गर्ल्स आल्सो फ़्लर्ट
मार्च का महीना था . मौसम सुहावना था , न गर्मी थी न ठंड थी . दो लड़कियां कार में सफर पर निकली थीं . उन्होंने कार की छत खुली रखी थी . वे किसी रिसॉर्ट में जा रही थीं . कार रिया ड्राइव कार रही थी , उसके सिर पर लाल रंग की कैप थी . इतने में हवा का एक झोंका आया और उसकी टोपी उड़ कर पीछे की तरफ दूर सड़क पर जा गिरी . बगल की सीट पर उसकी सहेली रंजना बैठी थी , उसने कहा “ अरे रोक तेरी टोपी उड़ गयी है . “
“ अब छोड़ उसे , पता नहीं कितनी दूर जा कर गिरी और अब तक हम करीब एक किलोमीटर आगे निकल आये होंगे . और वैसे भी अब तक न जाने कितने बाइक और कार ने उसे कुचल दिया होगा . “
पांच मिनट के अंदर ही एक तेज रफ्तार की बाइक उनकी कार के समानांतर चलती आयी . उस बाइक पर दो जवान लड़के बैठे थे . पीछे बैठे लड़के ने कहा “ हेलो गर्ल्स , आप में से किसी की टोपी उड़ गयी थी . फिर उसने टोपी को कार में फेंका और उनकी बाइक आगे निकल गयी . न किसी लड़की को थैंक्स कहने का अवसर मिला ना ही लड़कों ने रुक कर कुछ और बात करने की कोशिश की .
आधे घंटे के अंदर ही दोनों लड़के रिसॉर्ट पहुंचे . वे दोनों शिवा और चंद्रन थे . दोनों ही बी टेक के बाद MBA फाइनल ईयर में थे . MBA स्कूल की तरफ से रहने के लिए उन्हें एक रूम का स्टूडियो अपार्टमेंट मिला था . दोनों रिसॉर्ट के वाटर पार्क में गए और ड्रेस चेंज कर पूल में उतर गए .इसके पंद्रह मिनट के अंदर ही वही दोनों लड़कियां भी उसी वाटर पार्क के पूल में गयीं . उन्होंने भी ड्रेस चेंज कर पूल में प्रवेश किया . उस समय वाटर पार्क में और भी लोग मौज मस्ती कर रहे थे . उसमें सभी उम्र के लोग थे जिनमें लड़के ,लडकियां और बच्चे भी थे . कुछ देर के बाद दोनों लड़कों का सामना दोनों लड़कियों से हुआ .
शिवा ने हाथ हिलाकर रिया से कहा “ हाय , यू ! “
“ यस , हाय इट्स मी . “ रिया ने कहा फिर वे अलग हो गए .
लगभग एक घंटे के बाद शिवा और चंद्रन वहीँ पूल साइड रेस्टोरेंट में गए . एक टेबल पर बैठ कर दोनों ने कॉफ़ी आर्डर किया . इत्तफ़ाक़ से रेस्टोरेंट भरा था . शिवा के टेबल पर चार कुर्सियां थीं जिनमें दो खाली थीं . कुछ देर के बाद रिया और रंजना भी उसी रेस्टोरेंट में गयीं . उन को और कोई जगह नहीं मिली , दोनों घूमते फिरते उसी टेबल पर आयीं . खाली चेयर पर बैठते हुए रिया ने शिवा से कहा “ होप यू डोंट माइंड . . “
इस पर शिवा की तरफ इशारा करते हुए चंद्रन ने हँसते हुए कहा “ शिवा हैज नो माइंड . “
तब तक रंजना ने बैठते हुए कहा “ आपने अपने मित्र का इंट्रोडक्शन बिना पूछे दे दिया . “
“ चलो मैं भी बिन पूछे बोल दे रहा हूँ , आई ऍम चंद्रन . “
इस पर दोनों लड़किया हँस पड़ीं . फिर चंद्रन ने कहा “ तुम लोगों का भी नाम पता चल जाता … “
“ वाह अभी पूरा परिचय भी नहीं हुआ कि नाम और पता दोनों चाहिए आपको मिस्टर . “ रिया ने बीच में टोका
“ मिस , आपने तो बीच में ही मेरी बात काट दी थी , मेरा मतलब था तुम्हारा नाम पता चल जाता से था , मेरा मतलब एड्रेस से नहीं था . “
“ चलो मान लिया . “ रिया ने कहा , फिर आगे बोली “ आई ऍम रिया एंड शी इज माय बेस्ट फ्रेंड रंजना . “
रिया ने दो कोल्ड ड्रिंक आर्डर किया . कुछ देर तक चारों ने रिसॉर्ट के बारे में बातें की पर कोई भी पर्सनल बात नहीं हुई थी . तभी अचानक रिया उठी और रंजना से बोली “ चल उठ , रिसॉर्ट का चक्कर लगाते हैं . “
तभी शिवा ने कहा “ अभी तो किसी से ठीक से परिचय भी नहीं हुआ . अपने बारे में कुछ बता कर जाती तो अच्छा था . “
“ ताकि आगे भी मिलने का स्कोप रहता , है न ? फ़िलहाल इसकी कोई जरूरत नहीं है . “ रिया बोली
“ कोई बात नहीं है , मेरा नाम पता लेती जाओ . शायद कभी काम आये . “ बोल कर शिवा ने अपना कार्ड उसे दिया पर रिया ने उसे नीचे फ्लोर पर गिरा दिया .
रंजना ने उसे उठा कर रख लिया और कहा “ बेचारे का दिल इस तरह नहीं तोड़ो रिया . “ और कार्ड को अपनी पर्स में रख लिया . यह देख कर चंद्रन ने भी अपना कार्ड उसे थमाया और कहा “ मैं भी उतना बुरा नहीं हूँ , इसे भी रख लो . कभी तुम्हारे अच्छे मूड में काम आये . “
रंजना ने कार्ड रखते हुए कहा “ रख लेती हूँ . यह मेरे किसी काम का नहीं है क्योंकि मेरी इंगेजमेंट जल्द ही होने वाली है . शायद इस बेचारी के काम आये . “ अपनी दोस्त रिया की तरफ देख कर बोली
रंजना के ऐसा कहने पर रिया ने उसकी ओर आश्चर्य और गुस्से से देखा पर रंजना का इशारा समझ कर वह शांत हो गयी .
चंद्रन ने कहा “ थैंक्स , अभी इंगेजमेंट हुई तो नहीं है . “
. दोनों लड़कियां बिना कुछ बोले वहां से चली गयीं . फिर रिया ने कहा “ तुम जानती हो तीन महीने बाद रमन अमेरिका से लौटेगा तब मेरी उस से शादी होने वाली है . और खुद के बारे में झूठ बोला था या मुझसे अपने BF के बारे में छुपा रही हो . “
“ मेरा कोई BF नहीं है . हाँ मुझे पता है फिर भी मैंने सोचा क्यों न इन मजनुओं का कुछ इलाज किया जाए ? “
कुछ ही दिनों के बाद वीकेंड में रिया और रंजना मॉल के एक रेस्टोरेंट में बैठीं थीं . कुछ देर के बाद शिवा और चंद्रन भी वहीँ पहुंचे . वे दोनों भी बैठने के लिए जगह खोज रहे थे . रिया की नजर उन पर पड़ीं , उसने रंजना से कहा “ उधर देखो , वही दोनों मजनू यहाँ भी पधारे हैं . उन्हें बुलाते हैं, कुछ मौज मस्ती हो जाये . “
इतना बोलै कर रिया ने उनकी तरफ हाथ हिला कर कहा “ हाय गाईज . यहाँ दो चेयर खली हैं , तुम दोनों आ सकते हो . “
शिवा और चंद्रन को रिया का निमंत्रण अच्छा लगा और वे दोनों जा कर उसकी टेबल पर बैठ गए . कुछ पल बाद वेटर ने आकर रिया और रंजना का आर्डर सर्व किया फिर शिवा से पूछा “ सर , आप लोगों के लिए क्या आर्डर है ? “
शिवा का आर्डर ले कर वेटर चला गया . रिया ने पूछा “ अच्छा इत्तफ़ाक़ है , आज फिर हम चारों मिले हैं . “
“ हाँ , ऊपर वाले ने कुछ सोच कर ही मिलाया होगा . “ शिवा ने कहा
“ तुम दोनों यहाँ जॉब करती हो या घूमने आयी हो ? “ चंद्रन पूछ बैठा
“ हम दोनों एक ही आईटी कम्पनी में काम करती हैं . “ रंजना ने कहा
“ और हम दोनों भी आईटी जॉब में हैं पर फ़िलहाल सबाटिकल लीव ( छुट्टी ) में MBA कर रहे हैं . “ शिवा ने कहा
“ किस कंपनी में थे ? “ रिया ने पूछा
शिवा का जवाब सुन कर रिया बहुत खुश हो कर बोली “ अच्छा तो तुम दोनों भी हमारी कंपनी में ही हो .हम दोनों कंपनी में फ्रेशर हैं . तुम्हारे छुट्टी में रहने से हमलोग अभी तक मिल नहीं सके थे . “ तब तो तुम से हमारी फ्रेंडशिप बनती है . “
रिया के बोलने पर रंजना उसकी ओर देखने लगी क्योंकि वह झूठ बोल रही थी . रिया ने आँख से इशारा कर चुप रहने को कहा .
“ श्योर , क्यों नहीं . अभी से हम फ्रेंड हुए . “ शिवा बोला
“ ओनली फ्रेंड्स या कुछ और भी ? “ चंद्रन ने टोका
“ ज्यादा जल्दबाजी ठीक नहीं होती है मिस्टर . “
कुछ देर बाद वेटर शिवा का ऑर्डर सर्व कर रहता था कि इसी बीच रिया ने अपना बिल पे किया . उसने शिवा से कहा “ अच्छा तो हम चलते हैं . “
“ ये क्या बात हुई ? इट्स रयूड . कुछ देर और बैठो . “
“ ठीक है , बैठ जाते हैं . हम दोनों के लिए कुछ स्नैक्स और कॉफ़ी ऑर्डर करो . “
“ वाह आर्डर तो हम कर देंगे पर जरा सोचो . हमलोग स्टूडेंट्स हैं और तुम नौकरी वाली हो . हम बाइक पर चलते हैं और तुम कार पर . “
“ कार न मेरी थी न रंजना की . यह तो उसने एक दिन के लिए अपने बड़े भाई से लिया था . तुमने पहले से कमा रखा होगा और हम दोनों की नयी नयी नौकरी है . “ बोलते हुए रिया बैठ गयी
जब चारों का खाना पीना समाप्त हुआ वे रेस्टोरेंट से बाहर आये . शिवा अपनी बाइक के पास आ कर बोला “ अब तो हम फ्रेंड्स हुए . अपना नंबर देती जाओ . “
“ जब ठीक समझूंगी मैं खुद तुम्हें कॉल करूंगी . “ कह कर रिया ने अपनी स्कूटी स्टार्ट किया और दोनों लड़कियां उस पर बैठ चली गयीं .
दो दिनों के बाद रिया ने शिवा को फोन कर के कहा “ हाय , क्या कर रहे हो ? ज्यादा बिजी तो नहीं हो ? “
“ नो , ऑलवेज फ्री फॉर यू . बोलो क्या बात है ? “
“ आज मेरा बर्थडे है , शाम को डिनर पर उसी मॉल में मिल सकते हो ? “
“ श्योर , इट्स माय प्लेजर . “
“ गुड , अपने फ्रेंड को भी लाना . रंजना भी आ रही है न . “
शाम को चारों मॉल के उसी रेस्टोरेंट में मिले . शिवा और चंद्रन दोनों रिया के लिए गिफ्ट ले कर आये थे . शिवा बोला “ आज का डिनर मेरी तरफ से . अगर तुमने उसी दिन कहा होता तो मैं किसी और बेहतर जगह बुक कर देता . “
“ अरे मैं होस्ट हूँ . “ रिया बोली
“ कोई बात नहीं है , अमेरिका में दो साल रह कर इसने बहुत डॉलर कमाया है . फिर भी अगर चाहो तब इसके बर्थडे पर तुम पे कर देना . हिसाब बराबर . “ चंद्रन ने कहा , फिर रंजना से पूछा “ तुम्हारा बर्थडे कब है ? “
“ अगले महीने को 10 तारीख को . “
“ गुड ,उस दिन के लिए मैं अभी से टेबल एडवांस बुक कर देता हूँ . “ चंद्रन बोला
“ तुम दोनों का बर्थडे कब है ? “ रिया ने शिवा से पूछा
“ मेरे बर्थडे में अभी चार महीने से ज्यादा बाकी हैं और इसका बर्थडे चार साल बाद आएगा . “
“ क्यों ? “ आश्चर्य से दोनों लड़कियों ने पुछा
“ क्योंकि इसका बर्थडे 29 फ़रवरी को पड़ता है . “
इस पर सभी खिलखिला कर हँस पड़े थे . अब वे चारों फ्रैंक हो चुके थे . डिनर के बीच हंसी मजाक भी होता था . डिनर के बाद सभी लौट गए . चलते चलते उन्होंने वीकेंड में अगली मुलाकात का समय और जगह भी तय कर लिया था . इस मुलाकात के बाद शिवा और रिया नजदीक आये और चंद्रन और रंजना की भी अच्छी पटने लगी थी . एक तरह से दोनों लड़कों ने अपनी गर्लफ्रेंड चुन लिया था .
रंजना के जन्मदिन फिर चारों सिटी लेक के किनारे मिले . उन्होंने दो पैडल बोट बुक किया . एक बोट पर शिवा और रिया थे और दूसरे पर चंद्रन और रंजना थे . दोनों बोट अलग अलग दिशाओं में लेक का आनंद ले रहे थे . बोटिंग के बाद वे लेक साइड रेस्टोरेंट में गए . वहां चंद्रन ने पहले से ही टेबल बुक कर दिया था और अपनी तरफ से स्पेशल केक भी लाया था . इसके अतिरिक्त शिवा और चंद्रन उसके लिए गिफ्ट भी लाये थे .
केक पर बर्थडे कैंडल लगाने के चंद्रन ने रंजना से पूछा “ कौन सी वर्षगांठ है ? “
“ तुम गेस करो . “
शिवा से बात करने के बाद चंद्रन ने कहा “ बीसवां बर्थडे . “
“ क्या परफेक्ट गेस है . “ रंजना का जवाब था
इसके बाद सभी ने डिनर किया . डिनर के बाद वे मूवी देखने गए . मूवी देखने के बाद वे अपने अपने घर लौट गए . अब चारों वीकेंड में कहीं न कहीं मिलते थे . शिवा अपनी बाइक पर रिया को लाता और चंद्रन अपनी बाइक पर रंजना को . वे कुछ देर तो अलग अलग अपनी अपनी गर्लफ्रेंड को घुमाते थे फिर किसी तय रेस्टोरेंट में आते . कभी लंच का समय होता था तो कभी डिनर . कभी डिनर और मूवी दोनों खत्म कर के ही लौटते थे . वे नए नए रेस्टोरेंट में भिन्न भिन्न रेसिपी का आनंद लेने लगे थे .
इसी तरह से मौज मस्ती करते करते करीब तीन महीने गुजर गए . तब तक शिवा रिया की पसंद और चंद्रन रंजना की पसंद जान चुके थे . कुछ दिनों के बाद वैलेंटाइन डे था . उस दिन दोनों लड़के अपनी अपनी गर्लफ्रेंड की पसंद के गिफ्ट लाये थे . अपने अपने प्यार का इजहार करते हुए उन्होंने अपनी गर्लफ्रेंड को अच्छे उपहार दिए . फिर सैर सपाटे किये और लंच के बाद सभी लौट गए .
चंद्रन ने शिवा से कहा “ यार , ये लड़कियां अपने आप को क्या समझती हैं . हमने तो अपनी गर्लफ्रेंड से आई लव यू कहा है पर न तो रंजना ने मुझे वैसा कहा है न रिया ने लव यू तुम्हें कहा है . और आठ - दस दिनों से दोनों में से किसी का अता पता नहीं है , न ही किसी ने फोन किया है . “
“ ये शुरू में झूठमूठ के नखरे दिखाती हैं और इकरार करने में ज्यादा समय लेती हैं . हो सकता है किसी काम में बिजी हों . वेट एंड वाच . कल वीकेंड है , शायद मिलने के लिए उनका कोई मेसेज आये . “
तभी एक कुरियर आया . कुरियर ने दोनों को एक लिफाफा दिया जिसमें दोनों के नाम पत्र थे . रिया और रंजना ने दोनों को वीकेंड में किसी नए रिसॉर्ट में बुलाया था . लिखा था - यह एक सरप्राइज मीटिंग है सब के लिए . हां , हमारे लिए गिफ्ट लाना नहीं भूलना पर इस बार एक नहीं दो दो गिफ्ट हम दोनों को चाहिए . मौका ही कुछ ऐसा है .”
उस दिन शिवा और चंद्रन दोनों रिसॉर्ट में गए . रिसॉर्ट का एक हॉल सजा हुआ था जिसमें दो शादी के मंडप और दो स्टेज सजे थे . गेट पर लिखा था - वेलकम ऑन डबल वेडिंग सेरेमनी - रिया वेड्स रमन और रंजना वेड्स प्रेमजीत .
इसे देख कर शिवा और चंद्रन को जितना आश्चर्य हुआ उस से दुगना उन्हें गुस्सा आया . दोनों ने कहा “ क्या किया जाय ? “
चंद्रन ने एक वेटर को बुला कर कहा “ हमारे गिफ्ट दोनों के स्टेज पर रखे साइड टेबल पर रख दो . अभी तो दूल्हा दुल्हन का पता ही नहीं है . लगता है सेरेमनी में देर है . तब तक हम रिसॉर्ट का एक चक्कर लगाकर आते हैं . “
वेटर गिफ्ट लेकर चल गया . फिर शिवा ने बाहर आकर कंपनी के HR और कुछ अन्य नजदीकी सीनियर अफसर से फोन पर बात कर रिया और रंजना के बारे में पूछा . सभी ने यही कहा “ तुम दोनों के जाने के बाद से इनमें से किसी लड़की ने हमारी कम्पनी ज्वाइन नहीं किया है . तुम्हें कुछ गलतफहमी हुई है , क्या बात है ?. “
शिवा ने चंद्रन से कहा “ कोई बात नहीं है , हमें कोई गलतफहमी नहीं हुई है . वे हमें बेवक़ूफ़ बना गयी हैं . “
चंद्रन ने दोस्त से कहा “ लोग लड़कों को बदनाम करते हैं . गर्ल्स आल्सो फ़्लर्ट . “
समाप्त
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नोट - यह कहानी पूर्णतः काल्पनिक है .