Life Story of Emperor Ashoka in Hindi Mythological Stories by Aro de ri ka to ki books and stories PDF | सम्राट अशोक की जीवन कथा

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सम्राट अशोक की जीवन कथा

सम्राट अशोक, जिन्हें अशोक महान के नाम से भी जाना जाता है, मौर्य साम्राज्य के एक महान शासक थे। उन्होंने 269 ईसा पूर्व से 232 ईसा पूर्व तक शासन किया और उनके शासनकाल में मौर्य साम्राज्य पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में फैला हुआ था। अशोक ने कलिंग युद्ध के बाद बौद्ध धर्म अपना लिया और अपने शासनकाल में अहिंसा और धर्म के सिद्धांतों को बढ़ावा दिया. 

 

जन्म और प्रारंभिक जीवन:

•> अशोक का जन्म 304 ईसा पूर्व में हुआ था. 

•> वह चंद्रगुप्त मौर्य का पोता और बिंदुसार का पुत्र था. 

•> अशोक अपने पिता के समय उज्जैन और तक्षशिला का गवर्नर था. 

•> षडयंत्र कर अशोक एवं उनकी माता को राजमहल से निकाल दिया गया था । 

•> बिंदुसार से कहा गया , अगर बिंदुसार ने अशोक का चेहरा देखा उसी क्षण उसकी मृत्यु हो जाएगी । 

 

राज्याभिषेक:

•> अशोक को 269 ईसा पूर्व में सम्राट घोषित किया गया था. 

•> उन्होंने अपने शासनकाल के दौरान साम्राज्य को विस्तारित किया और कई महत्वपूर्ण सुधार किए. 

 

कलिंग युद्ध और बौद्ध धर्म का रूपांतरण:

•> अशोक ने 261 ईसा पूर्व में कलिंग पर विजय प्राप्त की थी, लेकिन इस युद्ध में हुए भारी नुकसान ने उन्हें बहुत प्रभावित किया. 

•> इस घटना के बाद अशोक ने बौद्ध धर्म अपना लिया और अहिंसा, धर्म और शांति के सिद्धांतों का पालन करने का निर्णय लिया. 

 

धम्म नीति:

•> अशोक ने "धम्म" नामक अपनी एक नीति शुरू की, जिसमें लोगों को नैतिक जीवन जीने और दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करने के लिए प्रेरित किया गया. 

•> उन्होंने पूरे साम्राज्य में धम्म शिलालेख स्थापित किए ताकि लोगों को उनकी नीति के बारे में बताया जा सके. 

 

अहिंसा और धर्म:

•> अशोक ने अपने शासनकाल में अहिंसा और धर्म को महत्व दिया और युद्ध को कम करने का प्रयास किया. 

•> उन्होंने बौद्ध धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए कई कदम उठाए और अन्य देशों में भी बौद्ध धर्म को फैलाने के लिए अपने शिष्यों को भेजा. 

 

सम्राट अशोक का निधन:

•> सम्राट अशोक का निधन 232 ईसा पूर्व हुआ था लेकिन उनका निधन कहां और कैसे हुआ यह बता पाना थोड़ा मुश्किल है।

•> तिब्बती परंपरा के अनुसार उसका देहावसान तक्षशिला में हुआ।

•> उनके एक शिलालेख के अनुसार अशोक का अंतिम कार्य भिक्षु संघ में फूट डालने की निंदा करना था।

•>संभवत: यह घटना बौद्धों की तीसरी संगीति के बाद की है।

•>सिंहली इतिहास ग्रंथों के अनुसार तीसरी संगीति अशोक के राज्यकाल में पाटलिपुत्र में हुई थी।

 

मौर्य साम्राज्य का पतन:

•> अशोक के बाद, मौर्य साम्राज्य कमजोर होने लगा और धीरे।

 

निष्कर्ष :

•> सम्राट अशोक मौर्य वंश के सबसे महान शासकों में से एक थे।

•> उनका जन्म लगभग 304 ईसा पूर्व हुआ था और वे सम्राट बिंदुसार के पुत्र थे।

•> उन्होंने 268 ईसा पूर्व मौर्य साम्राज्य की गद्दी संभाली और भारत के विशाल भूभाग पर शासन किया।

•> 261 ईसा पूर्व हुए कलिंग युद्ध की भयंकर विनाशलीला ने उनके हृदय को बदल दिया।

•> युद्ध के बाद उन्होंने अहिंसा और बौद्ध धर्म को अपनाया तथा धम्म नीति का प्रचार किया।

•> अशोक ने अपने शासनकाल में धर्म, न्याय और कल्याणकारी नीतियों को लागू किया।

•> उन्होंने भारत समेत श्रीलंका, मध्य एशिया और अन्य देशों में बौद्ध धर्म का प्रचार किया।

•> उनके शिलालेख और स्तंभ आज भी उनके प्रशासन और विचारधारा का प्रमाण हैं।

•> वे “धम्माशोक” के नाम से भी प्रसिद्ध हुए और जनता के प्रिय शासक बने।

•> 232 ईसा पूर्व में उनका निधन हुआ, लेकिन उनकी नीतियां आज भी प्रेरणा देती हैं।