Me in 12th in Hindi Motivational Stories by indian navy books and stories PDF | Me in 12th

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Me in 12th

यह कहानी एक सच्ची घटना पे आधारित है ।

इस कहानी की शुरुआत होती है 2024 के जून के उन दिनों में जब लोग कही आम के पेड़ के नीचे चारपाई पे बैठे रहते है कही जामुन के तो एक माही नाम का लड़का है जो मेरा बहुत अच्छा दोस्त है और 12 वि में पहुंच गया था तो उन दिनों मेरे भैया आए थे और भी लोग थे तो वह मेरा दोस्त सूबे स्कूल गया था तो वापस आते टाइम मेरे घर से आ रहा था तो भैया ने मुझसे पूछा कि तुम क्यों नहीं जाते हो स्कूल तो मैने बोला कि पढ़ाई नहीं होती है स्कूल में ।

तो भैया ने बोला कि जय करो माही भी जाता है तो मैने बोला कि ठीक है जाऊंगा फिर कुछ दिन बीत गए मै स्कूल नहीं जा रहा था भैया ने फिर से बोला जाओ तो मेरा स्कूल जाने का मन नहीं करता था तो मैने सोचा कि लाइब्रेरी ज्वाइन करके पढ़ते है फिर मैने ज्वाइन किया उसके बाद मैं 2 बजे जय करता था पढ़ने फिर मुझे लगा कि समय कम मिलता है पढ़ने के लिए उसके बाद मैने 12 बजे जाना स्टार्ट कर दिया था फिर कुछ दिन बीत गए मैने 7 बजे जन शुरू कर दिया उसके बाद आता है मेरा हॉफ ईयरली एग्जाम तो हम स्कूल जाते हैं!

पेपर देते है अपने सब्जेक्ट का दो पेपर तो अच्छे से दिया उसके बाद आ जाता है नवरात्रि तो उसके लिए मिल जाती है कुछ दिनों के लिए छुट्टी स्कूल से फिर मै चला जाता हु अपने बड़ी मुनिक घर वहां पे मेला लगता है देखन के लिए छे दिन तक मेला देखता हु और वही से आके पेपर भी देता था उसके बाद मेला खत्म हुआ उसके बाद मैं फिर से लाइब्रेरी जाने लगा मेहनत अच्छे से करता था वहां पे मेरे कुछ अच्छे दोस्त भी बन गए थे ।

फिर आ गया दिसम्बर फिर मेरा एक दोस्त जून करता है लाइब्रेरी जिसका नाम था उत्तम और वो ज्वाइन करता फिर हम दोनों अच्छे से जाते है अच्छे मेहनत करते हैं और हम लोग साथ में खाना खाते थे दोपहर में उसके बाद फिर से पढ़ाई करने लगते थे समय बीतता गया आ गया जनवरी उसमें क्या होता हैं!

  • एक दिन मै शाम को लाइब्रेरी से घर आ  गया था वही कुछ सात  बजे के आस पास फिर नहीं का मेरे पास फोन आता हैं वो बोलता है कि मैं एक शादी में आया हु शिवम् की भाभी और एक लोग है जिनको तुम जाओ लेते है मेरे घर से आठ किलो मीटर दूरी से दी मै वहां पे जाता हु उसके बाद वहां पे खड़ा रहता हु कुछ बीत जाते है फिर भी वो लोग दिखाई दे रहे थे कह पे फिर मैं माही को फोन किया पूछा कहा हैं वो लोग तो बोला देखो वही होंगे।

तो मैने देखा कोई नहीं दिख रहा था एक घंटा से भी ज्यादा हो गया उसके बाद फिर से मै माही के पास फोन करता हु पूछता हु कहा है वो सब तो वो बोलता है कि वो लोग घर पहुंच गए है तो मुझे गुस्सा आता है और फिर मै उस से घुस हो जाता हु उसके बाद हमारा आ जाता है बोर्ड परीक्षा उसके बाद मैने हिंदी का पेपर दिया अच्छा गया फिर मैं सोचा की लाइब्रेरी नहीं  जाते हैं घर पे ही पढ़ते हैं तो। मैंने छोड़ दिया उसके बाद उसके बाद पूरा पेपर दिया फिर हमारा पूरा एग्जाम खत्म हो गया उसके बाद हम लोग पार्टी करते हैं।

फिर हम चार लोग मिलके एक दोस्त के घर डेली मैगी बनाते थे कभी कभी मैक्रोनी बनती थीं फिर हम खा के अपने घर चले जाते थे फिर एक दिन प्लान बना की चलो मुर्गा बनाते हैं फिर हम लोगों ने पैसा मिला के लाने के लिए गए घर से पांच किलो मीटर दूर लाते लाते हमे शाम हो गई उसके बाद हम लिए फिर बनाए अच्छे से फिर हम लोग आराम से मस्ती में खाए फिर एक ने बर्तन धुले उसके बाद हम सब अपने घर चले गए ।

उसके बाद कुछ दिन बीत जाने के बाद मैं मुम्बई आ जाता हु उसके बाद यह पे अपने पुराने दोस्तों से मिलता हु उनके साथ मैच खेलने जाता था  डेली घूमने जाता था कुछ दिनों तक वह पे घूमने के बाद मैं वह से तेलंगाना चला आया ।

फिर यह पे आने के बाद बहुत अच्छा लग रहा फिर आया मेरा रिजल्ट मै बहुत उत्सुक था देखने के लिए कुछ देर बाद जब वेब खुला तब पता चला कि मैं फेल हो गया हु उसके बाद अजीब सा लगने लगा फिर मैने भैया को फोन करके बताया कि फेल हो गया सब दोस्तो को बताया ।

अब पता नहीं क्यों कुछ भी अच्छा नहीं लगता यह पे जब पहली बार आया था तो ऐसा लग था है कि बहुत अच्छे शहर में आ गया हु पर अब पता नहीं कैसा लग रहा है जब से रिजल्ट आया  है ।

फिर मैने अपने अच्छे दोस्त माही से बात करना शुरू किया अब हमारी बात होती है अच्छे से मेरे दोस्त माही का 51% आया है मै फाई हो गया हु ।

आज मेरे साथ जो भी हुआ और जो भी मिला उसका सबसे अधिक प्रभाव मुझपर ही पड़ा मै हार गया रस्में जीत गई जवाना आगे निकल गया मै पीछे रह गया सब जुड़ गए मै टूट गया  वह छूट गए मै उलझ गया. दुनिया की भीड़ में सब एक साथ दिखाई देते है लेकिन मैं अकेला हु नितांत अकेला मेरे आगे मेरे मम्मी पापा भाई है और पीछे मेरे मम्मी पापा भाई हैं मै किसी का नहीं हु ऐसा मेरा मन कहता है पर मैं अपने मम्मी पापा भाई के लिए हु 🌼

अब खुश रहने की बहुत कोशिश करता हु पर हो ही नहीं पाता बार बार फेल फेल मन में चलता रहता है पहले था दोस्तो से फोन पे बात करता था पर अब किसी से बात ही नहीं करने का मन करता बस अकेले रहन का मन करता है ।तो ये थी मेरी स्टोरी 

THANKS FOR READING ~

@ash~writes

                                                       @zra_si_batein