Monster the risky love - 66 in Hindi Horror Stories by Pooja Singh books and stories PDF | दानव द रिस्की लव - 66

Featured Books
  • One Step Away

    One Step AwayHe was the kind of boy everyone noticed—not for...

  • Nia - 1

    Amsterdam.The cobbled streets, the smell of roasted nuts, an...

  • Autumn Love

    She willed herself to not to check her phone to see if he ha...

  • Tehran ufo incident

    September 18, 1976 – Tehran, IranMajor Parviz Jafari had jus...

  • Disturbed - 36

    Disturbed (An investigative, romantic and psychological thri...

Categories
Share

दानव द रिस्की लव - 66

फोटो किसने क्लिक की......

अब आगे...........


आपस में बातें करते करते विवेक और बाकी सब चौधरी फ़ार्म हाउस के बाहर थे....उस पूराने शिव मंदिर में इतना टाइम बीत गया कि वहां से आते आते शाम हो चुकी थी... विवेक कार से बाहर निकलता है तो सामने देखता है इशान गुस्से में हाथ बांधे खड़ा हुआ था.....
इशान : कहां थे इतनी देर....?
विवेक : भाई हम रोज वैली घुम रहे थे...
इशान : अच्छा तो सुबह ग्यारह बजे से अब पांच बजे तक तुम घुम ही रहे थे....
विवेक : ओह भाई ..... क्या हम यहां घूम नहीं सकते...?
इशान : घूमने के लिए मना नहीं है लेकिन तुम यहां के माहौल को जानते हो न.. जंगली जानवरों की वजह से यहां कोई ज्यादा देर तक नहीं रूकता...खैर छोड़ो ये सब , अब हमे निकलना चाहिए घर लिए  हम सब  बस तुम सब का ही वैट कर रहे हैं... जल्दी जल्दी अपना सामान लो और बैठो कार में....
चारों एक साथ हां में सिर हिलाकर अपना सामान लेने चले जाते हैं... विवेक को देखकर मालती उससे देर से आने के लिए पूछती है....तब विवेक सिर्फ घूमने वाली बात कहकर सीधा अपने रूम में चला जाता है....
विवेक अपने रूम में आकर दरवाज़ा बंद कर लेता है और उस वशीकरण लाकेट को निकालकर अपने आप से कहता है...." बस बहुत हुआ तक्ष तेरा ये खेल ....अदिति को नुकसान पहुंचाने के लिए मैं तुझे जिंदा नहीं छोडूंगा...बस अब जल्द ही तेरी ये खून की बूंदें तुझे हमेशा के लिए मौत की नींद सुला देंगी ...." इतना कहकर विवेक अपने फोन को उठाकर उसमें अदिति का नम्बर डायल करता हैं...चार पांच बार काॅल करने के बाद जब कोई रिप्लाई नहीं मिलता तो अपने फोन को बैड पर पटक देता है...." अदिति क्यूं फोन नहीं उठा रही हो माना हमारे बीच कुछ गलतफहमियां हो गई है लेकिन प्लीज़ तुम समझो तो...." विवेक परेशान सा होकर बैड पर बैठ जाता है तभी उसे अचानक कुछ ध्यान आता है ..कि नौकरों‌ पर नजर रखने के लिए कामनाथ जी ने फार्म हाउस में हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए है...और तुरंत बाहर आता है। विवेक को ऐसे आते देख सुविता जी कहती हैं...." विवू... चलना नहीं है...."
विवेक : हां बड़ी मां बस पांच मिनट रुकिए मैं बस अभी आया...
सुविता : अरे लेकिन जा कहां रहा है....?
विवेक : बड़ी मां बहुत जरूरी काम है बाद में बताऊंगा ....(विवेक वहां से चला जाता है)
हितेन , कंचन और श्रुति सवालिया नज़रों से एक दूसरे को देखते हैं फिर हितेन के इशारे पर तीनों विवेक के पीछे चले जाते हैं...
मालती जी सुविता जी से कहती हैं ..." दीदी आपने बिगाड़ रखा है इसे किसी की नहीं सुनता..." मालती जी का साइड लेते हुए इशान ने कहा..." आपने बिल्कुल ठीक कहा चाची... मां ने इसे ज्यादा हुआ सर चढ़ा रखा है ..." सुविता जी इशान की तरफ घूरती है , जिससे इशान मालती जी के पीछे छिपे जाता है....
सुविता : माला तू चिंता मत कर मेरा विवू  बहुत समझदार है....इस इशान से तो बहुत ज्यादा....
सुविता जी की बात सुनकर इशान बच्चों की तरह रियेक्ट करता है..." मां.. मैं विवू से बहुत समझदार हूं..."
सुविता : हां पता है कितना समझदार है....चाय में चीनी की बजाय नमक डाल लिया...(सुविता जी की बात सुनकर मालती जी हंस जाती है)
इशान : मां उस टाइम में बहुत बिजी था...
सुविता : हां पता है..... तुम बिजी थे....
इशान : चाची आप समझाइए न ...
इनकी नोंकझोंक को रोकते हुए अमरनाथ जी ने कहा ....." अरे अब ऐसे ही इशान को परेशान करते रहोगे आप दोनों ... भाभी माला चलो गाड़ी में और ये विवू कहां है...
इशान : चाचा जी आप चलो ये विवू अभी आ रहा है...
अमरनाथ : ठीक है....
सुविता : ये सब करने क्या गये है और तीनों भी उसके पीछे चले गए....
इधर विवेक और बाकी सब सीसीटीवी कंट्रोल रूम में पहुंचते हैं.....
श्रुति : विवेक तुम यहां क्यूं आए हो...?..
हितेन : यार यहां सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं...?... हमें तो पता ही नहीं था...
विवेक : हां...(विवेक सारी सीसीटीवी फुटेज को आॅन करता है).....
श्रुति : इससे क्या होगा विवेक...?
विवेक : होगा श्रुति.... यही एक जरिया है हमारी मिस अंडरस्टैंडिंग को दूर करने का....
श्रुति : मतलब......?
विवेक फुटेज को देखते हुए कहता है...." कल की सारी फुटेज देखकर पता चल जाएगा, हमारी फोटोज़ किसने क्लिक की है...?
श्रुति : हां सही कहा विवेक.... देखो जल्दी...
विवेक कल रात की और आज सुबह की फुटेज को सर्च करने लगा... धीरे धीरे सारी फुटेज को रिवाइंड और फारर्वड करके देख रहा था तभी अचानक उसी सीन‌ पर स्टाॅप करता है....
विवेक : श्रुति देखो इस टाइम ही तुम गिरी थी...
श्रुति : हां विवेक.... देखो आसपास कौन है जिसने हमारी फोटो क्लिक की है...?
विवेक : हां श्रुति....
विवेक उस मूवमेंट की फुटेज को जूम और मूव करके देखने लगा पर अफसोस के साथ श्रुति को देखते हुए कहा..." यहां तो हमारे अलावा कोई नहीं है....." श्रुति भी हैरान परेशान सी सीसीटीवी फुटेज को देख रही थी....
श्रुति : हां विवेक यहां तो हमारे अलावा कोई नहीं है और हितेन भी अपने काम में लगा हुआ है (श्रुति की बात को काटते हुए हितेन ने कहा..." ओए कहना क्या चाहती है.. मैंने फोटो क्लिक की है तुम्हारी..." हितेन को शांत करते हुए विवेक बोला..." तू इतनी सी बात पर क्यूं भड़क रहा है उसने ऐसे ही बोल दिया..... उसने तुझ पर बेल्म नहीं किया है..." तभी बाहर से इशान के बुलाने की आवाज आती है...
विवेक : हम ये सब बाद में सोचेंगे पहले ये वीडियो क्लिप अपने फोन में ले लूं...
विवेक वीडियो क्लिप को अपने फोन में लेकर सारे सिस्टम आॅफ कर देता है.....
श्रुति : विवेक तीनों फोटो की वीडियो क्लिप ले ली न...
विवेक : हां श्रुति.....अब ये क्लिप ही हमारी दूरियों को खत्म करेगी.....
श्रुति : आई हाॅप सब ठीक हो जाए....
कंचन : तुम दोनों गलत नहीं हो इसलिए सब पहले जैसा ही हो जाएगा... विवेक तुम अदिति को मना तो लोगे लेकिन आगे क्या करना है.....
विवेक : सब बताऊंगा..... पहले घर चले....
तीनों एक साथ हां में सिर हिलाते हैं.... लेकिन चलते चलते विवेक का ध्यान वीडियो क्लिप पर था जिसमें अभी ये पता नहीं चला की आखिर फोटो किसने क्लिक की है....?
 
................. to be continued...........
आखिर फोटो किसने क्लिक की ...?
जानेंगे अगले भाग में........