यही चाहती थी कि कोई उस से कुछ ना पुछे , कोई सवाल ना करें । 

तभी एक लड़का कमरे में दाखिल हुआ । उसका चेहरा भी उतरा हुआ था । उसे देख लग रहा था मानो सारी दुनिया का दुख उसके हिस्से ही आ गया है । उसने लड़की को असाय भाव से देखा और अपने हाथ लड़की के सामने जोड़ लिए । लड़की ये देख कर अपनी आंखें बंद कर सिसकियां भरने लगी । 


" अगर उस दिन मैं जिद्द नहीं करती तो आज ये नहीं होता ! हम ! तुम इस सीचुयशन में नहीं होते ! " लड़की सिसिकिया भरते हुए बोली ।

लड़के ने कुछ नहीं कहा और लड़की को अपने सीने से लगा लिया । 

क्या बात है ! इतनी बड़ी खुशी उनकी जिंदगी में आई मगर इस समय वो उनकी परेशानियों का कारण थी । 




क्रमशः
ये एक छोटी कहानी है । दिमाग में आई तो लिख दी । आप लोगों को पसंद आएगी । जिम्मेदारी और प्यार दोनों का एहसास कराएगी ये कहानी ।