The importance of kindness in Hindi Motivational Stories by DINESH KUMAR KEER books and stories PDF | दया का महत्व

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दया का महत्व

दया का प्रतिफल

एक समय की बात है, एक छोटे से गांव में एक गरीब ब्राह्मण रहता था। वह बहुत ही शांत और नम्र स्वभाव का था। वह अपने परिवार के साथ जीवन यापन करने के लिए संघर्ष करता था।

एक दिन, जब वह अपने परिवार के लिए भोजन की तलाश में था, तो उसने एक भूखे कुत्ते को देखा। कुत्ता बहुत ही कमजोर और बीमार था। ब्राह्मण ने अपने पास से थोड़ा सा भोजन निकाला और उसे कुत्ते को खिलाया। कुत्ता भोजन खाकर थोड़ा सा स्वस्थ हो गया।

कुछ दिनों बाद, ब्राह्मण को एक बीमारी हो गई और वह बहुत ही कमजोर हो गया। उसके पास कोई पैसा नहीं था जिससे वह अपना इलाज करा सके। वह बहुत ही परेशान था।

इसी समय, एक राजा उस गांव से गुजर रहा था। उसने ब्राह्मण की स्थिति देखी और उसके पास गया। राजा ने ब्राह्मण से पूछा कि वह कैसे बीमार हो गया। ब्राह्मण ने राजा को अपनी कहानी सुनाई।

राजा ने ब्राह्मण की कहानी सुनकर कहा कि वह उसका इलाज कराएगा। राजा ने अपने वैद्य को बुलाया और ब्राह्मण का इलाज करवाया। ब्राह्मण जल्द ही स्वस्थ हो गया।

ब्राह्मण ने राजा को धन्यवाद दिया और पूछा कि वह उसकी इतनी मदद क्यों कर रहा है। राजा ने कहा कि वह कुत्ते के रूप में ब्राह्मण की दया का प्रतिफल दे रहा है। राजा ने बताया कि वह कुत्ता वास्तव में एक देवता था जो उसकी परीक्षा लेने के लिए आया था।

शिक्षा:
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि दया करना एक बहुत ही अच्छा गुण है। जब हम दूसरों पर दया करते हैं, तो हमें इसका प्रतिफल जरूर मिलता है। दया करने से हम न केवल दूसरों की मदद करते हैं, बल्कि अपने जीवन को भी सुधारते हैं।





दया का प्रतिफल

एक समय की बात है, एक छोटे से गांव में एक गरीब ब्राह्मण रहता था। वह बहुत ही शांत और नम्र स्वभाव का था। वह अपने परिवार के साथ जीवन यापन करने के लिए संघर्ष करता था।

एक दिन, जब वह अपने परिवार के लिए भोजन की तलाश में था, तो उसने एक भूखे कुत्ते को देखा। कुत्ता बहुत ही कमजोर और बीमार था। ब्राह्मण ने अपने पास से थोड़ा सा भोजन निकाला और उसे कुत्ते को खिलाया। कुत्ता भोजन खाकर थोड़ा सा स्वस्थ हो गया।

कुछ दिनों बाद, ब्राह्मण को एक बीमारी हो गई और वह बहुत ही कमजोर हो गया। उसके पास कोई पैसा नहीं था जिससे वह अपना इलाज करा सके। वह बहुत ही परेशान था।

इसी समय, एक राजा उस गांव से गुजर रहा था। उसने ब्राह्मण की स्थिति देखी और उसके पास गया। राजा ने ब्राह्मण से पूछा कि वह कैसे बीमार हो गया। ब्राह्मण ने राजा को अपनी कहानी सुनाई।

राजा ने ब्राह्मण की कहानी सुनकर कहा कि वह उसका इलाज कराएगा। राजा ने अपने वैद्य को बुलाया और ब्राह्मण का इलाज करवाया। ब्राह्मण जल्द ही स्वस्थ हो गया।

ब्राह्मण ने राजा को धन्यवाद दिया और पूछा कि वह उसकी इतनी मदद क्यों कर रहा है। राजा ने कहा कि वह कुत्ते के रूप में ब्राह्मण की दया का प्रतिफल दे रहा है। राजा ने बताया कि वह कुत्ता वास्तव में एक देवता था जो उसकी परीक्षा लेने के लिए आया था।

शिक्षा:
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि दया करना एक बहुत ही अच्छा गुण है। जब हम दूसरों पर दया करते हैं, तो हमें इसका प्रतिफल जरूर मिलता है। दया करने से हम न केवल दूसरों की मदद करते हैं, बल्कि अपने जीवन को भी सुधारते हैं।